Twitter के फाउंडर Jack Dorsey से जुड़े एक नॉन-फंजिबल टोकन (NFT) की वैल्यू काफी घट गई है. जैक डोर्सी की ओर से किए गए पहले ट्वीट को पिछले वर्ष NFT के तौर पर 29 लाख डॉलर में बेचा गया था. इसके होल्डर Sina Estavi ने इस सप्ताह की शुरुआत में NFT को दोबारा बेचने की कोशिश की थी. हैरान करने वाली बात है लेकिन इसके लिए उन्हें केवल 280 डॉलर की मैक्सिमम बिड मिली है. इससे NFT सेगमेंट से जुड़े लोगों को झटका लगा है.
इस NFT को बेचने के लिए Estavi ने पिछले सप्ताह OpenSea NFT मार्केटप्लेस पर 4.8 करोड़ डॉलर का प्राइस दिया था. उन्होंने यह भी बताया था कि वह इससे मिलने वाली रकम का आधा हिस्सा चैरिटी ऑर्गनाइजेशन Give Directly को देंगे. हालांकि, उन्हें यह देखकर हैरानी हुई कि इसके लिए केवल सात लोगों ने बिड दी और उनमें से सबसे अधिक 280 डॉलर की थी. इससे NFT सेगमेंट को लेकर सवाल उठने लगे हैं. CoinDesk ने Estavi के हवाले से बताया, "मेरी ओर से तय की गई समयसीमा समाप्त हो गई है. मैं शायद इसे कभी नहीं बेचता."
क्रिप्टो मार्केट में Estavi की साख कमजोर है. क्रिप्टोकरेंसी से जुड़े उनके दो कारोबार नाकाम हो चुके हैं और उन्हें नौ महीने की जेल भी हुई थी. उन्हें पिछले वर्ष ईरान में इकोनॉमी को नुकसान पहुंचाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. हाल के महीनों में NFT की लोकप्रियता बढ़ी है. स्पोर्ट्स क्लब, ऑटोमोबाइल कंपनियां और पॉप स्टार्स भी इस कारोबार में उतर रहे हैं.
NFT में ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से यूनीक आइटम्स के टोकन्स को ऑथेंटिकेट किया जाता है जो दोबारा प्रोड्यूस किए जा सकने वाले डिजिटल एसेट्स से जुड़े होते हैं. इनमें आर्ट, म्यूजिक, इन-गेम आइटम्स और वीडियो शामिल हो सकते हैं. इनकी ऑनलाइन ट्रेडिंग की जा सकती है लेकिन इन्हें डुप्लिकेट नहीं किया जा सकता. NFT का कारोबार बढ़ने के साथ ही इनसे जुड़े स्कैम के मामलों में भी तेजी आई है. ऐसे कुछ मामलों में NFT खरीदने वालों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है. अमेरिका में इस सेगमेंट से जुड़े धोखाधड़ी के कुछ बड़े मामलों का खुलासा हुआ है. इनमें कुछ आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया है. इन मामलों से इस सेगमेंट में ट्रेडिंग को लेकर आशंका बढ़ी है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं