बैंकिंग दिग्गज गोल्डमैन सैक्स (Goldman Sachs) के एनालिस्ट्स का दावा है कि भले ही अमेरिकी परिवारों का कुल निवेश के मामले में ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में एक तिहाई हिस्सा है, लेकिन फिर भी, क्रिप्टो मार्केट में हालिया मंदी का अर्थव्यवस्था पर बहुत कम प्रभाव पड़ेगा.गोल्डमैन सैक्स के एनालिस्ट्स बताते हैं कि पिछले साल के आंकड़ों के अनुसार कुल अमेरिकी घरेलू एसेट $150 ट्रिलियन (लगभग 1,16,31,27,920 करोड़ रुपये) थी.
दूसरी ओर, क्रिप्टो बाजार ने पिछले वर्ष की तुलना में $1 ट्रिलियन (लगभग 77,53,395 करोड़ रुपये) की वैल्यू खो दी है. इस प्रकार, अर्थशास्त्रियों का मानना है कि यह आंकड़ा अभी भी पूरे अमेरिकी हाउसहोल्ड नेट वर्थ के लिए "बहुत छोटा" है.
Bloomberg ने Goldman Sachs की एक स्टडी के हवाले से दिखाया कि शेयर्स में प्रति डॉलर के नुकसान के साथ खर्च में 3 सेंट की कमी आई. 2022 में पांच महीने की इस बिकवाली का मतलब है 300 अरब डॉलर (करीब 23,26,265 करोड़ रुपये) से अधिक खर्च में कटौती. गोल्डमैन सैक्स की स्टडी के अनुसार, 2021 के अंत तक कुल अमेरिकी घरेलू नेट वर्थ में स्टॉक का हिस्सा 33 प्रतिशत था. दूसरी ओर, क्रिप्टो का हिस्सा केवल 0.3 प्रतिशत था.
गोल्डमैन सैक्स के अर्थशास्त्रियों ने लिखा, "इन पैटर्न का मतलब है कि इक्विटी प्राइस में उतार-चढ़ाव हाउसहोल्ड नेट वर्थ में बदलाव का मुख्य चालक है, जबकि क्रिप्टोकरेंसी केवल मामूली योगदानकर्ता हैं."
इसके अलावा, गोल्डमैन सैक्स को उम्मीद नहीं है कि मार्केट में चल रहे सुधार से युवा पुरुषों के बीच लेबर फोर्स की भागीदारी में एक बड़ा उछाल आएगा.
बैंक का मानना है कि सख्त वित्तीय स्थितियों के कारण अधिक लोगों को काम पर लौटने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा, यह भी देखते हुए कि क्रिप्टो की कीमतों में गिरावट का उस संबंध में 'सीमित दायरा' होगा.
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