ब्लॉकचेन प्लेटफॉर्म Cardano की डिवेलपमेंट टीम ने Vasil Hard Fork के अपग्रेड में कुछ देरी की है. इसका कारण कुछ टेक्निकल बग्स हैं. Cardano की टीम ने इन बग्स को ठीक करने का फैसला किया है. इस वजह से अपग्रेड में देरी की जा रही है. Cardano के डिवेलपर्स इस महीने के अंत में इसे टेस्टनेट पर रिलीज करने पर विचार कर रहे हैं.
डिवेलपमेंट टीम का कहना है कि अपग्रेड के सफल लॉन्च के लिए इन बग्स को ठीक करना जरूरी है. टीम ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया, "अपग्रेड पर तेजी से काम किया जा रहा है और केवल सात बग्स बचे हैं. इनमें से कोई भी गंभीर नहीं है. हमने अपग्रेड के प्रपोजल को टेस्टनेट पर नहीं भेजने का फैसला किया है. इससे टेस्टिंग के लिए अधिक समय मिल सकेगा." डिवेलपमेंट टीम इस इकोसिस्टम की डीसेंट्रलाइज्ड एप्लिकेशन (dApp) डिवेलपमेंट कम्युनटी के साथ विचार-विमर्श करने की योजना बना रही है. टीम का मानना है कि अपग्रेड को Cardano टेस्टनेट पर भेजने पर फैसले के लिए यह जरूरी है.
इसके अलावा Cardano की टीम डिवेलपर कम्युनिटी से उनकी dApps को अपग्रेड से पहले दोबारा टेस्ट करने के लिए अधिक समय भी मांगेगी. इस नेटवर्क अपग्रेड से Cardano नेटवर्क पर स्केलिंग की क्षमताएं बढ़ जाएंगी. Cardano के फाउंडर और Ethereum के को-फाउंडर चार्ल्स हॉकिंसन को क्रिप्टोकरेंसीज के बड़े समर्थकों में गिना जाता है.
उन्होंने पिछले वर्ष कहा था अल साल्वाडोर के बिटकॉइन को कानूनी दर्जा देने के बाद कुछ अन्य देश इस सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी को अपने सिस्टम में शामिल कर सकते हैं. उन्होंने क्रिप्टोकरेंसी कम्युनिटी को बधाई देते हुए कहा था कि अल साल्वाडोर का बिटकॉइन को अपनाना इस विश्वास को मजबूत करता है कि लोगों को अपने फंड पर कंट्रोल रखना चाहिए. एक YouTube वीडियो में इस नई इंडस्ट्री और इसके साथ अपने के जुड़ाव के बारे में हॉकिंसन ने बताया था कि वह लगभग 10 वर्ष पहले बिटकॉइन से जुड़े थे. तब से इंडस्ट्री बहुत बढ़ गई है. बिटकॉइन फाउंडेशन की एजुकेशन कमिटी के फाउंडिंग चेयरमैन रहे हॉकिंसन ने क्रिप्टोकरेंसी रिसर्च ग्रुप की शुरुआत भी की थी. वह Cardano के रिसर्च, डिजाइन और डेवलेपमेंट के प्रमुख हैं. उनका मानना है कि क्रिप्टोकरेंसी के इस्तेमाल को लेकर युवाओं की दिलचस्पी तेजी से बढ़ सकती है.
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