दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल ने संदिग्ध आतंकी रिजवान की गिरफ्तारी के बाद कई बड़े और चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. पुलिस के मुताबिक, रिजवान पर एनआईए ने 3 लाख रुपए का ईनाम घोषित किया हुआ था और वो करीब एक साल से फरार चल रहा था. रिजवान दिल्ली में बड़े आतंकी हमले की तैयारी कर रहा था. साथ ही पुलिस ने बताया कि रिजवान पाकिस्तान (Pakistan) की खुफिया एजेंसी आईएसआई के आईएसआईएस मॉड्यूल (ISIS Module) का हिस्सा है. भारतीय खुफिया एजेंसियों को चकमा देने के लिए आईएसआईएस के इशारे पर आतंकी फरहतुल्ला गौरी (Farhatullah Ghori) यह मॉड्यूल चला रहा है.
स्पेशल सेल की डीसीपी प्रतीक्षा गोदारा के मुताबिक, 2023 में टेरर एंगल की जांच करते हुए जांच एजेंसी को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, झारखंड और महाराष्ट्र में आईएसआईएस नेटवर्क को लेकर जानकारी मिली थी.
दिल्ली के जैतपुर से शाहनवाज को किया था गिरफ्तार
उन्होंने बताया कि जुलाई 2023 में आईएसआईएस के दो आतंकी इमरान खान और यूनुस सकी को महाराष्ट पुलिस ने पुणे में गिरफ्तार किया था. , इनका एक साथी शाहनवाज आलम उर्फ अब्दुल्लाह फरार होने में कामयाब हो गया था. इसके बाद पुणे पुलिस का केस केंद्रीय एजेंसी एनआईए को ट्रांसफर कर दिया गया था. एनआईए ने फरार आतंकी शाहनवाज आलम और रिजवान अली पर 3-3 लाख रुपये का इनाम घोषित किया और उनकी तलाश शुरू की.
सोशल मीडिया के जरिए ISIS की विचारधारा से जुड़ा
रिजवान अली के बारे में स्पेशल सेल को इनपुट मिला था कि इसकी मूवमेंट पुरानी दिल्ली के दरियागंज के आसपास देखी गई है, जिसके बाद स्पेशल सेल ने एक ट्रेप लगाया और दोनों तरफ से फायरिंग के बाद आतंकी रिजवान अली को 8 अगस्त को गिरफ्तार किया गया. रिजवान के पास से एक स्टार पिस्टल और कारतूस बरामद किए गए हैं. उसके खिलाफ आर्म्स एक्ट का केस भी दर्ज किया गया है. संदिग्ध आतंकी रिजवान अली पर महाराष्ट्र में आर्म्स एक्ट और यूएपीए एक्ट में मामला दर्ज है. इसके अलावा दिल्ली स्पेशल सेल में एक्सप्लोजिव एक्ट का मामला भी दर्ज है.
हिजरत के लिए जाना चाहते थे शाहनवाज और रिजवान
शाहनवाज और रिजवान हजरत के लिए जाना चाहते थे. इसके लिए इन्हें पैसों की जरूरत थी, इसके लिए 2018 में शाहनवाज अपराध की दुनिया में शामिल हुआ और आईएसआईएस के हैंडलर से सोशल मीडिया के माध्यम से जुड़ा और उनके साथ मिलकर आतंकी हमलों की प्लानिंग करने लगा. अप्रैल 2022 में रिजवान और शाहनवाज, इमरान और यूनुस के सम्पर्क में आए, जिन्हें पुणे पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है. ये सब मिलकर आईडी बनाने की तैयारी करते थे और आतंकी घटनाओं के लिए अपराध के जरिए पैसे जुटाते थे, जिसे ये 'माले गनीमत' कहते हैं.
फिलहाल आतंकी रिजवान भी गिरफ्तार हो गया है. सूत्रों के मुताबिक, रिजवान 15 अगस्त के पहले दिल्ली में आतंकी हमला करने की तैयारी कर रहा था और उसने कुछ वीआईपी इलाकों की रेकी भी की थी. रिजवान दिल्ली के दरियागंज इलाके का रहने वाला है ,उसकी पत्नी भी फरार है.
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