
बिहार के दरभंगा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां जाले थाना क्षेत्र के दोघरा गांव में 8वीं कक्षा की एक छात्रा के साथ कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार किया गया और बाद में तालाब में डुबोकर उसकी हत्या कर दी गई. इस घटना ने गांव के लोगों को गहरा सदमा पहुंचाया है और बिहार की राजनीति में भी हलचल मचा दी है. ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर न्याय का आश्वासन दिया है.
यह घटना दरभंगा में अपराध की बढ़ती घटनाओं को उजागर करती है, जिसने स्थानीय प्रशासन और पुलिस पर सवाल खड़े कर दिए हैं. पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है और आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने का प्रयास किया जा रहा है.
इधर, पूर्व विधायक रामनिवास प्रसाद ने दोघरा पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की. मंगलवार की शाम राजद एमएलसी कारी सुहैब ने गांव पहुंचकर परिवार से मुलाकात की और दुख साझा किया.
पूर्व विधायक रामनिवास प्रसाद ने घटना पर नाराजगी जताते हुए कहा कि यह हादसा नहीं, बल्कि एक गंभीर अपराध है, जो समाज की आत्मा को झकझोर कर रख दिया है. उन्होंने कहा कि अगर पुलिस और प्रशासन इस मामले में लापरवाही बरतेगी तो हम जन आंदोलन करेंगे और सड़कों पर उतरेंगे. उन्होंने पीड़ित परिवार को हर स्तर पर समर्थन देने का भरोसा दिया.
राजद के विधान परिषद सदस्य कारी सुहैब ने इस घटना पर सरकार और प्रशासन पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार होने के बावजूद कानून-व्यवस्था चरमराई हुई है. उन्होंने कहा कि हर दिन हत्या, लूट, बलात्कार और अपहरण की घटनाएं हो रही हैं. विपक्षी नेताओं पर भी फायरिंग हो रही है और पुलिस बेबस बनी हुई है.
कारी सुहैब ने कहा कि यह मामला किसी धर्म या जाति का नहीं, बल्कि इंसानियत से जुड़ा है. उन्होंने कहा कि हमें अपराध को अपराध और अपराधी को अपराधी की नजर से देखना होगा, तभी समाज में इंसानियत जिंदा रह पाएगी. लेकिन दुख की बात है कि आज एक गरीब बच्ची को न्याय से वंचित किया जा रहा है. क्या हमारी इंसानियत मर चुकी है?”
पुलिस ने इस मामले में बीएनएस की धाराएं 64/103/3(5) के तहत एफआईआर संख्या 25/117 दर्ज कर ली है. जांच की जिम्मेदारी सब-इंस्पेक्टर खुशबू कुमारी को सौंपी गई है.
सोमवार को सिटी एसपी अशोक कुमार चौधरी ने मामले में बयान देते हुए कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार छात्रा की मौत पानी में डूबने से हुई है. हालांकि, एफआईआर में दर्ज अन्य बिंदुओं को देखते हुए पुलिस गहराई से जांच कर रही है. सभी कोणों से बारीकी से छानबीन की जा रही है ताकि सच सामने आ सके.
मृतका की मां साजनी खातून ने जाले थाना में लिखित शिकायत देकर गांव के ही हरी ओम महतो और अमर महतो समेत अन्य लोगों पर बहला-फुसलाकर ले जाने, सामूहिक दुष्कर्म करने और हत्या कर लाश पोखर में फेंकने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि आरोपियों ने पूरे मामले को आत्महत्या का रूप देने की साजिश रची.
मौके से छात्रा की एक चप्पल बरामद हुई है और गर्दन व सिर के पीछे चोट के निशान पाए गए हैं. परिजनों का शक है कि यह हत्या का मामला है.
पुलिस निगरानी में दफन, गांव में तैनात फोर्स
रविवार की सुबह पुलिस निगरानी में किशोरी का दफन स्थानीय कब्रिस्तान में कर दिया गया. गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है. मृतका का परिवार बेहद गरीब है. पिता मोहम्मद सदर आलम एक बावर्ची के सहायक के रूप में काम करके परिवार चलाते हैं और अपनी बेटी को पढ़ा भी रहे थे.
तकनीकी जांच और एफएसएल टीम की जांच जारी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक मोबाइल लोकेशन के आधार पर तकनीकी जांच भी चल रही है. घटनास्थल से एफएसएल (फॉरेंसिक साइंस लैब) की टीम ने कुछ नमूने इकट्ठा किए हैं, जिनकी जांच जारी है. थाना प्रभारी संदीप कुमार पाल ने बताया कि गांव में स्थिति सामान्य है, लेकिन एहतियात के तौर पर पुलिस बल की तैनाती कर निगरानी की जा रही है.
मानवाधिकार संगठनों और नेताओं ने जताई नाराजगी
वहीं, कांग्रेस नेता डॉ. मशकूर उस्मानी, मो. नौशाद, सैयद तनवीर अनवर समेत कई मानवाधिकार संगठनों ने इस घटना पर गहरी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने उच्चस्तरीय जांच और आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी की मांग करते हुए पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की अपील की है.
दरअसल, जाले थाना क्षेत्र के दोघरा गांव में शनिवार की शाम से लापता 15 वर्षीय छात्रा तरन्नुम परवीन की लाश रविवार सुबह गांव के ही छोहरी पोखर से संदिग्ध हालात में बरामद होने से सनसनी फैल गई थी. मृतका स्थानीय प्राथमिक विद्यालय में कक्षा आठवीं की छात्रा थी. वह 21 जून की दोपहर करीब 12:30 बजे बकरी के लिए पत्ता लाने निकली थी, लेकिन वापस नहीं लौटी.
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