दिल्ली के श्रद्धा वालकर मर्डर केस में पुलिस की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. पुलिस को पूछताछ में आरोपी आफताब अमीन पूनावाला ने बताया कि 18 मई, यानी मर्डर वाले दिन श्रद्धा और उसके बीच घरेलू खर्च को लेकर झगड़ा हुआ था. रोज-रोज के खर्च कौन देगा, इसे लेकर दोनों के बीच बहस शुरू हुई थी, इसके बाद ही उसने श्रद्धा की हत्या की. पुलिस की अब तक की जांच से श्रद्धा वालकर के पिता विकास वालकर संतुष्ट हैं. NDTV ने श्रद्धा के पिता से बातचीत की और उनसे जाना कि क्या उन्हें आफताब पर पहले शक हुआ था और आफताब के लिए वह कैसी सजा चाहते हैं.
श्रद्धा के पिता ने बताया कि मेरी 2021 से श्रद्धा से बात नहीं हो रही थी. मैंने लड़के के बारे में जानने के बाद नाराजगी जताई थी... मैं बेटी से सवाल पूछे थे कि कैसी है तू? क्या कर रही है और कहां रहती है? इससे वह गुस्सा हो गई थी. उसने बताया कि वो आफताब के साथ रहती है. मेरे गुस्सा करने पर बातचीत बंद हो गई. 2020 में जब कोरोना से मेरी पत्नी की मौत हो गई. उस दौरान मेरी आफताब से मुलाकात हुई थी. उसे देखकर मैंने कह दिया था कि मुझे यह लड़का बिल्कुल पसंद नहीं है. मैंने बेटी से कहा था, 'मैं अच्छे घर में, अपनी बिरादरी में तुम्हारी शादी करूंगा. इसके बाद से श्रद्धा मुझे अवॉइड करने लगी.'
वह आगे कहते हैं, 'मैं नहीं चाहता था कि मेरी बेटी किसी मुसलमान के साथ रहे या उससे शादी कर ले. मैंने आफताब को लेकर उसे शुरू से ही मना किया था. मुझे वह पसंद नहीं था. कुछ तो गड़बड़ लगा था मुझे, लेकिन वह मानी ही नहीं. मैं पहले तो आफताब से कभी नहीं मिला था, लेकिन जब मेरी पत्नी की मौत हुई, उस दौरान वह आता-जाता था. दो बार की मुलाकात में मुझे कुछ शक होने लगा था कि यह लड़का ठीक नहीं है.'
रुंआसी आवाज में विकास वालकर आगे बताते हैं, 'मुझे शुरू से ही लड़का पसंद नहीं था. श्रद्धा को समझाया भी था कि वह इससे दूर रहे, मगर बेटी हमसे ही दूर हो गई. श्रद्धा ने परिवार से ही नाता तोड़ लिया और आफताब के साथ रहने चली गई.'
श्रद्धा के पिता आगे कहते हैं, 'श्रद्धा से हमारी बात नहीं होती थी, लेकिन उसके दोस्तों के ज़रिये मुझे श्रद्धा का हालचाल मिलता रहता था. दोस्तों के ज़रिये ही पता चला था कि दोनों अब दिल्ली में फ्लैट लेकर रहने लगे हैं. श्रद्धा के दोस्त लक्ष्मण नाडर ने मेरे बेटे को 14 अगस्त को कॉल किया था कि श्रद्धा का मोबाइल 2 महीने से बंद आ रहा है. कोई खबर नहीं मिल रही. क्या उसने कॉल किया था? बेटे ने मुझे ये बात बताई. फिर मैंने लक्ष्मण को कॉल किया. लक्ष्मण से श्रद्धा के बारे में जानने के बाद बड़ी चिंता होने लगीय फिर मैं एक एक करके बेटी के सभी दोस्तों से मिलने लगा.'
आफताब से कब बात हुई थी? इस सवाल के जवाब में विकास वालकर कहते हैं, 'आफताब को पुलिस ने वसई बुलाया था. वह आया भी था दो-चार दिन के लिए. वहीं मेरी उससे बात हुई थी. मैंने पूछा था कि श्रद्धा कहां है? उसका फोन क्यों बंद आ रहा है? इस पर उसने कहा कि हमारा ब्रेकअप हो गया है तो वह कहीं और चली गई. मैंने पूछा कि वह ढाई साल से तुम्हारे साथ रह रही थी. वह अलग रह रही है, तो तुम्हे हमें बताना चाहिए था न. इसपर आफताब ने मेरी बात काट दी. बोला कि जब तुम लोगों से रिलेशन नहीं है, तो ब्रेकअप की बात क्यों बताऊं. इससे मुझे शक होने लगा कि ये लड़का चीजें छिपा रहा है.'
श्रद्धा के पिता आगे बताते हैं, 'पुलिस को भी शक होने लगा था. इसलिए पुलिस ने महरौली थाने में संपर्क किया. जब दिल्ली के महरौली थाने में केस दर्ज हुआ और पुलिस पूछताछ करने लगी, तब भी आफताब ब्रेकअप की बात दोहराता रहा. मुझे उसके हावभाव से लगने लगा था कि वह झूठ बोल रहा है और बहुत कुछ छिपा रहा है.'
आफताब ने श्रद्धा के साथ क्रूरता की सारी हदें पार कर दीं, आप अब क्या चाहते हैं? इस सवाल का जवाब देने से पहले विकास वालकर थोड़ा रूक जाते हैं... जैसे बेटी का चेहरा सामने आ गया हो... फिर आंसू पोंछते हुए कहते हैं-'उसने बहुत गलत किया है. मैं चाहता हूं कि जितना बुरा उसने किया है, उतनी ही बुरी सजा उसे मिलनी चाहिए.'
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