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This Article is From Nov 16, 2022

अगर रो न पड़ती, तो 10 दिन पहले ही कत्ल हो गई होती श्रद्धा वॉकर : पुलिस सूत्र

श्रद्धा के सिर को फ्रिज में रखने के बाद आफताब हर रोज देखता था. जो हड्डियां बरामद हुईं हैं, वो शरीर के पीछे के हिस्से की हैं. शरीर के करीब 10 पार्ट्स मिले हैं.

अगर रो न पड़ती, तो 10 दिन पहले ही कत्ल हो गई होती श्रद्धा वॉकर : पुलिस सूत्र
श्रद्धा मर्डर केस में लगातार खुलासे हो रहे हैं.
नई दिल्ली:

श्रद्धा मर्डर केस ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है. पुलिस सूत्रों ने बताया कि अगर श्रद्धा वॉकर इमोशनल न होती तो शायद कत्ल से (यानी 18 मई) से डेढ़ हफ्ते ही पहले ही श्रद्धा की जान आफताब ले चुका होता. कत्ल से करीब 10 दिन पहले आफताब और श्रद्धा का आपस में झगड़ा हुआ था, आफताब उसी दिन उसका गला घोंटना चाहता था, लेकिन अचानक श्रद्धा इमोशनल हो गई और रोने लगी, ये देख आफताब के कदम पीछे हट गए.

श्रद्धा और आफताब के बीच झगडे़ की वजह आफताब का किसी और से फोन पर बात करना होता था. आफताब के व्यवहार में अचानक बदलाव आने लगा था. श्रद्धा को लगने लगा था कि आफताब उसे धोखा देने की कोशिश कर रहा है, जिसको लेकर वो काफी गुस्सा हो जाती थी.

पुलिस सूत्रों ने बताया कि आफताब के लैपटॉप की भी फॉरेंसिक जांच की जा रही है. आफताब ने श्रद्धा के सिर को काट कर अलग कर दिया था और उसे फ्रिज में रैप करके अलग से रखा हुआ था.  सूत्रों के मुताबिक, फ्रिज में रखने के बाद वो श्रद्धा के सिर को हर रोज देखता था. जो हड्डियां बरामद हुईं हैं, वो शरीर के पीछे के हिस्से की हैं. जैसे रीढ़ के हड्डी के नीचे के हिस्से की. शरीर के करीब 10 पार्ट्स मिले हैं. एक बड़ा पार्ट्स पीछे के हिस्से का रीढ़ के हड्डी के नीचे का मिला है. घर के किचन में खून के धब्बे मिले हैं.

श्रद्धा के पिता को दिल्ली पुलिस जल्द अस्पताल लेकर जाएगी. DNA सैंपल के लिए उनका ब्लड लिया जाएगा. इसके बाद उस ब्लड को और हड्डियां के सैंपल को और खून के धब्बों को FSL को भेजा जाएगा. FSL ही DNA जांच करेगी.पुलिस सूत्रों ने बताया कि घर में काफी इंग्लिश बुक्स मिली हैं. इससे पता चलता है आफताब को पढ़ने का शौक है.

मुंबई से श्रद्धा और आफताब ने हिल स्टेशन घूमने का प्लान बनाया था. दोनों एक महीने के टूर पर हिल स्टेशन घूमने के लिए निकले थे. मार्च-अप्रैल महीने में श्रद्धा और आफताब हिल स्टेशन में घूम रहे थे. हिमाचल विजिट के दौरान आफताब की मुलाकात दिल्ली के छतरपुर के रहने वाले एक लड़के बद्री से हुई. इसके बाद ही श्रद्धा और आफताब ने दिल्ली में रहने का प्लान बनाया. 

8 मई को श्रद्धा और आफताब दिल्ली आए. पहले पहाड़गंज के होटल में रुके. उसके बाद साउथ दिल्ली के सैदुल्लाजाब इलाके में रुके. बाद में 15 मई को छतरपुर में दोनों ने फ्लैट लिया और 18 मई को आफताब ने श्रद्धा का कत्ल कर दिया.

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