ANI के मुताबिक क्राइम सीन रीक्रिएशन के लिए पुलिस सोमवार रात आफताब को उसके फ्लैट पर ले गई थी.
नई दिल्ली:
Shraddha Murder Case: दिल्ली के महरौली में हुए श्रद्धा मर्डर केस में पुलिस की जांच तेजी से आगे बढ़ रही है. पुलिस मामले की तह तक जाने के लिए अब आरोपी आफताब अमीन पूनावाला का नार्को टेस्ट कराएगी, जिसकी अर्जी साकेत कोर्ट में दी गई है. इसके अलावा दिल्ली पुलिस ने डेटिंग ऐप 'बंबल' से रिपोर्ट तलब की है. पुलिस ने 'बंबल' से पूछा है कि आफताब ने अब तक कितनी लड़कियों से संपर्क साधा है.
- पुलिस के सीनियर अधिकारी ने बताया कि श्रद्धा के करीबी दोस्त लक्ष्मण को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया है. लक्ष्मण ने दावा किया था कि जुलाई में श्रद्धा से उसकी बात हुई थी.
- आफताब ने बताया कि वो बॉडी पार्ट्स को कई बार फ्रिज से अलमारी में शिफ्ट कर देता था, जिससे फ्रिज खोलने पर किसी को शक ना हो.
- आफताब के किचन से पुलिस को खून के निशान मिले हैं. न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक क्राइम सीन रीक्रिएशन के लिए पुलिस सोमवार रात आफताब को उसके फ्लैट पर ले गई थी. इसी दौरान उसके किचन में खून के ये निशान मिले.
- आफताब के फ्लैट से मिले ब्लड के सैंपल जांच के लिए भेजे जा रहे है. अगर यह खून इंसान का होता है, तो पुलिस DNA मैचिंग के लिए श्रद्धा के पिता को दिल्ली बुला सकती है. इससे पहले पुलिस को बॉडी के 13 टुकड़े मिले थे, जो इंसान के लगते हैं. इसकी पुष्टि के लिए भी DNA जांच होगी.
- 28 साल के आफताब ने 15 मई को महरौली जंगल के पास फ्लैट लिया था. मकसद श्रद्धा के बॉडी पार्ट्स को आसानी से ठिकाने लगाना था. एक रिपोर्ट में कहा जा रहा है इस फ्लैट के मालिक ने किराया लेने के बाद आफताब का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया था. पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या आफताब ने मकान लेते वक्त अपना धर्म छिपाया था?
- आफताब गुरुग्राम में एक कंपनी में नौकरी करता था. श्रद्धा की हत्या करने के बाद भी वो रोज नौकरी पर जाता था, ताकि किसी को शक नहीं हो. हालांकि, श्रद्धा को मारने के बाद अपने फ्लैट पर वो किसी को भी नहीं आने देता था.
- मर्डर के बाद फैमिली और फ्रेंड्स की नजरों में श्रद्धा को जिंदा दिखाने के लिए आफताब उसके इंस्टाग्राम प्रोफाइल और अकाउंट को अपडेट रखता था. वो रोज कुछ न कुछ पोस्ट करता रहता था.
- पुलिस के मुताबिक, 28 साल के आफताब पूनावाला ने 18 मई को 27 साल की श्रद्धा का मर्डर कर दिया था. दोनों लिव-इन में रहते थे. आफताब ने श्रद्धा की गला घोंटकर हत्या के बाद उसके शरीर के 35 टुकड़े किए थे. इन्हें रखने के लिए 300 लीटर का फ्रिज खरीदा था. वह 18 दिन तक रोज रात 2 बजे जंगल में शव के टुकड़े ठिकाने लगाता था.
- आरोपी ने श्रद्धा के सिर और आधी अधूरी लाश को फ्रिज में ही रखा था. यही नहीं आफताब ने बताया कि उसने सबसे आखिर में श्रद्धा के कटे सिर और धड़ के कुछ हिस्से को ठिकाने लगाया, तब तक वह हर रोज एक बार फ्रीज खोलकर श्रद्धा का कटा सिर देखा करता था.
- आफताब के फोन की सर्च हिस्ट्री से पुलिस को पता चला है कि उसने साल 2010 के देहरादून के चर्चित अनुपमा गुलाटी हत्यकांड के बारे में भी सर्च किया था. अनुपमा हत्याकांड भी बिल्कुल श्रद्धा हत्याकांड की तरह हुआ था. अनुपमा के पति ने हत्या के बाद लाश के 70 टुकड़े कर दिए थे.