दिल्ली छावनी इलाके में पिस्तौल के बल पर स्पोर्ट यूटिलिटी व्हीकल (SUV) को कथित रूप से लूटने के मामले में 24 वर्षीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. उसका संबंध प्रिंस तेवतिया गिरोह से है. पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि आरोपी की पहचान सौरभ के तौर पर हुई है जो खानपुर में जेजे कॉलोनी का रहने वाला है. आरोप है कि उसने पिछले शनिवार को तड़के अपने दो साथियों के साथ पिस्तौल के बल पर चालक से कार लूट ली थी और उसे लेकर फरार हो गया था. यह घटना झरेड़ा गांव के पास राष्ट्रीय राजमार्ग -8 पर हुई थी.
उत्तर प्रदेश के मेरठ निवासी शिकायतकर्ता राहुल ने छावनी थाने में शिकायत देकर कहा था कि वह मेरठ की कंपनी ‘सी डेवलपर्स लिमिटेड' में चालक का काम करता है. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता अपने नियोक्ता को टोयोटा फॉर्च्यूनर कार से इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (IGI) छोड़ने आया था. उन्होंने बताया कि जब वह वापस जा रहा था तो उसने आरटीआर फ्लाईओवर के पास एक दुकान के बाहर अपनी गाड़ी रोकी.
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि तभी बाइक पर तीन लोग वहां पहुंचे और उससे पिस्तौल के बल पर कार छीन ली और भागने से पहले एक गोली चलाई. घटना का कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है. उसमें दिख रहा है कि चालक अपनी कार को खड़ा कर रहा है तभी तीन व्यक्ति बाइक से उसके पास पहुंचते हैं. जैसे ही चालक कार से बाहर आता है तो तीन व्यक्तियों में से लाल रंग की कमीज़ पहना शख्स जेब से अपनी पिस्तौल निकालता है और चालक को धमकाता है. वीडियो में दो अन्य व्यक्ति भी बंदूक लहराते हुए देखे गए हैं.
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से तीनों आरोपियों की पहचान की. अपराध शाखा के विशेष पुलिस आयुक्त रवींद्र सिंह यादव ने बताया कि पुलिस की एक टीम ने सूचना के आधार पर आरोपी सौरभ को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने बताया कि सौरभ ने पुलिस को बताया है कि वह प्रिंस तेवतिया गिरोह का सदस्य है. तेवतिया एक गैंगस्टर है और उसकी आया नगर के रहने वाले रोहित चौधरी से दुश्मनी है.
तेवतिया हाल में एक महीने की पेरोल पर जेल से बाहर आया था. उसे 27 अक्टूबर से पहले आत्मसमर्पण करना था लेकिन उसने ऐसा नहीं किया. पुलिस ने बताया कि तेवतिया ने चौधरी से बदला लेने की योजना बनाई थी, क्योंकि चौधरी के कहने पर ही कुणाल बच्चा नामक व्यक्ति ने हिरासत में तेवतिया पर ब्लेड से हमला किया था.
तेवतिया ने अपने गिरोह के सदस्यों प्रकाश, भानु, हनी और राकेश के साथ मिलकर बच्चा पर हमला करने की योजना बनाई थी और उसे अंजाम देने के लिए एक कार की जरूरत थी. यादव ने बताया कि योजना के तहत हनी रावत ने चोरी की बाइक का इंतजाम किया और उसे गुरुग्राम के एक होटल में लाया.
यादव ने बताया कि 28-29 अक्टूबर की दरमियानी रात सौरभ, तेवतिया, भानु, प्रकाश और रावत के साथ उस होटल में मौजूद थे,जहां उन्होंने शराब पी. इसके बाद सौरभ, तेवतिया और प्रकाश के साथ चोरी की बाइक से निकल गया. उन्होंने दिल्ली छावनी में 24x7 स्टोर के पास सफेद एसयूवी देखी.
पुलिस के मुताबिक, तेवतिया और प्रकाश ने कार चालक को पिस्तौल से धमकाया और गोली चला दी. इसके बाद वे चालक से कार की चाबी लेकर वाहन लेकर फरार हो गए. उन्होंने बताया कि लूट के बाद उन्होंने काकरोला गांव में कार खड़ी कर दी थी.
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