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This Article is From Mar 18, 2019

महिला का पीछा करने वाला फर्जी आईपीएस गिरफ्तार, नौकरी दिलाने के नाम पर की थी लाखों की ठगी 

पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी इस तरह से कई लोगों को पहले भी चपत लगा चुका है. पुलिस ने फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ शुरू कर दी है. पूरा मामला दिल्ली के रोहिणी इलाके का है.

महिला का पीछा करने वाला फर्जी आईपीएस गिरफ्तार, नौकरी दिलाने के नाम पर की थी लाखों की ठगी 
फर्जी आईपीएस अधिकारी गिरफ्तार
नई दिल्ली:

दिल्ली पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जो खुदको दिल्ली पुलिस का आईपीएस अधिकारी बताता था. पुलिस ने आरोपी की पहचान 30 वर्षीय राजकुमार के रूप में की है. आरोपी पर एक महिला का पीछा करने और उसे नौकरी दिलाने के नाम पर लाख रुपये की ठगी करने का भी आरोप है. पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपी इस तरह से कई लोगों को पहले भी चपत लगा चुका है. पुलिस ने फिलहाल आरोपी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ शुरू कर दी है. पूरा मामला दिल्ली के रोहिणी इलाके का है.

खुदको पुलिस अधिकारी बताकर दोस्तों के बीच धाक जमाना पड़ा महंगा, पुलिस ने पहुंचा जेल

पीड़ित महिला ने पुलिस को बताया कि आरोपी ने उससे नौकरी दिलाने के नाम पर लाख रुपये की ठगी की है. पीड़िता ने पुलिस को बताया कि वह आरोपी से एक जिम में कुछ महीने पहले मिली थी. उस दौरा आरोपी ने खुदको एक आईपीएस अधिकारी बताया था. इसके बाद दोनों के बीच दोस्ती हो गई थी. पीड़िता ने बताया कि एक दिन आरोपी ने उससे बोला कि मैं तुमसे प्यार करता हूं लेकि मैं शादी नही कर सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि मुझे कैंसर है. और मेरी अंतिम इच्छा है कि मैं तुम्हें सरकारी नौकरी करता देखूं. आऱोपी ने पीड़िता को नौकरी दिलाने के नाम पर लाख रुपये लिए और फिर गायब होगा. इस मामले में बाद में महिला की शिकायत पर काम करते हुए रोहिणी पुलिस की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया है. गौरतलब है कि ऐसा ही एक मामला पिछले सामने आया था जिसमें एक युवक को खुदको फर्जी पुलिस अधिकारी बताना महंगा पड़ गया था. 

सोहराबुद्दीन मामले में आईपीएस अधिकारी के खिलाफ प्रथम दृष्टया कोई साक्ष्य नहीं : वकील

दिल्ली पुलिस ने सुभाष नगर से 34 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था जो खुद को आईपीएस अधिकारी बताया था. पुलिस अधिकारी ने बताया था कि आरोपी ऐसा सिर्फ अपने दोस्तों के बीच अपनी धाक जमाने के लिए करता था. पुलिस ने आरोपी की पहचान दिव्य मल्होत्रा के रूप में की थी.  पुलिस की शुरुआती जांच में आरोपी ने बताया था कि वह बीते दो साल से ऐसा कर रहा था. पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) मोनिका भारद्वाज ने बताया कि बुधवार को रात दस बजकर 20 मिनट पर दिल्ली पुलिस के लोगो वाली एक लालबत्ती गाड़ी मीनाक्षी गार्डन से सुभाषनगर जाती हुई नजर आई.

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जब पुलिस ने पूछताछ की तब उसने उन्हें डांट दिया और कहा कि मैं आईपीएस अधिकारी हूं, लेकिन मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों को उसका आचरण, गतिविधि और हावभाव संदिग्ध लगा और उन्होंने उससे पहचान पत्र दिखाने को कहा. तब वह नाराज हो गया और कहा कि वह दिल्ली के सहायक पुलिस आयुक्त का बेटा है. भारद्वाज के अनुसार जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने बताया कि वह  मीनाक्षी गार्डन का रहने वाला है और उसका नाम दिव्य मल्होत्रा है. वह अपने इलाके में साइबर कैफे चलाता है और उसके माता-पिता डॉक्टर हैं. बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया.

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