दिल्ली के शाहदरा में पुलिस ने 7 साल के बच्चे के अपहरण के मामले को सुलझा लिया है और बच्चे को रिहा करा लिया है. इस मामले में पुलिस ने घर के सर्वेंट को गिरफ्तार किया है, जो बच्चे को रिहा करने के एवज में 1 करोड़ 10 लाख रुपये मांग रहा था. पूर्वी रेंज के जॉइंट कमिश्नर सागरप्रीत हुड्डा के मुताबिक- मंगलवार शाम गांधी नगर इलाके से कॉल मिली कि एक 7 साल के बच्चे को अगवा कर लिया गया है, पुलिस बच्चे के घर पहुंची. थोड़ी ही देर में घर के नौकर मोनू का फोन आया कि बच्चा उसके पास है. उसने कहा 1 करोड़ 10 लाख रुपये लेकर उसकी बताई हुआ जगह पर पहुंच जाओ तभी बच्चा मिलेगा. थोड़ी ही देर में मोनू ने दोबारा फोन कर पैसे देने के लिए कहा. घरवालों ने फिरौती की रकम कम करने के लिए कहा, लेकिन मोनू नहीं माना. इसी बीच पुलिस ने मोनू की लोकेशन का पता लगाकर उसे गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन के पास से गिरफ्तार कर लिया.
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पुलिस ने मुताबिक, बच्चे के पिता एक वाटर प्लांट चलाते हैं. एक महिला के कहने पर उन्होंने मोनू को अपने यहां रखा था. मोनू ने घर में बच्चे से अच्छी दोस्ती कर ली थी, लेकिन कुछ दिन काम करने के बाद मोनू नौकरी छोड़कर चला गया. इसके बाद बच्चे की जिद पर ही मोनू को वापस बुलाया गया. मोनू ने बच्चे का विश्वास जीत लिया. मंगलवार की शाम वह बच्चे को पार्क में घुमाने के बहाने बाहर ले गया और उसे अगवा कर लिया. उसने फिरौती के लिए बच्चे की मां को फोन किया. बच्चा मोनू को इतना अच्छा मानता था कि जब पुलिस ने मोनू को गिरफ्तार किया तब बच्चा पुलिस से कहना लगा कि अंकल को मत पकड़ो वो अच्छे हैं. पुलिस के मुताबिक-अपहरण का ये मामला 3 घंटे में ही सुलझा लिया गया. बच्चे के पिता ने मोनू का पुलिस वेरिफिकेशन नहीं कराया था.
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