दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने 216 बच्चों को इन की मुस्कान लौटाई है. साल 2024 में दिल्ली के अलग-अलग पुलिस स्टेशनों से कथित तौर पर लापता और अपहृत कुल 216 (150 लड़कियां और 66 लड़के) नाबालिग बच्चों को बरामद किया गया. वे अपने करीबी और प्रियजन से फिर से मिल सके हैं.
दिल्ली पुलिस ने लापता और अपहृत किए गए 11 वयस्कों को भी बरामद किया है. कुल बरामद बच्चों में से 89 नाबालिग बच्चों को भारत के कई राज्यों में छापेमारी करने के बाद बरामद किया गया. अपहरण के मामलों के 38 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है. दिल्ली के पुलिस स्टेशनों में अपहरण के 150 से अधिक मामले दर्ज हैं.
क्राइम ब्रांच की मानव तस्करी विरोधी इकाई (AHTU) जो कि दिल्ली के रोहिणी में सेक्टर-16 में स्थित है, एक विशेष इकाई है, जिसका उद्देश्य मानव तस्करी, अपहरण, लापता बच्चे, लावारिस बच्चे, भिखारी, बाल श्रम और बच्चों के यौन शोषण से संबंधित विशेष मामलों को संभालना है.
इस साल दिल्ली हाइकोर्ट ने एचटीयू को जांच के लिए 16 मामले ट्रांसफर किए. नाबालिग बच्चों का पता लगाने के अलावा गैर जघन्य मामलों के 17 घोषित अपराधियों और जघन्य अपराधों के 11 वांछित अपराधियों को भी गिरफ्तार किया गया.
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