
दिल्ली के दयालपुर थाना इलाके में 7 साल की मासूम बच्ची के साथ हुए यौन शोषण के एक मामले को पुलिस ने बड़ी सूझबूझ और मेहनत से सुलझा लिया है. पुलिस ने 250 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर और पुराने अपराधियों की फाइलें जांचकर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है. आरोपी की पहचान 35 साल के दानिश के रूप में हुई है, जो पहले भी इसी तरह के एक केस में शामिल रह चुका है.
क्या है पूरा मामला?
3 अप्रैल 2025 को एक महिला ने दयालपुर थाने में शिकायत दी थी कि उसकी 7 साल की बेटी पास ही में किसी पड़ोसी से पढ़ाई से जुड़ी बात करने गई थी. वापस लौटने पर वह डरी-सहमी और रोती हुई थी. पूछने पर बच्ची ने बताया कि दोपहर करीब 1 बजे एक अनजान लड़का उसे बहला-फुसलाकर नेहरू विहार के एक घर में बने हॉल में ले गया. वहां उसने बच्ची को गलत तरीके से छुआ. लेकिन जैसे ही किसी के कदमों की आहट आई, वह डरकर भाग गया.
पुलिस ने केस को कैसे सुलझाया
इस मामले में IPC की धारा 137(2) BNS और पॉक्सो एक्ट की धारा 10 के तहत केस दर्ज किया गया. पुलिस टीम की मेहनत और तकनीकी जांच से यह गिरफ्तारी हो पाई है. मामला बेहद संवेदनशील और ब्लाइंड था. यानी आरोपी की कोई जानकारी नहीं थी. टीम ने इलाके के 250 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली रही है. साथ ही स्थानीय सूत्रों से भी जानकारी जुटाई. लंबे विश्लेषण के बाद एक संदिग्ध युवक की फोटो CCTV से निकाली गई, लेकिन उसकी पहचान नहीं हो पाई. इसके बाद टीम ने पिछले 5 सालों में इसी तरह के मामलों में शामिल अपराधियों के डोजियर यानी फाइलों की जांच शुरू की. इसी दौरान एक पुराने केस के आरोपी की फोटो, मौजूदा संदिग्ध से मेल खा गई.
गिरफ्तारी और कबूलनामा
मिलती-जुलती जानकारी के आधार पर पुलिस ने संदिग्ध को तलाशा, पकड़ा और पूछताछ की. शुरू में वह पुलिस को गुमराह करता रहा. लेकिन सख्ती से पूछने पर उसने अपना गुनाह कबूल कर लिया. आरोपी की पहचान 35 साल के दानिश के रूप में हुई. दानिश पहले भी एक ऐसे ही अपराध में शामिल रहा है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं