
पैसे के लालच में इंसान मानवता छोड़ रहा है. पुणे से एक दो साल की बच्ची के अपहरण कर उससे भीख मंगाने के लिए ले जा रहे पांच लोगों की गैंग पकड़ी गई है. आरोपियों ने भीख मंगवाने के लिए लड़की के अपहरण की बात कबूली है. भारती विद्यापीठ पुलिस ने इस गिरोह का भंडाफोड़ किया, जो पुणे के कटराज इलाके से बच्ची का अपहरण कर लाए थे. पुलिस ने बच्ची को तुलजापुर से सुरक्षित छुड़ा लिया और पांच लोगों के एक गिरोह को गिरफ्तार किया, इस मामले में एक महिला भी शामिल है.
25 जुलाई की रात धनसिंह काले की दो साल की जुड़वां बेटियों में से एक उनके घर से गायब हो गई थी. उन्होंने भारती विद्यापीठ पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने जांच शुरू की और कटराज और पुणे स्टेशन के बीच 140 सीसीटीवी फुटेज खंगाले. इसमें तीन लोग बच्ची के साथ दोपहिया वाहन पर सवार दिखाई दे रहे थे. बाद में पुणे स्टेशन के फुटेज में दो और आरोपियों के बारे में जानकारी मिली.
जब यह पता चला कि सभी आरोपी धाराशिव जिले के तुलजापुर के निवासी हैं तो पुलिस की एक टीम वहां रवाना हुई. शुरुआत में तीन आरोपियों को तुलजापुर से गिरफ्तार किया गया और लड़की को सुरक्षित रिहा करा लिया गया. बाकी दो को आगे की पूछताछ के दौरान हिरासत में ले लिया गया. गिरफ्तार किए गए आरोपियों में सुनील भोंसले, शंकर पवार, शालूबाई काले, गणेश पवार और मंगल काले शामिल हैं. सभी पांचों आरोपियों को पुणे सत्र न्यायालय में पेश किया गया है और उन्हें 2 अगस्त तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है. इस मामले ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बच्चों का अपहरण करके उन्हें भीख मंगवाने के लिए मजबूर करने वाले गिरोह अभी भी सक्रिय हैं.
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