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भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाली खिलाड़ी की दादी को आया था हार्टअटैक, लेकिन इस वजह से परिवार ने छुपाई बात

Amanjot Kaur: अमनजोत बल्ले और गेंद से कोई खास कमाल नहीं दिखा पाईं, लेकिन उन्होंने फील्ड से मैच भारत के पक्ष में ला दिया. वोल्वार्ड्ट के कैच से पहले उन्होंने बिट्स को एक डायरेक्ट थ्रो पर रन आउट किया था.

भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाने वाली खिलाड़ी की दादी को आया था हार्टअटैक, लेकिन इस वजह से परिवार ने छुपाई बात
Amanjot Kaur: अमनजोत कौर की दादी को आया था हार्टअटैक
  • टीम इंडिया ने 52 साल बाद नवी मुंबई में पहला आईसीसी महिला वनडे विश्व कप खिताब जीता, शेफाली वर्मा ने 87 रन बनाए.
  • अमनजोत कौर ने लौरा वोल्वार्ड्ट का शानदार कैच लिया और रन आउट कर मैच में निर्णायक भूमिका निभाई.
  • टूर्नामेंट के दौरान अमनजोत की दादी को दिल का दौरा पड़ा था, लेकिन इस बात को टीम से छुपाया गया.
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Amanjot Kaur grandmother's heart attack: टीम इंडिया ने रविवार रात इतिहास लिखा. 52 साल के इंतजार के बाद हरमनप्रीत कौर एंड कंपनी ने नवी मुंबई में अपना पहला आईसीसी महिला वनडे विश्व कप खिताब जीता. दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ, भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवरों में 298 का स्कोर खड़ा किया, जिसमें शेफाली वर्मा ने 87 रन बनाए. बाद में, प्रोटियाज ने कड़ी टक्कर दी, लेकिन अंततः 246 रन पर आउट हो गई. शेफाली ने दो विकेट लिए. 21 वर्षीय स्टार को उनके प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच का अवॉर्ड मिला, लेकिन सबसे महत्वपूर्ण योगदान अमनजोत कौर का रहा, जिन्होंने लौरा वोल्वार्ड्ट को एक शानदार कैच लिया. अमनजोत बल्ले और गेंद से कोई खास कमाल नहीं दिखा पाईं, लेकिन उन्होंने फील्ड से मैच भारत के पक्ष में ला दिया. वोल्वार्ड्ट के कैच से पहले उन्होंने बिट्स को एक डायरेक्ट थ्रो पर रन आउट किया था. और अफ्रीकी टीम की ओपनिंग साझेदारी तोड़ी थी. इस रन आउट के बाद ही भारत के पक्ष में मूमेंटम बनने लगा था.

वहीं भारत की ऐतिहासिक जीत के बाद, अमनजोत के पिता ने उनके परिवार में संकट के बारे में एक चौंकाने वाला खुलासा किया. उन्होंने बताया कि टूर्नामेंट के दौरान, अमनजोत की दादी को दिल का दौरा पड़ा, लेकिन परिवार ने अमनजोत को इसके बाद में कोई जानकारी नहीं दी. परिवार ने यह फैसला इसलिए लिया ताकि अमनोजत का ध्यन वर्ल्ड कप से ना भटके.

भूपिंदर सिंह ने बताया कि उनकी 75 वर्षीय मां भगवंती को पिछले हफ्ते दिल का दौरा पड़ना पड़ा, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया. बढ़ई और ठेकेदार भूपिंदर ने अपनी मां की खराब सेहत की खबर अपनी बेटी और ऑलराउंडर अमनजोत सिंह से छुपाई. वह नहीं चाहते थे कि घरेलू मैदान पर आईसीसी महिला विश्व कप में खेलते समय उनका ध्यान भटके. अमनजोत को लगने लगा था कि सब कुछ ठीक नहीं है, लेकिन उनका परिवार उन्हें समझाने में कामयाब रहा.

इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए  भूपिंदर सिंह ने कहा,"अमनजोत को अंदाजा था कि बिजी (दादी) ठीक नहीं हैं. सबसे पहले उसने अपनी बहन को फोन किया जिसने उसे बताया कि वह गुरुद्वारे में है. फिर उसने मुझे फोन किया और कहा कि मैं उसकी बिजी को वीडियो कॉल पर बुलाऊं. काफी जिद करने के बाद मैंने अपनी मां को बताया कि आज यह उनके करियर का सबसे बड़ा मैच है और उन्होंने कॉल पर अमनजोत को शुभकामनाएं दीं. मैंने अमनजोत को बताया कि बिजी की तबीयत ठीक नहीं है और उनका बीपी लो है. फाइनल के बाद ही हमने उन्हें दिल का दौरा पड़ने के बारे में बताया."

अमनजोत की दादी ने कहा,"वह मेरी पोती नहीं है बल्कि उससे भी बढ़कर है." जब अमनजोत ने पड़ोस के लड़कों के साथ क्रिकेट खेलना शुरू किया, तो उसकी दादी उसका हौसला बढ़ाने के लिए पार्क में एक कुर्सी पर बैठ जाती थीं. वह यह भी सुनिश्चित करती थीं कि कोई उनकी पोती को कोई परेशान न करे. जब हरमनप्रीत कौर की अगुआई वाली भारतीय टीम ने मुंबई में वर्ल्ड कप जीता, तो भूपिंदर सिंह अपनी मां को रेगुलर मैच अपडेट देते रहे.

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