भारतीय क्रिकेट टीम के निदेशक रवि शास्त्री का मानना है कि नये कप्तान विराट कोहली को अपनी आक्रामकता सही दिशा में लगानी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि टेस्ट क्रिकेट से सही समय पर संन्यास के महेंद्र सिंह धोनी के 'निस्वार्थ फैसले' का सम्मान किया जाना चाहिए।
शास्त्री ने कहा कि कोहली की आक्रामकता में कोई खराब नहीं है, लेकिन इसे भविष्य में युवा टीम को एक खतरनाक टीम के रूप में ढालने के लिए इस्तेमाल किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कोहली युवा कप्तान है जो समय के साथ बेहतर क्रिकेटर और कप्तान बनेंगे।
उन्होंने इन अटकलों को भी खारिज किया कि कोहली और उनकी बढती नजदीकियों की वजह से धोनी ने टेस्ट क्रिकेट से तुरंत प्रभाव से विदा ली। उन्होंने हालांकि स्वीकार किया कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट शृंखला के बीच में अचानक संन्यास का धोनी का फैसला उनके और टीम के लिए हैरानी भरा था।
शास्त्री ने हालांकि कहा कि उनके इस फैसले की टाइमिंग को लेकर सवाल उठाने वालों को इल्म नहीं है कि धोनी ने भारतीय क्रिकेट को क्या दिया है। उन्होंने अगले महीने वनडे विश्व कप में भारतीय टीम के साथ पूर्णकालिक भूमिका निभाने के भी संकेत दिए।
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