क्रिकेट वर्ल्डकप, 2015 की ट्रॉफी मुंबई पहुंच चुकी है। 2 से 7 दिसंबर तक देश के छह शहरों - मुंबई, हैदराबाद, बेंगलुरू, नई दिल्ली, जालंधर और अहमदाबाद - में यह ट्रॉफी घूमेगी, और इसी चरण में ट्रॉफी को मुंबई लेकर पहुंचे भारतीय टीम के पूर्व विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग। 'वीरू' के नाम से पुकारे जाने वाले सहवाग ने इस मौके पर यह भी कहा कि वर्ल्डकप के 30 संभावितों में शामिल होने का सपना वह भी देख रहे हैं।
क्रिकेट वर्ल्डकप, 2015 में भारत की संभावनाओं के बारे में सवाल पूछे जाने पर वीरू का जवाब था, "हमारी टीम बहुत अच्छा खेल रही है... हमारे पास बहुत प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं, इसलिए ट्रॉफी वापस आने की बहुत उम्मीद है... साथ ही मुझे यह भी उम्मीद है कि 30 संभावितों में मुझे जगह मिलेगी... देश के लिए वर्ल्डकप में खेलना हर क्रिकेटर का सपना होता है..."
अब वैसे तो वीरेंद्र सहवाग वापसी का सपना देखते हैं, लेकिन आंकड़ों पर नज़र डालें तो 251 वन-डे इंटरनेशनल मैचों में 35.05 की औसत से 8,273 रन बनाने वाले वीरू का बल्ला पिछले कुछ वक्त से बोला नहीं है। वह घरेलू गेंदबाजों को भी नहीं खेल पा रहे हैं, और हालात ऐसे हैं कि उन्होंने देवधर ट्रॉफी तक से नाम वापस ले लिया। जनवरी, 2013 के बाद से उन्होंने टीम इंडिया की नीली जर्सी नहीं पहनी है, लेकिन इसके बावजूद उम्मीद है कि चयनकर्ता अनुभव को तरजीह देंगे। वीरेंद्र सहवाग ने कहा, "मैं फर्स्टक्लास मैचों में खेल रहा हूं... उम्मीद है कि अगर अच्छे रन बनेंगे तो फिर चयनकर्ता मेरी तरफ देखेंगे..."
14 फरवरी से 29 मार्च, 2015 तक दुनिया भर की 14 टीमें दो पूलों में बंटकर वर्ल्डकप हासिल करने के लिए खेलेंगी। अप्रैल, 2011 में यह कप टीम इंडिया ने अपने नाम किया था, लेकिन इस बार चुनौती बड़ी है - क्योंकि मुकाबला ऑस्ट्रेलिया और न्यूज़ीलैंड की उछाल भरी पिचों पर होगा।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं