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GT vs RR: वैभव सूर्यवंशी के तूफ़ानी पारी को देख पिता गदगद, बेटे की सफलता का श्रेय राहुल द्रविड़ को दिया

Sanjeev Suryavanshi on his child's Vaibhav Suryavanshi hundred : वैभव आईपीएल के इतिहास में दूसरे सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. वैभव ने अपनी पारी में 7 चौके और 11 छक्के लगाने का कमाल किया. वैभव ने 38 गेंद पर 101 रन की पारी खेली.

Vaibhav Suryavanshi in IPL 2025

Vaibhav Suryavanshi Father Sanjiv Suryavanshi reaction: वैभव सूर्यवंशी ने गुजरात टाइटंस के खिलाफ 35 गेंदों में शतक बनाकर IPL के इतिहास में सबसे कम उम्र का खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल कर लिया. वैभव आईपीएल के इतिहास में दूसरे सबसे तेज शतक लगाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. वैभव ने अपनी पारी में 7 चौके और 11 छक्के लगाने का कमाल किया. वैभव ने 38 गेंद पर 101 रन की पारी खेली. सूर्यवंशी की पारी ने फैन्स और पूर्व दिग्गजों का दिल जीत लिया तो वहीं, वैभव के पिता और मां भी अपने बच्चे की सफलता पर गदगद हैं. पूरा बिहार वैभव के शतक पर जश्न मना रहा है. वैभव के पिता पिता संजीव सूर्यवंशी  ने कहा है कि, "आईपीएल में शतक लगाना बड़ी बात है. यह किसी सपने के सच होने जैसा है".

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पिता संजीव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi Father Sanjiv Suryavanshi)  ने कहा कि, "वैभव ने आईपीएल के मैच में शतक लगाने में सफल रहे. 35 गेंद पर शतक लगाया और अपनी टीम को जीत दिलाई है. उसके इस उपलब्धि के लिए हम काफी खुश हैं. हमारा परिवार काफी खुश हैं. पूरा जिला वैभव की सफलता पर जश्न मना रहा है. पूरा इलाका और पूरा बिहार और पूरा देश खुशियां मना रहा है. वैभव के इस योगदान के लिए हम राजस्थान रॉयल्स के पूरे मैनमेंट को धन्यवाद कहना चाहेंगे. हम उन्हें दिल से शुक्रिया कहना चाहेंगे". 

पिता संजीव सूर्यवंशी ने राहुल द्रविड़ को कहा शुक्रिया

पिता संजीव सूर्यवंशी (Sanjeev Suryavanshi) ने अपने बयान में आगे कहा, "वैभव पिछले 3-3 महीने से आईपीएल के लिए मेहनत कर रहा था. राजस्थान रॉयल्स ने वैभव को अपने पास रखकर उनके खेल को निखार रहा था. राहुल द्रविड़ सर को भी मैं शुक्रिया कहना चाहूंगा ..बैटिंग कोच विक्रम राठौड़  को भी मैं धन्यवाद कहना चाहूंगा..इन सभी ने मिलकर वैभव के खेल को सुधारा है. मैं सभी का दिल से शुक्रिया कहना चाहूंगा."

वैभव ने भी खूब मेहनत की है

पिता संजीव सूर्यवंशी ने ये भी बताया कि वैभव ने भी खूब मेहनत की है. उसी का परिणाम है कि आज वह इतना अच्छा खेला. इसके साथ-साथ बिहार क्रिकेट एसोसिएशन (Bihar Cricket Association) के अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह को भी मैं शुक्रिया कहना चाहूंगा. दिल से मैं उनको धन्यवाद कहना चाहूंगा, उन्होंने ही वैभव को काफी कम उम्र में ही बिहार से खेलने का मौका दिया. 12 साल की उम्र में..वैभव ने अच्छा खेल दिखाकर इस मुकाम पर अपनी पहचान बनाई है. 
 

वैभव ने अपनी इस सफलता के लिए माता-पिता को दिया श्रेय

वैभव सूर्यवंशी ने अपने माता और पिता को लेकर भी बात की है. वैभव ने रिकॉर्डपारी के बाद बताया कि कैसे उनके माता-पिता ने उन्हें क्रिकेटर बनाने के लिए संघर्ष किया है. आईपीएल के सोशल मीडिया अकाउंट पर वीडियो शेयर किया गया है जिसमें सूर्यवंशी ने कहा "आज मैं जो कुछ भी हूं, उसका श्रेय मैं अपने माता-पिता को देता हूं. मेरी मां सुबह जल्दी उठती थीं क्योंकि मुझे प्रैक्टिस के लिए जाना होता था, और वह मेरे लिए खाना बनाती थीं. वह सिर्फ तीन घंटे सोती थीं. मेरे पिता ने मेरे लिए अपना काम छोड़ दिया, और अब मेरा बड़ा भाई इसे संभाल रहा है. हमारा घर बहुत मुश्किल से चल रहा था. मेरे पिता ने मेरा साथ दिया और कहा कि मैं इसे हासिल कर लूंगा. आज जो भी परिणाम दिख रहे हैं, और मैंने जो भी सफलता हासिल की है, वह मेरे माता-पिता की वजह से है." 

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