नई दिल्ली:
टीम इंडिया को नया कोच चाहिए। बीसीसीआई ने इसके लिए विज्ञापन निकाल दिया हैं। 22 मई को नए बीसीसीआई अध्यक्ष अनुराग ठाकुर के कार्यभार संभालने पर इस विज्ञापन को निकालने की बात कही गई थी। उम्मीदवारों के पास आवेदन भरने के लिए 10 जून तक का समय है, लेकिन एक नज़र उन कुछ अहम बातों पर डाल लेते हैं जो बीसीसीआई कोचिंग पद के उम्मीदवार में चाहता है।
1. आईसीसी सदस्य देशों में से किसी की कोचिंग का अनुभव, फ़र्स्ट क्लास या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर
2. आईसीसी के पूर्ण सदस्यों द्वारा प्राप्त कोचिंग की डिग्री का होना
3. टीम इंडिया के तीनों फॉर्मेट में नंबर 1 तक पहुंचने के कोचिंग प्लान को तैयार करना
4. खिलाड़ियों के निजी प्रदर्शन को समय-समय पर मापने का तरीका, जिससे टीम के प्रदर्शन का अंदाज़ा हो
5. खिलाड़ियों के वर्कलोड को समझते हुए मैनेज करना...अनुशासन पर ध्यान
6. कोच को भाषा का उतना ज्ञान होना चाहिए, जिससे वह सही मैसेज खिलाड़ियों तक पहुंचा सके..और इंग्लिश आना अनिवार्य है। हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाओं का ज्ञान होने की इच्छा भी बीसीसीआई ने ज़ाहिर की है।
7. खेल सॉफ़्टवेयर संबंधी तकनीक और ट्रेंड का ज्ञात होना, जिससे खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार हो सके
8. उम्मीदवार का निजी रिकॉर्ड साफ़ सुथरा होना चाहिए
9. एनसीए को लेकर अपने प्लान देना जिससे अगली पीढ़ी के क्रिकेटर्स को बेहतर किया जा सके
अब बड़ा सवाल बीसीसीआई के इस विज्ञापन के बाद यही कि क्या इसमें राहुल द्रविड़ और रवि शास्त्री जैसे खिलाड़ी भी फ़िट बठते हैं। जहां तक कोचिंग की डिग्री की बात है या फिर आवेदन भरने के लिए इन सभी बातों का होना अनिवार्य नहीं।
1. आईसीसी सदस्य देशों में से किसी की कोचिंग का अनुभव, फ़र्स्ट क्लास या अंतरराष्ट्रीय स्तर पर
2. आईसीसी के पूर्ण सदस्यों द्वारा प्राप्त कोचिंग की डिग्री का होना
3. टीम इंडिया के तीनों फॉर्मेट में नंबर 1 तक पहुंचने के कोचिंग प्लान को तैयार करना
4. खिलाड़ियों के निजी प्रदर्शन को समय-समय पर मापने का तरीका, जिससे टीम के प्रदर्शन का अंदाज़ा हो
5. खिलाड़ियों के वर्कलोड को समझते हुए मैनेज करना...अनुशासन पर ध्यान
6. कोच को भाषा का उतना ज्ञान होना चाहिए, जिससे वह सही मैसेज खिलाड़ियों तक पहुंचा सके..और इंग्लिश आना अनिवार्य है। हिन्दी और क्षेत्रीय भाषाओं का ज्ञान होने की इच्छा भी बीसीसीआई ने ज़ाहिर की है।
7. खेल सॉफ़्टवेयर संबंधी तकनीक और ट्रेंड का ज्ञात होना, जिससे खिलाड़ियों के प्रदर्शन में सुधार हो सके
8. उम्मीदवार का निजी रिकॉर्ड साफ़ सुथरा होना चाहिए
9. एनसीए को लेकर अपने प्लान देना जिससे अगली पीढ़ी के क्रिकेटर्स को बेहतर किया जा सके
अब बड़ा सवाल बीसीसीआई के इस विज्ञापन के बाद यही कि क्या इसमें राहुल द्रविड़ और रवि शास्त्री जैसे खिलाड़ी भी फ़िट बठते हैं। जहां तक कोचिंग की डिग्री की बात है या फिर आवेदन भरने के लिए इन सभी बातों का होना अनिवार्य नहीं।
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