Suryakumar Yadav on T20 WC 2024 Final Memory: टीम इंडिया और दक्षिण अफ्रीका के बीच टी20 विश्व कप का फाइनल मुकाबला तो शायद ही किसी के याद से कभी जुदा हो, जी हां आप भी इस बात को महसूस कर प् रहे होंगे वो रोमांचक पल जिसने टीम इंडिया को चैंपियन बना दिया और करोड़ो आँखों में खुशी के आंसू भर गए, आखिरी ओवर में जब पहले ही गेंद पर डेविड मिलर ने बल्ले का मुँह खोला और जोड़ लगाकर मारा और सूर्यकुमार यादव ने बॉउंड्री लाइन पर वो ऐतिहासिक कैच लपका जो भारतीय इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया. सूर्यकुमार यादव ने अंतिम ओवर की पहली गेंद पर डेविड मिलर को आउट करने के लिए लॉन्ग-ऑफ पर अविश्वसनीय कैच लिया, जो 2024 टी20 विश्व कप में दक्षिण अफ्रीका पर भारत की आखिरी जीत के फैसले वाला पल था.
फाइनल मैच का वो दो लम्हा जो सूर्या नहीं भूलेंगे
फाइनल के बाद की स्थिति पर बोलते हुए, दुनिया के नंबर 1 टी20I बल्लेबाज सूर्या ने इसका श्रेय खुद नहीं लिया. इसके बजाय, सूर्यकुमार यादव ने भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और निवर्तमान हेड कोच राहुल द्रविड़ द्वारा कही गई टीम की बातों की सराहना की, जिसने टीम को जीत के लिए प्रेरित किया. उन्होंने (रोहित शर्मा) (Suryakumar Yadav on Rohit Sharma) हमें इसे आसान रखने के लिए कहा, लेकिन यह भी कहा कि 'मैं इस पहाड़ पर अकेले नहीं चढ़ सकता. अगर मुझे शिखर पर पहुंचना है, तो मुझे सभी की ऑक्सीजन की आवश्यकता होगी. अपने पैरों, सिर और दिल में जो कुछ भी है, उसे साथ लेकर आओ. अगर ऐसा होता है, तो हमें आज रात पछतावा नहीं होगा'," SKY ने इंडियन एक्सप्रेस से कहा.
रोहित शर्मा की कप्तानी के बारे में बात करते हुए स्काई ने कहा
"मुझे लगता है कि 'मुझे इनके लिए प्रदर्शन करना चाहिए, जो सभी को विश्वास और सम्मान देते है, उनके लिए'" सूर्या ने यह भी कहा कि वह फाइनल को लंबे समय तक दो पलों के लिए याद रखेंगे, जिनमें से कोई भी उनका कैच नहीं था. सूर्यकुमार ने पहले पल को याद करते हुए कहा, "वह 30 सेकंड की क्लिप, जब उन्होंने ट्रॉफी अपने हाथ में ली और चिल्लाए. वह पल जब उन्होंने अपनी खुशी व्यक्त की. मुझे लगता है कि मैं उस क्लिप को जीवन भर सहेज कर रखूंगा." दूसरा पल रोहित का नाटकीय ढंग से जमीन पर गिरना था, जब भारत ने खिताब जीता था. "जिस तरह से वह नीचे गिरे, जमीन से कुछ घास खाई और पिच पर कुछ मिट्टी का स्वाद लिया.
कोच द्रविड़ कि वो सलाह जिसने बनाया चैंपियन
उन्होंने कहा, "ये पल मेरे साथ लंबे समय तक रहेंगे." दूसरी ओर, राहुल द्रविड़ के पास फाइनल के लिए टीम को तैयार करने का एक और अनोखा तरीका था. "द्रविड़ हमें पूरे भारतीय दल द्वारा खेले गए टी20 मैचों की संख्या का एक ग्राफ दिखाया. यह संख्या 800 से अधिक थी. फिर, उन्होंने हमें एक दूसरी स्लाइड दिखाई जिसमें राहुल भाई सहित पूरे कोचिंग स्टाफ द्वारा खेले गए मैचों की संख्या थी. यह संख्या एक थी पर द्रविड़ ने आगे कहा कि वर्तमान भारतीय टी20I टीम का अनुभव इस फार्मेंट में कोचिंग स्टाफ के अनुभव से कहीं अधिक है और इसलिए, खिलाड़ी सही समय पर सही निर्णय लेने के लिए सबसे अच्छे निर्णायक हैं. भारत ने दक्षिण अफ्रीका पर जीत के साथ अपना दूसरा टी20 विश्व कप खिताब जीता.
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