- भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने तीनों प्रारूपों में खेलते हुए सही संतुलन बनाने की चुनौती स्वीकार की है
- गिल ने बताया कि शारीरिक से अधिक मानसिक रूप से चुस्त रहना इस चुनौती का मुख्य हिस्सा है
- उन्होंने कहा कि देश और प्रारूप बदलने पर शरीर को अनुकूलन की आवश्यकता होती है जो आसान नहीं होता
Shubman Gill on Playing All Format Ahead of IND vs SA 1st Test: भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने माना कि तीनों प्रारूपों (टेस्ट, वनडे और टी20) में खेलते हुए संतुलन बनाए रखना आसान नहीं है. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीमित ओवरों की सीरीज के बाद अब भारत दक्षिण अफ्रीका से भिड़ने के लिए तैयार है, जिसकी शुरुआत 14 नवंबर से ईडन गार्डन्स, कोलकाता में होने वाले टेस्ट मैच से होगी.
तीनों प्रारूपों में खेलना बड़ी चुनौती
गिल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मैं अभी भी यह समझने की कोशिश कर रहा हूँ कि तीनों प्रारूपों के बीच सही संतुलन कैसे बनाया जाए. एशिया कप के बाद से मेरा कार्यक्रम काफी व्यस्त रहा है — लगातार मैच और अलग-अलग प्रारूपों में बदलाव. मैं अब भी सीख रहा हूँ कि प्रदर्शन और निरंतरता के लिहाज से मेरे लिए सबसे बेहतर क्या है.”
उन्होंने आगे कहा, “यह चुनौती शारीरिक से ज़्यादा मानसिक है. यात्रा और जेट लैग ज़रूर थकाने वाले होते हैं, लेकिन शारीरिक रूप से मैं पूरी तरह फिट महसूस करता हूँ. ज़रूरत है मानसिक रूप से चुस्त रहने की. यह मेरे लिए एक अच्छा अनुभव और सीखने का अवसर है.”
“मानसिक रूप से तैयार रहना ज़रूरी”
गिल ने कहा, “सिर्फ़ 4-5 दिनों में ही देश और प्रारूप बदलना आसान नहीं होता. शरीर को अनुकूलन की ज़रूरत होती है, खासकर जब भारत में टेस्ट क्रिकेट की परिस्थितियाँ पूरी तरह अलग होती हैं. पेशेवर क्रिकेटर के रूप में हमारी पहचान इस बात से होती है कि हम इन परिस्थितियों का सामना कैसे करते हैं.”
भारतीय टीम के सहायक कोच रेयान टेन डोएशेट ने भी गिल की बातों का समर्थन किया. उन्होंने कहा, “तीनों प्रारूपों में खेलना आसान नहीं है. दुनिया में बहुत कम खिलाड़ी ऐसा कर पाते हैं. मानसिक रूप से यह बहुत demanding होता है, लेकिन शुभमन गिल जैसे खिलाड़ी ने खुद को इस चुनौती के लिए बेहतरीन तरीके से तैयार किया है.”
दक्षिण अफ्रीका से कड़ी टक्कर की उम्मीद
भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच होने वाली यह दो मैचों की टेस्ट सीरीज़ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज से अहम मानी जा रही है. गिल ने कहा, “ये दोनों टेस्ट हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. फाइनल तक पहुँचने के लिए हमें यहाँ अच्छा प्रदर्शन करना होगा. दक्षिण अफ्रीका एक मजबूत टीम है, उन्होंने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप जीती है. हमें पता है कि मुश्किल पल आएंगे, लेकिन हमारी टीम ने बार-बार दिखाया है कि हम दबाव झेल सकते हैं.”
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