- भारतीय टीम ने दूसरे टी20 मुकाबले में टॉप क्रम का खराब प्रदर्शन किया और शुरुआती सात ओवर में पांच विकेट गंवाए
- टीम प्रबंधन ने शिवम दुबे की जगह हर्षित राणा को ऊपर भेजने का फैसला लिया जो आलोचना का कारण बना
- सदागोपन रमेश ने खिलाड़ियों की मुख्य भूमिका पर ध्यान देने और म्यूजिकल चेयर बंद करने की जरूरत बताई
Sadagoppan Ramesh Big Statement: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज सदागोपन रमेश ने भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए दूसरे टी20 इंटरनेशनल मुकाबले में शिवम दुबे की जगह हर्षित राणा को ऊपर भेजे जाने के फैसले की आलोचना की है. बीते 31 अक्टूबर को मेलबर्न क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए दूसरे टी20 मुकाबले में भारतीय टीम के टॉप क्रम का प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा. टीम ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए शुरुआती 7.3 ओवरों में ही अपने 5 प्रमुख विकेट गंवा दिए थे. जिसके बाद प्रबंधन ने शिवम दुबे के बजाय हर्षित राणा को ऊपर भेजने का फैसला लिया. टीम प्रबंधन का यह फैसला मिला जुला रहा. शिवम ने विकेट के पतझड़ पर तो लगाम लगाया. मगर तेजी से रन बटोरने में नाकामयाब रहे. परिणाम यह रहा कि वह 7वें क्रम पर बल्लेबाजी करते हुए 33 गेंद में महज 106.06 की स्ट्राइक रेट से 35 रन बनाकर आउट हुए.
सदागोपन रमेश ने टीम प्रबंधन का आलोचना की
टीम प्रबंधन की यह तरकीब पूर्व सलामी बल्लेबाज सदागोपन रमेश को कुछ खास रास नहीं आई है. उन्होंने इंस्टाग्राम हैंडल पर आलोचना करते हुए कहा है, 'जो अच्छा खाना बनाना जानता है. उसे ड्राइवर नहीं बनाया जा सकता है और एक अच्छे ड्राइवर को कुक नहीं बनाया सकता है. प्रबंधन को प्रत्येक खिलाड़ी की ताकत और टीम में उसकी मुख्य भूमिका पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए और उस भूमिका में उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाने का लक्ष्य रखना चाहिए. अगर वे कुछ अतिरिक्त करते हैं तो यह टीम के लिए अच्छी बात है.'
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए रमेश ने कहा, 'लेकिन उनका सेकेंडरी स्कील उनकी प्राथमिक भूमिका नहीं बन जानी चाहिए. मुझे डर है कि भारतीय टीम में यही हो रहा है. एक गेंदबाज जो बल्लेबाजी कर सकता है, उसे पहले गेंद से अच्छा प्रदर्शन करना होगा और इसी तरह एक बल्लेबाज जो बल्लेबाजी कर सकता है, उसे पहले बैट से अच्छा प्रदर्शन करना होगा. प्रबंधन को इस बारे में स्पष्ट होना चाहिए.'
उन्होंने कहा, 'भारतीय टीम को अपने बल्लेबाजी क्रम के साथ म्यूजिकल चेयर का खेल बंद करना होगा. अगर वे 160 से 170 रन बनाने में कामयाब हुए होते तो उनके पास जीतने की अच्छी संभावना होती. क्या सूर्यकुमार यादव ने पिछले मैच में नंबर 3 पर अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था? वह आउट भी नहीं हुए थे. फिर संजू सैमसन को नंबर 3 पर क्यों भेजा गया?'
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