रवि शास्त्री और महेंद्र सिंह धोनी (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
भारतीय टीम के निर्धारित ओवरों के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी कब तक भारतीय टीम की कप्तानी करेंगे ये सवाल 2016 टी-20 वर्ल्ड कप के बाद से लगातार पूछा जाने लगा है। पहले उनके संन्यास की बातें आईं, लेकिन इशारों इशारों में धोनी ने 2019 विश्व कप तक खेलने की इच्छा जताई है। इसके बाद भी उनकी कप्तानी पर सवाल उठते रहे हैं। और अब पिछले 18 महीने से भारतीय टीम के निदेशक रहे रवि शास्त्री ने सीधे शब्दों में कह दिया है कि विराट कोहली को तीनों फ़ॉर्मेट में भारतीय टीम का कप्तान होना चाहिए।
रवि शास्त्री ने कहा कि अगर मैं चयनकर्ताओं का अध्यक्ष होता तो मैं विराट को तीनों फॉर्मेट का कप्तान बनाने के बारे में सोच रहा होता, समय आ गया है आप इस बारे में सोचना शुरू कर दें क्योंकि अगले 3 साल 2019 विश्व कप तक अब भारत को कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं खेलना है। ये समय है सोच कर टीम तैयार करने का।
रवि शास्त्री की बात पर गौर करें तो भारत 2016-17 सीज़न में 4 टीमों की मेज़बानी करेगा और इस सीज़न में टीम को 13 टेस्ट के साथ 10 वनडे और महज़ 1 टी-20 मैच खेलना है, और रवि शास्त्री की चिंता यही है। वनडे सीरीज़ के बीच में आने वाला लंबा समय।
धोनी की जगह कप्तानी लेने के लिए खिलाड़ी तैयार हैं
"कड़े फ़ैसले लेने होंगे और इसमें कुछ गलत नहीं, अगर आपको लगता है धोनी सर्वश्रेष्ठ कप्तान हैं, तो उन्हें ही कप्तान रखिए, लेकिन सवाल 2 सीरीज़ के बीच में ब्रेक का है और आपके पास धोनी की जगह कप्तानी लेने के लिए खिलाड़ी तैयार हैं।" रवि शास्त्री का मानना है कि धोनी के बतौर खिलाड़ी टीम में रहना चाहिए क्योंकि वो अभी भी बहुत योगदान दे सकते हैं और कप्तानी का बोझ हटाकर अपने खेल को इंजॉय करने देना चाहिए।
क्या कहते हैं ये पूर्व कप्तान
ये पहली बार नहीं है जब इस तरह का सवाल किसी पूर्व भारतीय कप्तान से पूछा गया है। इससे पहले सौरव गांगुली ने भी धोनी के 2019 तक कप्तान बने रहने पर संदेह जताया था तो वहीं मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने धोनी का समर्थन करते हुए कहा था कि वो कब जाना चाहते हैं ये फ़ैसला उन पर छोड़ देना चाहिए।
रवि शास्त्री ने कहा कि अगर मैं चयनकर्ताओं का अध्यक्ष होता तो मैं विराट को तीनों फॉर्मेट का कप्तान बनाने के बारे में सोच रहा होता, समय आ गया है आप इस बारे में सोचना शुरू कर दें क्योंकि अगले 3 साल 2019 विश्व कप तक अब भारत को कोई बड़ा टूर्नामेंट नहीं खेलना है। ये समय है सोच कर टीम तैयार करने का।
रवि शास्त्री की बात पर गौर करें तो भारत 2016-17 सीज़न में 4 टीमों की मेज़बानी करेगा और इस सीज़न में टीम को 13 टेस्ट के साथ 10 वनडे और महज़ 1 टी-20 मैच खेलना है, और रवि शास्त्री की चिंता यही है। वनडे सीरीज़ के बीच में आने वाला लंबा समय।
धोनी की जगह कप्तानी लेने के लिए खिलाड़ी तैयार हैं
"कड़े फ़ैसले लेने होंगे और इसमें कुछ गलत नहीं, अगर आपको लगता है धोनी सर्वश्रेष्ठ कप्तान हैं, तो उन्हें ही कप्तान रखिए, लेकिन सवाल 2 सीरीज़ के बीच में ब्रेक का है और आपके पास धोनी की जगह कप्तानी लेने के लिए खिलाड़ी तैयार हैं।" रवि शास्त्री का मानना है कि धोनी के बतौर खिलाड़ी टीम में रहना चाहिए क्योंकि वो अभी भी बहुत योगदान दे सकते हैं और कप्तानी का बोझ हटाकर अपने खेल को इंजॉय करने देना चाहिए।
क्या कहते हैं ये पूर्व कप्तान
ये पहली बार नहीं है जब इस तरह का सवाल किसी पूर्व भारतीय कप्तान से पूछा गया है। इससे पहले सौरव गांगुली ने भी धोनी के 2019 तक कप्तान बने रहने पर संदेह जताया था तो वहीं मोहम्मद अज़हरुद्दीन ने धोनी का समर्थन करते हुए कहा था कि वो कब जाना चाहते हैं ये फ़ैसला उन पर छोड़ देना चाहिए।
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