
- एशिया कप 2025 के भारत-पाकिस्तान मैच में दोनों टीमों के कप्तानों ने टॉस के दौरान हाथ नहीं मिलाए थे
- मैच खत्म होने के बाद भारतीय खिलाड़ी विपक्षी टीम से हाथ मिलाए बिना सीधे ड्रेसिंग रूम चले गए थे
- पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने मैच रेफरी एंडी पायक्रॉफ्ट को हटाने की मांग की थी, जिसे आईसीसी ने खारिज किया
Ramiz Raja, Asia Cup 2025: एशिया कप 2025 का छठवां मुकाबला 14 सितंबर को भारत और पाकिस्तान के बीच दुबई में खेला गया. जहां टॉस के दौरान दोनों टीमों के कप्तानों ने हाथ नहीं मिलाया. बात यहीं नहीं रुकी. मैच समाप्ति के बाद भी भारतीय खिलाड़ी अपने ड्रेसिंग रूम में चले गए और विपक्षी टीम से हाथ नहीं मिलाया. यही बात पीसीबी को रास नहीं आई. बोर्ड ने अपनी खुन्नस निकालने के लिए मैच रेफरी को निशाना बनाना शुरू कर दिया. वह भारत बनाम पाकिस्तान मैच के दौरान रेफरी रहे एंडी पायक्रॉफ्ट को हटाने की मांग करने लगे. मगर आईसीसी ने उनके इस मांग को खारिज कर दिया. पायक्रॉफ्ट पाकिस्तान बनाम यूएई मुकाबले के दौरान भी रेफरी की भूमिका में रहे. जिसकी वजह से मैच करीब एक घंटे की देरी से शुरू हुआ.
रमीज राजा ने लगाया आरोप
चल रहे उठापटक के बीच पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर रमीज राजा ने एंडी पायक्रॉफ्ट पर भारतीय टीम के प्रति पक्षपात करने का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि पायक्रॉफ्ट हमेशा भारतीय मैचों में उपस्थित रहते हैं और उनका पक्ष लेते हैं. 63 वर्षीय पूर्व कप्तान ने कहा, 'दिलचस्प बात ये है कि एंडी पायक्रॉफ्ट खास जब भारतीय टीम का मुकाबला होता है, वह उनके पसंदीदा हैं. मैं जितने भी टॉस करवाता हूं. पायक्रॉफ्ट परमानेंट वहां पर होते हैं. हम डाटा पर बात कर रहे थे. वह 90 बार भारतीय टीम के मैच में रेफरी रहे हैं.'
राजा यहीं पर नहीं रुके. उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा, 'ये चीज मुझे काफी एकतरफा लगती है. ऐसी चीजें नहीं होनी चाहिए. यह एक न्यूट्रल प्लेटफॉर्म है. यही वजह है कि रेफरी और मैच ऑफिशियल्स रखे जाते हैं. मेरे हिसाब से उन्हें हर बार (भारत के मैचों के दौरान) रखा जाता है.'
भारत के 124 तो पाकिस्तान के 103 मैचों में रेफरी रहे हैं पायक्रॉफ्ट
आपको जानकर हैरानी होगी कि एंडी पायक्रॉफ्ट टीम इंडिया के 124 मुकाबलों में मैच रेफरी रहे हैं. इसके अलावा इंग्लैंड के लिए 107 और पाकिस्तान के लिए 103 मैचों में रेफरी की भूमिका निभाई है. इसके बाद भी राजा की तरह से पक्षपात लगाना हैरान कर देने वाला है.
रेफरी का ऑन फील्ड फैसलों पर नहीं होता है कोई रोल
यही नहीं मैच रेफरी का ऑन फील्ड फैसलों में कोई रोल नहीं होता है. वह मैच के केवल अधिकारी होते हैं. जिनकी देखरेख में मैच संपन्न होता है.
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