पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने शुक्रवार को स्पष्ट किया कि उसके अध्यक्ष नजम सेठी ने आईसीसी बोर्ड की बैठक में कभी यह विचार नहीं रखा कि उनकी मेन्स टीम भारत के बजाय बांग्लादेश में अपने विश्व कप मैच खेलने की इच्छुक है. इससे पहले ‘पीटीआई' ने 29 मार्च को ही खबर दी थी कि आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) ने इस बात से इनकार कर दिया था कि उसके मंच पर कभी इस तरह की कोई भी चर्चा हुई थी . आईसीसी ने कहा था कि बांग्लादेश किसी भी विश्व कप मैच की मेजबानी के लिए भी दावेदार नहीं है क्योंकि बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट बोर्ड) ने आश्वासन दिया था कि पाकिस्तान टीम (IND vs PAK) के लिए वीजा की समस्या नहीं होगी. पीसीबी ने स्पष्ट किया कि टूर्नामेंट के ‘हाइब्रिड मॉडल' की अवधारणा सिर्फ एशिया कप से संबंधित थी क्योंकि भारतीय टीम पाकिस्तान की यात्रा नहीं करेगी.
सेठी ने गुरुवार को रावलपिंडी/इस्लामाबाद में मीडिया से की गयी बातचीत का जिक्र करते कहा कि उन्होंने एशिया कप के लिए एसीसी (एशियाई क्रिकेट परिषद) के अधिकारियों के समक्ष पेश किए गए ‘हाईब्रिड मॉडल' के बारे में मीडिया को जानकारी दी थी ताकि बीसीसीआई के टीम को पाकिस्तान नहीं भेजने के फैसले के बाद हुए गतिरोध को खत्म किया जा सके. पीसीबी के बयान के मुताबिक, ‘‘भारत के मैच तटस्थ स्थान पर और बाकी पाकिस्तान में खेलने का प्रस्ताव एसीसी में चर्चा के अधीन है.'' सेठी ने कहा कि मीडिया के एक वर्ग ने उनकी बात को गलत तरीके से पेश किया.
उन्होंने इस विज्ञप्ति में कहा, ‘‘ गुरुवार की मीडिया बातचीत के दौरान किसी भी स्तर पर मैंने आईसीसी या पुरुष क्रिकेट विश्व कप 2023 पर कोई टिप्पणी नहीं की, जो अक्टूबर में निर्धारित है. इस मामले पर अब तक किसी भी आईसीसी मंच पर चर्चा नहीं की गई है.'' ‘पीटीआई-भाषा' ने बुधवार को आईसीसी के सूत्रों से बात की थी जिन्होंने उल्लेख किया था कि इस मामले को न तो उठाया गया था और न ही अनौपचारिक रूप से चर्चा की गई थी और यह ‘सिर्फ कल्पना' है. पीसीबी ने मीडिया विज्ञप्ति के जरिए अपने एक स्थानीय अंग्रेजी समाचार पर सवाल उठाया.
उन्होंने कहा, ‘‘ पीसीबी इस बात से निराश है कि अंग्रेजी भाषा के एक प्रमुख अखबार ने सेठी की टिप्पणियों को गलत तरीके से पेश किया, गलत व्याख्या की और यह धारणा दी कि पीसीबी के ‘हाइब्रिड मॉडल' को आईसीसी में पेश किया गया और उस पर चर्चा की गई, जो कि तथ्यात्मक रूप से गलत है.'' इस मामले में हालांकि किरकिरी होने के बाद पीसीबी ने देश के मीडिया को सांत्वना देते हुए प्रेस विज्ञप्ति में उल्लेख किया कि 'हाइब्रिड मॉडल' की अवधारणा पर बाद में चर्चा की जा सकती है. आईसीसी में यह हालांकि सभी को पता है कि ऐसी किसी भी सिफारिश को खारिज कर दिया जाएगा.
बयान के मुताबिक, ‘‘ यह कहना भी गलत होगा कि ‘हाइब्रिड मॉडल' की वकालत नहीं की जाएगी. समय आने पर आईसीसी में इस मुद्दे को उठाया जायेगा.'' इस बात की बहुत कम संभावना है कि एसीसी संयुक्त अरब अमीरात या कतर के बजाय पाकिस्तान को अपने घर में एशिया कप मैच खेलने का बजट पारित करेगा. इस मामले में एकमात्र संभावना यह होगी कि पीसीबी को अपने देश में मैचों की मेजबानी करने के लिए सभी लॉजिस्टिक के खर्च का वहन खुद करें जिसमें प्रसारकों का खर्च भी शामिल होगा.
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