Paras Mhambrey Gave Big Statement Regarding Umran Malik: टीम इंडिया के युवा सनसनी गेंदबाज उमरान मलिक के लिए साल 2022 काफी यादगार था. इस साल वह आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के लिए बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए भारतीय टीम तक पहुंचने में कामयाब हुए थे. हालांकि, इंटरनेशनल लेवल पर लगातार ठोस प्रदर्शन नहीं होने की वजह से वह जल्द ही भारतीय टीम से बाहर भी हो गए.
शुरुआती दौर में अपनी तेज तर्रार गेंदबाजी से लोगों को चौंकाने वाले मलिक के लगातार गिरते प्रदर्शन से हर कोई चकित है. टीम इंडिया के पूर्व गेंदबाजी कोच पारस म्हांब्रे ने अब युवा गेंदबाज की गिरावट का मुख्य कारण बताया है. उनका कहना है कि रेड बॉल क्रिकेट में पर्याप्त अनुभव के बिना मलिक का तेजी से उभरना उनकी मौजूदा स्थिति का एक महत्वपूर्ण कारण है.
पूर्व गेंदबाजी कोच की माने तो आईपीएल के जरिए भारतीय टीम तक पहुंचने वाले युवा स्टार के अंदर लंबे प्रारूप के अनुभव की कमी है. मलिक प्रथम श्रेणी क्रिकेट में महज 12 मैच खेलते हुए भारतीय टीम तक पहुंचने में कामयाब हुए थे. जिसकी वजह से वह मौजूदा समय में लंबे प्रारूप के खेल में अनुभव की कमी होने की वजह से संघर्ष कर रहे हैं.
इंडियन एक्सप्रेस के साथ हुई बातचीत के दौरान पूर्व गेंदबाजी कोच ने कहा, ''मलिक ऐसे खिलाड़ियों के बेहतरीन उदाहरण है जिन्होंने पर्याप्त रेड बॉल क्रिकेट में शिरकत नहीं की है. वह आईपीएल के जरिए चर्चा में आए. एक मैच के दौरान आपके पास कुल 24 गेंदे होती हैं डालने के लिए. कभी-कभी आपको अपने कोटे का पूरा ओवर भी डालने का मौका नहीं मिलता है.''
म्हांब्रे के मुताबिक, ''आईपीएल के दौरान जो 24 गेंदे डालने का प्रेशर होता है. वह रेड बॉल क्रिकेट की तरह ही होता है. मेरे हिसाब से टी20 किसी खिलाड़ी के आकलन का करने का फॉर्मेट नहीं है.''
भारतीय टीम के पूर्व कोच युवा खिलाड़ियों में कौशल और प्रेशर की क्षमता को विकसित करने के लिए प्रथम श्रेणी क्रिकेट पर जोर देते हैं. म्हांब्रे की माने तो आईपीएल जरुर युवा खिलाड़ियों को प्रतिभा दिखाने के लिए एक मंच प्रदान करता है. हालांकि, यह लीग लंबे प्रारूप में मिलने वाले अनुभव और मानसिक मजबूती को पूरा नहीं करता है.
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