- पाकिस्तानी प्रशंसक ने भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका महिला विश्व कप फाइनल में भारतीय राष्ट्रगान गाया
 - भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने हरमनप्रीत कौर की कप्तानी में पहली बार आईसीसी महिला विश्व कप अपने नाम किया
 - भारत ने फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर 2005 और 2017 की हार का बदला लिया
 
Pakistani Fan Sing Indian National Anthem: क्रिकेट मैदान पर भावनाओं की कोई सीमा नहीं होती, इसका एक उदाहरण तब देखने को मिला जब एक पाकिस्तानी प्रशंसक ने भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका महिला विश्व कप फाइनल के दौरान भारतीय टीम के समर्थन में राष्ट्रगान गाया. इस अनोखे कदम ने सोशल मीडिया पर सभी का दिल जीत लिया. सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में अरशद मुहम्मद हनीफ नाम का एक पाकिस्तानी फैन भारतीय जर्सी नहीं, बल्कि पाकिस्तानी जर्सी पहने हुए नजर आता है, लेकिन उसका दिल भारत के लिए धड़कता दिखा.
वीडियो में अरशद हरमनप्रीत कौर की कप्तानी वाली भारतीय टीम का समर्थन करते हुए फाइनल से पहले पूरे जोश के साथ भारतीय राष्ट्रगान गाते हुए दिखाई दिए.
अरशद ने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा, “भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका फाइनल से पहले सुनिधि चौहान द्वारा राष्ट्रगान गाया जाना एक गर्व का क्षण था. उस पल पूरे स्टेडियम में रोंगटे खड़े हो गए. 'आइए, नीली जर्सी वाली हमारी बहनों के लिए ज़ोर से जयकार करें, कप घर ले आएं'
भारत का ऐतिहासिक सपना हुआ पूरा
2005 और 2017 में मिली हार के बाद भारतीय महिला टीम ने आखिरकार इतिहास रच दिया और पहली बार आईसीसी महिला विश्व कप अपने नाम किया. हरमनप्रीत कौर की अगुवाई में भारत ने दक्षिण अफ्रीका को फाइनल में 52 रनों से मात दी.
बीसीसीआई ने किया 51 करोड़ रुपये के इनाम का ऐलान
भारत की इस ऐतिहासिक जीत पर बीसीसीआई ने खिलाड़ियों, सहयोगी स्टाफ और चयन समिति के लिए 51 करोड़ रुपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की. बोर्ड ने इसे “अभूतपूर्व सफलता” करार देते हुए खिलाड़ियों के समर्पण और देश के गौरव में योगदान के लिए उन्हें सम्मानित करने की बात कही.
जय शाह के प्रयासों की सराहना
बीसीसीआई ने अपने बयान में कहा कि वर्तमान आईसीसी अध्यक्ष जय शाह ने महिला क्रिकेट के विकास में अहम भूमिका निभाई. उनके नेतृत्व में महिला क्रिकेट को बेहतर ढांचा, नई प्रतियोगिताएं और समान अवसर मिले. शाह की पहल पर महिला विश्व कप की पुरस्कार राशि में भी ऐतिहासिक बढ़ोतरी की गई, जिससे यह सुनिश्चित हुआ कि महिला क्रिकेटरों को पुरुष खिलाड़ियों के समान सम्मान मिले.
भारत की यह जीत और एक पाकिस्तानी फैन का समर्थन — दोनों ने यह साबित कर दिया कि क्रिकेट सीमाओं से परे दिलों को जोड़ने वाला खेल है.