विज्ञापन
This Article is From Apr 04, 2022

श्रीलंका का हाल बेहाल, IPL खेलने आए खिलाड़ी हुए दुखी, पोस्ट कर जाहिर की भावनाएं

श्रीलंका में दिन-ब-दिन बदतर होते माहौल और महंगाई के बीच आईपीएल खेलने आए खिलाड़ियों ने चिंता जाहिर की है.

श्रीलंका का हाल बेहाल, IPL खेलने आए खिलाड़ी हुए दुखी, पोस्ट कर जाहिर की भावनाएं
पूर्व श्रीलंकाई कप्तान महेला जयवर्धने
नई दिल्ली:

पड़ोसी देश श्रीलंका (Sri Lanka) में हालात दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं. महंगाई का आलम यह है कि आलू 200 से उपर, तो एक किलोग्राम चावल 500 रुपए के करीब मिल रही है. यही नहीं नारियल के तेल का दाम 850 रुपये प्रति लीटर से ऊपर है, तो एक कप चाय की कीमत करीब 100 रुपये के आस पास है. देश की मौजूदा सरकार हाशिए पर है और हर जगह आपातकाल लगा हुआ है. देश की मौजूदा दुर्दशा को देख भारत में आईपीएल (IPL) खेलने आए कई श्रीलंकाई खिलाड़ियों ने भी चिंता व्यक्त की है और अपने देश के प्रति दुःख जाहिर किया है. 

श्रीलंकाई क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एवं मौजूदा समय में मुंबई इंडियंस (Mumbai Indians) के कोच महेला जयवर्धने (Mahela Jayawardene) ने दुःख जाहिर करते हुए लिखा है, 'मैं श्रीलंका में आपातकाल कानून और कर्फ्यू को देखकर दुखी हूं. मौजूदा सरकार उन लोगों की जरूरतों को नजरअंदाज नहीं कर सकती, जिन्हें विरोध करने का पूरा अधिकार है. ऐसा करने वाले लोगों को हिरासत में लेना स्वीकार्य नहीं है और मुझे श्रीलंका के बहादुर वकीलों पर बहुत गर्व है जिन्होंने उनके बचाव में भाग लिया.'

IPL 2022, SRH vs LSG: हैदराबाद के खिलाफ केएल राहुल बन जाते हैं अंगद, पढ़ें अबतक का प्रदर्शन

उन्होंने आगे अपने भावनाओं को व्यक्त करते हुए लिखा, 'अच्छे नेताओं से भी गलतियां हो जाती हैं. हमारे देश के लोगों को उनकी पीड़ा में एकजुट होने की जरूरत है. ये समस्याएं मानव निर्मित हैं और योग्य व्यक्तियों द्वारा इसे सही किया जा सकता है. देश की अर्थव्यवस्था को नियंत्रित करने वाले कुछ लोग देशवासियों का विश्वास खो रहे हैं. देशवासियों को विश्वास दिलाने के लिए हमें एक अच्छी टीम की जरूरत है. यह समय बहाने बनाने का नहीं काम करने का है.'

जयवर्धने के अलावा मौजूदा समय में पंजाब किंग्स के श्रीलंकाई विकेटकीपर बल्लेबाज भानुका राजपक्षे (Bhanuka Rajapaksa) ने भी अपना विचार साझा किया है. उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है, 'मैं बेशक अपने देश से कई मिल दूर हूं, लेकिन अपने देशवासियों के दर्द को महसूस कर सकता हूं, जो प्रत्येक दिन के लिए संघर्ष कर रहे हैं. अब उनकी मौलिक अधिकारों के लिए भी उनके आवाज को दबाया जा रहा है. जब 22 मिलियन आवाजें एक साथ उठती हैं तो उसे दबाया नहीं जा सकता है'

IPL से जुड़ी Latest Updates के लिए अभी NDTV Sports Hindi को सब्सक्राइब करें. Click to Subscribe

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com