
Rishabh Pant's century: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2025) में मंगलवार को इकाना स्टेडियम में लखनऊ सुपर जॉयंट्स (LSG vs RCB) और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच मैच के परिणाम से इतर कप्तान ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने तूफानी पारी खेलकर टूर्नामेंट के लीग राउंड में मिले 'जख्मों' पर मरहम लगाने का काम किया. निश्चित तौर पर इस शतकीय पारी से पंत और उनके चाहने वालों को खासी राहत मिलेगी. प्लेऑफ राउंड की रेस से काफी पहले ही बाहर हो चुके लखनऊ ने पंत की तूफानी पारी से आरसीबी के सामने अगर जीत के लिए 228 रनों का विशाल लक्ष्य रखा, तो इसमें पंत के 61 गेंदों पर 11 चौकों और 8 छक्कों से खेली 118 रनों की पारी का सबसे बड़ा योगदान रहा. लेकिन इस तूफानी पारी से एक सवाल यह भी पैदा हो गया कि क्या लखनऊ प्रबंधन से लीग मैचों में पंत के बैटिंग ऑर्डर को लेकर बड़ी गलती हो गई? निश्चित तौर पर आखिरी लीग मैच में पंत का शतक इस बारे में बहुत कुछ कहता है.
दोबारा खेले, तो कर दिया कमाल
यह लखनऊ का आखिरी लीग मैच था. और 14 लीग मैचों में ऐसा सिर्फ दूसरी बार हुआ, जब पंत ने नंबर तीन पर बैटिंग की. वरना ज्यादातर मैचों में लखनऊ के कप्तान नंबर चार या फिर इससे नीचे क्रम पर खेले. कुछ मैचों में उनकी बैटिंग नहीं आई, तो खराब फॉर्म के कारण एक-दो पारी में उनका बैटिंग करने का मन ही ही नहीं हुआ. बहरहाल, सवाल यह है कि क्या प्रबंधन अपने कप्तान का क्रम तय करने में चूक गया? क्या पंत को नियमित रूप से नंबर तीन पर ही खिलाया जाना चाहिए था? हालांकि कुछ दिन पहले ही 19 मई को भी पंत ने लीग मैचों में पहली बार नंबर तीन को चुना था, लेकिन वह हैदराबाद के खिलाफ 7 ही रन बना सके थे. लेकिन मंगलवार को 118 रनों की पारी खेलकर बहुत हद तक यह साबित किया कि अगर उन्हें नंबर-3 पर खिलाया जाता, तो शायद लखनऊ के लिए वह बड़ा असर छोड़ते, जो परिणाम को भी प्रभावित करता
बतौर ओपनर भी हाथ आजमाए?
वैसे पंत ने लीग मैचों में बतौर ओपनर भी हाथ आजमाए. 12 अप्रैल को लेफ्टी बल्लेबाज ने गुजरात के खिलाफ बतौर ओपनर 18 गेंदों पर 21 रन बनाकर काफी हद तक संकेत देने की कोशिश की थी कि वह यहं सहज महसूस कर रहे हैं, लेकिन प्रबंधन ने फिर से उन्हें नंबर-4 पर धकेल दिया. और अगर पंत ने सबसे ज्यादा खराब प्रदर्शन किया, तो वह इसी क्रम पर किया. नंबर-4 ने उनकी नैसर्गिकता को बांध कर रख दिया. और इस शतक की सफलता से यही साबित होता है कि वह नंबर चार पर सहज नहीं थे और अपना नेचुरल गेम नहीं खेल सके.
इस प्रदर्शन के साथ हुआ समापन
आखिरी लीग मैच की 118 रन की पारी ने पंत का भला कुछ ऐसे किया कि उनका औसत करीब पच्चीस तक पहुंच गया. पंत ने खेले 14 मैचों की 13 पारियों में 24.25 के औसतक से 269 रन बनाए. उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 24 रन रहा. इसमें 1 शतक और एक ही अर्द्धशतक शामिल रहा.
(खबर जारी है)
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