
Stomach bloating problem: भारत में पेट फूलना और निकली हुई तोंद आम बात है. लोग अक्सर इसे मोटापे या बढ़ती उम्र से जोड़ते हैं, लेकिन साइंस कहती है कि यह असल में पाचन तंत्र की समस्या है. लंबे समय तक गलत खानपान, फैटी लीवर, क्रोनिक ब्लोटिंग और आंतों में बैक्टीरिया की असामान्य बढ़ोतरी इसका कारण बनते हैं.

शाकाहारी भोजन और फर्मेंटेशन (pot belly problem)
भारत में प्रति व्यक्ति मांस का सेवन दुनिया में सबसे कम है. हमारी डाइट में ज्यादा अनाज, फाइबर और लो प्रोटीन होता है. इस वजह से आंत में एक्सेस फर्मेंटेशन होता है. गैस, डकार, ब्लोटिंग और पाचन में दिक्कत बढ़ जाती है. दरअसल, इंसान उतने भारी फर्मेंटेशन के लिए डिज़ाइन नहीं है, जितना बकरियों या गुरिल्ला जैसे शाकाहारी जानवरों का सिस्टम होता है.

अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का खतरा (Why do people in India have more belly fat)
आजकल भारतीय डाइट का बड़ा हिस्सा अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड से भरा है.
इनमें ग्लूकोज सिरप, रिफाइंड स्टार्च और इंडस्ट्रियल सीड ऑयल होता है.
यह आंत की परत को कमजोर कर देता है और हानिकारक बैक्टीरिया बढ़ाता है.
इससे क्रोनिक ब्लोटिंग और पाचन संबंधी बीमारियां और गंभीर हो जाती हैं.

एंटासिड का गलत इस्तेमाल (belly fat reasons)
कई लोग रोज़ाना एंटासिड लेते हैं, जिससे पेट का एसिड और भी कम हो जाता है. नतीजतन, खाना सही से नहीं पचता और आंतों में बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ जाता है. डॉक्टर अक्सर लक्षणों का इलाज करते हैं, लेकिन आहार की असली वजह पकड़ नहीं पाते.

पेट फूलने से निजात पाने के उपाय (intermittent fasting benefits)
- सबसे पहले प्रोसेस्ड स्नैक्स और रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट कम करें.
- बार-बार खाने के बजाय समय-समय पर इंटरमिटेंट फास्टिंग अपनाएं.
- एनिमल प्रोटीन जैसे अंडा, मछली और मांस सीमित मात्रा में लें, ये पचने में आसान हैं.
- बीटाइन हाइड्रोक्लोराइड जैसे उपाय पेट के एसिड को कंट्रोल में रख सकते हैं और पाचन सुधारते हैं (लेकिन अल्सर या गैस्ट्राइटिस के मरीज इसका इस्तेमाल न करें).

क्यों जरूरी है आहार सुधार? (processed food gut health)
पेट फूलना केवल लुक्स की समस्या नहीं, बल्कि यह आपके गट हेल्थ और इम्यून सिस्टम का अलार्म है, जैसे ही आप खानपान में बदलाव करते हैं, ब्लोटिंग कम होती है और पेट अपने आप सपाट होने लगता है.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.
ये भी पढ़ें:- यहां उगाया जाता है दुनिया का सबसे बड़ा संतरा
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं