
अगले ही कुछ दिनों में यह सामने आ जाएगा कि इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) का अगला चेयरमैन कौन बनने जा रहा है, लेकिन उससे पहले ही वर्तमान में बीसीसीआई (BCCI) के सचिव जय शाह (Jay Shah) के अगला चेयरमैन बनने की बहुत ही जोर-शोर से चल रही हैं. पिछले छह साल से न्यूजीलैंड के ग्रेग बार्कले आईसीसी के चेयरमैन हैं, लेकिन यह उनका आखिरी कार्यकाल है. नए चेयरमैन के लिए इसी महीने की 27 तारीख आवेदन की आखिरी तारीख है. और अब अगले चेयरमैन बनने की चर्चा के बीच जय शाह ने ऐसा मास्टरस्ट्रोक खेला है, जिसने उनकी दावेदारी को और भी ज्यादा मजबूत बना दिया है.
सिडनी हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार दरअसल दुनिया भर की टी20 लीगों के आयोजन के बीच आईसीसी का इरादा अब टेस्ट क्रिकेट को और रोमांचक बनाने का है, तो पैतृक संस्था यह भी चाहती है कि "बिग थ्री" (भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड) के अलावा टेस्ट खेलने वाले बाकी देशों के खिलाड़ियों को भी अच्छी खासी रकम मिले. और इसके लिए आईसीसी ने टेस्ट क्रिकेट के लिए अलग से 15 मिलियन डॉलर का फंड बनाने का मन बना लिया है, जिस पर जल्द ही आधिकारिक तौर पर मुहर लग सकती है. इस फैसले के पीछे युवा खिलाड़ियों को पूरी तरह से टी20 की ओर रुख करने से भी रोकना है.

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इस विचार का प्रस्ताव क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) ने रखा था, जिसका जय शाह ने पूरी तरह ऐसे समय समर्थन किया, जब जल्द ही आईसीसी के नए चेयरमैन का ऐलान होने जा रहा है. रिपोर्ट के अनुसार शाह इस रेस में सबसे आगे हैं
...खिलाड़ियों को मिलेगी कम से कम इतनी मैच फीस
इस फंड के अस्तित्व में आने के साथ ही टेस्ट खेलने वाले खिलाड़ी को प्रति मैच कम से कम दस हजार यूएस डॉलर का भुगतान किया जाएगा. भारतीय मुद्रा में यह रकम करीब साढ़े आठ लाख रुपये बैठती है. साथ ही, इससे इन देशों को विदेश दौरे पर टीम भेजने पर आने वाला खर्च भी मिलेगा. जाहिर है कि इससे पाकिस्तानी खिलाड़ियों को भी फायदा होगा, तो आयरलैंड और अफगानिस्तान जैसी टीम के खिलाड़ियों को भी अच्छी मैच फीस मिलेगी.
इस विचार पर वर्तमान पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरमैन माइक बैर्ड ने कहा कि यह देखना बहुत ही सुखद है कि टेस्ट मैच फंड के लिए प्रयास हो रहे हैं. हमें टेस्ट क्रिकेट की बाउंड्रियों को हटाने और इस फॉर्मेट को प्रोत्साहित करने की जरुरत है, जिसे हम इसे सर्वश्रेष्ठ में से सर्वश्रेष्ठ बना सकें, इतिहास और इसकी विरासत को बरकरार रख सकें.
इस करार पर भी निर्भर करेगी फंड की रकम
वैसे इस 15 मिलियन फंड से तीन सबसे धोनी बोर्ड भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड को फायदा मिलने की उम्मीद नहीं है क्योंकि ये तीनों ही पहले से ही अपने खिलाड़ियों को मोटी फीस दे रहे हैं. हालांकि, इस फंड के लिए कितनी रकम उपलब्ध रहेगी, यह ब्रॉडकास्टर स्टार स्पोर्ट्स के साथ चल रहे विवाद पर भी निर्भर करेगा. विवाद यह है कि स्टार ग्रुप आईसीसी के साथ हुई 2022 डील को लेकर फिर से मोल-भाव करना चाहता है. ग्रुप चाहता है कि अनुबंध की मूल रकम तीन बिलियन से घटाकर इसकी आधी कर दी जाए.
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