जसप्रीत बुमराह ने नागपुर में अंतिम ओवर में इंग्लैंड के दो विकेट लेकर जीत दिला दी (फोटो :AFP)
नई दिल्ली:
इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 सीरीज में 1-0 से पीछे तल रही टीम इंडिया को नागपुर के विदर्भ क्रिकेट स्टेडियम में खेले गए टी-20 मैच में संजीवनी मिली, जब उसने रोमांचक मैच में इंग्लैंड को 5 नर से हराकर सीरीज को लेवल पर ला दिया. टीम इंडिया की इस जीत में दाएं हाथ के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और बाएं हाथ के तेज गेंदबाज आशीष नेहरा का अहम रोल रहा, लेकिन इन दोनों में से भी अगर एक अहम खिलाड़ी का चुनाव किया जाए, तो वह बुमराह ही थे. बुमराह ने स्लॉग ओवरों में पहली बार ऐसा प्रदर्शन नहीं किया है. इससे पहले भी वह कई मौकों पर कमाल कर चुके हैं, लेकिन पिछले कुछ मैचों से वह आउट ऑफ फॉर्म चल रहे थे. नागपुर में भी वह शुरुआती दो ओवरों में पिट गए थे, लेकिन अंतिम ओवरों में कमाल ही कर दिया.
अपने अजीब बॉलिंग एक्शन की वजह से सहज ही सबका ध्यान आकर्षित कर लेने वाले जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में काफी महंगे साबित हुए थे. चूंकि बुमराह कप्तान विराट कोहली के मुख्य हथियार हैं ऐसे में उनके सामने ओपनिंग बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी में भी नई समस्याएं खड़ी हो रही थीं. ऐसा नहीं है कि बुमराह यॉर्कर के लिए कोशिश नहीं कर रहे थे. वह यॉर्कर कर रहे थे, लेकिन वह सटीक नहीं पड़ रहीं थीं और बल्लेबाज आसानी से रन बना ले रहे थे. अब नागपुर टी-20 में बुमराह के फॉर्म में लौटने से विराट कोहली को काफी राहत मिली होगी.
आइए हम टीम इंडिया के इस युवा गेंदबाज के बारे में 10 खास बातें जानते हैं...
1. बुमराह का पूरा नाम जसप्रीत जसबीरसिंह बुमराह है. उनका जन्म अहमदाबाद में 6 जनवरी 1993 को हुआ था. बुमराह के पिता जसबीर सिंह को हेपेटाइटिस बी हो गया था. जब बुमराह लगभग सात साल के थे तभी उनके पिता का निधन हो गया और बाद में उनका पालन-पोषण अकेले उनकी मां ने किया. बुमराह की मां टीचर रही हैं.
2. जसप्रीत बुमराह ने क्रिकेट की शुरुआत लगभग 14 साल की उम्र में की थी. पहले मां तैयार नहीं हुईं, लेकिन जब बुमराह ने उन्हें भरोसा दिलाया, तो उन्होंने हां कर दी. बुमराह ने पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट की प्रैक्टिस शुरू की. इसके लिए वह सुबह और शाम को ट्रेनिंग के लिए एकेडमी जाते थे.
3. गुजरात की ओर से घरेलू क्रिकेट खेलेने वाले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को पहली बार साल 2012-13 में सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी से पहचान मिली थी. बुमराह ने इस ट्रॉफी के फाइनल में गुजरात की ओर से 4 ओवर में केवल 14 रन देकर 3 विकेट लिए थे और गुजरात को चैंपियन बना दिया था. उन्होंने पंजाब को 122 रन पर ऑलआउट कर दिया था.
4. जसप्रीत बुमराह का आईपीएल पदार्पण भी शानदार रहा था. साल 2013 में उन्हें मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कैप सौंपी थी. उस समय बुमराह मुंबई इंडियंस की ओर से खेले थे. पहले ही आईपीएल मैच में बुमराह ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के बल्लेबाज विराट कोहली और मयंक अग्रवाल जैसे खिलाड़ियों के विकेट लिए थे. उन्होंने मैच में 32 रन पर 3 विकेट चटकाए थे. इस मैच से ही उन्होंने सचिन को खासा प्रय़भावित कर दिया था.
5. जसप्रीत बुमराह को उस समय इंटरनेशनल क्रिकेट में मौका मिला था, जब तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जनवरी, 2016 में चोटिल हो गए थे. बुमराह ने पहले ही वनडे में 10 ओवर में 2 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई खेमे में सनसनी फैला दी. कहा जाता है कि उस समय के कप्तान एमएस धोनी ने घरेलू क्रिकेट में बुमराह के प्रदर्शन को देखते हुएउनकी खास मांग की थी. उस दौरे में बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक वनडे और 3 टी 20 मैच खेले थे. कप्तान धोनी ने बुमराह के प्रदर्शन से प्रभावित होकर कहा था, ‘हमने यहां सीरीज जीती, लेकिन बड़ी तस्वीर पर गौर करना महत्वपूर्ण है. जसप्रीत बुमराह में क्षमता है और वह काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. वह शानदार यॉर्कर फेंकता है. बुमराह दौरे की खोज है.'
6. मुंबई इंडियन्स की ओर से आईपीएल खेलते समय जसप्रीत बुमराह को श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा की सलाह से काफी फायदा हुआ. मलिंगा ने उनसे कहा था कि उनकी गेंदबाजी तो ठीक है, लेकिन उनको विविघता लाने की जरूरत है. इसके बाद बुमराह ने गेंदबाजी में निखार लाते हुए मुंबई इंडियंस की ओर से कई विकेट झटके.
7. ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद एमएस धोनी के लिए जसप्रीत बुमराह स्लॉग ओवर के मुख्य गेंदबाज बन गए और धोनी ने उन्हें अहम मौकों पर उपयोग करना शुरू कर दिया. एशिया कप के दौरान बुमराह ने स्लॉग ओवरों में काफी अच्छी गेंदबाजी की. बुमराह ने डिर्क नैनिस को पीछे छोड़ते हुए एक साल में सबसे ज्यादा 28 टी-20 विकेट झटके और टी-20 में एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज भी बने.
8. 2016 के टॉप टी-20 गेंदबाजों में जुसप्रीत बुमराह तीसरे नंबर पर रहे. उन्होंने 44 मैचों में विकेट चटकाए. उनसे ऊपर ड्वेन ब्रावो (87 विकेट) और आंद्रे रसेल (76) रहे. वनडे की बात करें, तो बुमराह 11 मैचों में 21.68 के औसत से 22 विकेट ले चुके हैं. वहीं टी20 इंटरनएशनल में 23 मैचों में 30 विकेट लिए हैं.
9. स्लिंगी एक्शन और शानदार यॉर्कर की वजह से जसप्रीत बुमराह की तुलना श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा से की जाती है. गौरतलब है कि मलिंगा की यॉर्कर गेंदों को खेलना बहुत मुश्किल होता है. मलिंगा की तरह ही बुमराह भी भारतीय फैन्स के बीच यॉर्कर किंग के नाम से मशहूर हैं.
10. जसप्रीत बुमराह ने अपनी गेंदबाजी से वनडे और टीम-20 में खासा प्रभावित किया है, लेकिन उन्हें एक चीज का अब भी इंतजार है. बुमराह को टीम इंडिया की टेस्ट टीम में खेलने का मौका नहीं मिला है. अब उम्मीद की जा रही है कि लगातार अच्छे प्रदर्शन की वजह से उन्हें जल्द ही टीम इंडिया के टेस्ट स्क्वाड में जगह मिल सकती है.
अपने अजीब बॉलिंग एक्शन की वजह से सहज ही सबका ध्यान आकर्षित कर लेने वाले जसप्रीत बुमराह इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में काफी महंगे साबित हुए थे. चूंकि बुमराह कप्तान विराट कोहली के मुख्य हथियार हैं ऐसे में उनके सामने ओपनिंग बल्लेबाजी के साथ-साथ गेंदबाजी में भी नई समस्याएं खड़ी हो रही थीं. ऐसा नहीं है कि बुमराह यॉर्कर के लिए कोशिश नहीं कर रहे थे. वह यॉर्कर कर रहे थे, लेकिन वह सटीक नहीं पड़ रहीं थीं और बल्लेबाज आसानी से रन बना ले रहे थे. अब नागपुर टी-20 में बुमराह के फॉर्म में लौटने से विराट कोहली को काफी राहत मिली होगी.
आइए हम टीम इंडिया के इस युवा गेंदबाज के बारे में 10 खास बातें जानते हैं...
1. बुमराह का पूरा नाम जसप्रीत जसबीरसिंह बुमराह है. उनका जन्म अहमदाबाद में 6 जनवरी 1993 को हुआ था. बुमराह के पिता जसबीर सिंह को हेपेटाइटिस बी हो गया था. जब बुमराह लगभग सात साल के थे तभी उनके पिता का निधन हो गया और बाद में उनका पालन-पोषण अकेले उनकी मां ने किया. बुमराह की मां टीचर रही हैं.
2. जसप्रीत बुमराह ने क्रिकेट की शुरुआत लगभग 14 साल की उम्र में की थी. पहले मां तैयार नहीं हुईं, लेकिन जब बुमराह ने उन्हें भरोसा दिलाया, तो उन्होंने हां कर दी. बुमराह ने पढ़ाई के साथ-साथ क्रिकेट की प्रैक्टिस शुरू की. इसके लिए वह सुबह और शाम को ट्रेनिंग के लिए एकेडमी जाते थे.
3. गुजरात की ओर से घरेलू क्रिकेट खेलेने वाले तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को पहली बार साल 2012-13 में सैयद मुश्ताक अली टी20 ट्रॉफी से पहचान मिली थी. बुमराह ने इस ट्रॉफी के फाइनल में गुजरात की ओर से 4 ओवर में केवल 14 रन देकर 3 विकेट लिए थे और गुजरात को चैंपियन बना दिया था. उन्होंने पंजाब को 122 रन पर ऑलआउट कर दिया था.
4. जसप्रीत बुमराह का आईपीएल पदार्पण भी शानदार रहा था. साल 2013 में उन्हें मास्टर-ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने कैप सौंपी थी. उस समय बुमराह मुंबई इंडियंस की ओर से खेले थे. पहले ही आईपीएल मैच में बुमराह ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरू के बल्लेबाज विराट कोहली और मयंक अग्रवाल जैसे खिलाड़ियों के विकेट लिए थे. उन्होंने मैच में 32 रन पर 3 विकेट चटकाए थे. इस मैच से ही उन्होंने सचिन को खासा प्रय़भावित कर दिया था.
5. जसप्रीत बुमराह को उस समय इंटरनेशनल क्रिकेट में मौका मिला था, जब तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जनवरी, 2016 में चोटिल हो गए थे. बुमराह ने पहले ही वनडे में 10 ओवर में 2 विकेट लेकर ऑस्ट्रेलियाई खेमे में सनसनी फैला दी. कहा जाता है कि उस समय के कप्तान एमएस धोनी ने घरेलू क्रिकेट में बुमराह के प्रदर्शन को देखते हुएउनकी खास मांग की थी. उस दौरे में बुमराह ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एक वनडे और 3 टी 20 मैच खेले थे. कप्तान धोनी ने बुमराह के प्रदर्शन से प्रभावित होकर कहा था, ‘हमने यहां सीरीज जीती, लेकिन बड़ी तस्वीर पर गौर करना महत्वपूर्ण है. जसप्रीत बुमराह में क्षमता है और वह काफी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है. वह शानदार यॉर्कर फेंकता है. बुमराह दौरे की खोज है.'
6. मुंबई इंडियन्स की ओर से आईपीएल खेलते समय जसप्रीत बुमराह को श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा की सलाह से काफी फायदा हुआ. मलिंगा ने उनसे कहा था कि उनकी गेंदबाजी तो ठीक है, लेकिन उनको विविघता लाने की जरूरत है. इसके बाद बुमराह ने गेंदबाजी में निखार लाते हुए मुंबई इंडियंस की ओर से कई विकेट झटके.
7. ऑस्ट्रेलिया दौरे के बाद एमएस धोनी के लिए जसप्रीत बुमराह स्लॉग ओवर के मुख्य गेंदबाज बन गए और धोनी ने उन्हें अहम मौकों पर उपयोग करना शुरू कर दिया. एशिया कप के दौरान बुमराह ने स्लॉग ओवरों में काफी अच्छी गेंदबाजी की. बुमराह ने डिर्क नैनिस को पीछे छोड़ते हुए एक साल में सबसे ज्यादा 28 टी-20 विकेट झटके और टी-20 में एक कैलेंडर ईयर में सबसे ज्यादा विकेट चटकाने वाले गेंदबाज भी बने.
8. 2016 के टॉप टी-20 गेंदबाजों में जुसप्रीत बुमराह तीसरे नंबर पर रहे. उन्होंने 44 मैचों में विकेट चटकाए. उनसे ऊपर ड्वेन ब्रावो (87 विकेट) और आंद्रे रसेल (76) रहे. वनडे की बात करें, तो बुमराह 11 मैचों में 21.68 के औसत से 22 विकेट ले चुके हैं. वहीं टी20 इंटरनएशनल में 23 मैचों में 30 विकेट लिए हैं.
9. स्लिंगी एक्शन और शानदार यॉर्कर की वजह से जसप्रीत बुमराह की तुलना श्रीलंका के तेज गेंदबाज लसिथ मलिंगा से की जाती है. गौरतलब है कि मलिंगा की यॉर्कर गेंदों को खेलना बहुत मुश्किल होता है. मलिंगा की तरह ही बुमराह भी भारतीय फैन्स के बीच यॉर्कर किंग के नाम से मशहूर हैं.
10. जसप्रीत बुमराह ने अपनी गेंदबाजी से वनडे और टीम-20 में खासा प्रभावित किया है, लेकिन उन्हें एक चीज का अब भी इंतजार है. बुमराह को टीम इंडिया की टेस्ट टीम में खेलने का मौका नहीं मिला है. अब उम्मीद की जा रही है कि लगातार अच्छे प्रदर्शन की वजह से उन्हें जल्द ही टीम इंडिया के टेस्ट स्क्वाड में जगह मिल सकती है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
जसप्रीत बुमराह, भारत बनाम इंग्लैंड, एमएस धोनी, नागपुर टी-20, क्रिकेट मैच, Jasprit Bumrah, India Vs England, Cricket News In Hindi, MS Dhoni, Sachin Tendulkar, Cricket Match