
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2025) में खराब प्रदर्शन की मार झेल रही लखनऊ सुपर जॉयंट्स को एक और जोर का झटका लगा है. और उसके स्टार और तूफानी पेसर मयंक यादव (Mayank Yadav is ruled out) फिर से चोटिल होकर मेगा टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं. उनकी जगह लखनऊ ने न्यूजीलैंड के पेसर विलियम ओ राउर्की को टीम में शामिल किया है. आईपीएल की ओर से जारी बयान में कहा गया है, 'मयंक यादव की कमर में चोट है और वह टूर्नामेंट के बाकी मैचों से बाहर हो गए हैं'
Fast and Furious! Kiwi pacer Will O'Rourke joins the Super Giants family! 💙
— Lucknow Super Giants (@LucknowIPL) May 15, 2025
He replaces Mayank Yadav who is set to miss the rest of the season due to injury. pic.twitter.com/Gq8YKY8oTs
इस कीमत पर आए राउर्की
एलएसजी ने यादव के विकल्प के तर पर न्यूजीलैंड के विलियम ओर राउर्की को टीम में शामिल किया है. कीवी पेसर को उनके रिजर्व प्राइस 3 करोड़ की कीमत पर ही जोड़ा है. हालांकि, उन्हें पूरा पैसा नहीं मिलेगा और प्रो-रेटा (आनुपातिक रूप से) बचे हुए मैचों के आधार पर भुगतान किया जाएगा. भारतीय युवा पेसर की बात करें, तो 22 साल के मयंक यादव ने इस सीजन में केवल 2 ही मैच खेले हैं. इन मैचों में वह बहुत ही ज्यादा महंगे साबित हुए. मयंक ने 12.50 के इकॉनमी औसत से दो अंतरराष्ट्रीय दो मैचों में केवल 2 ही विकेट चटकाए. वापसी पर मयंक ने मुंबई के खिलाफ 40 रन देकर दो विकेट लिए, लेकिन अगले ही मैच में वह पंजाब के खिलाफ चार ओवरों में 60 रन लुटा बैठे और खाते में कोई विकेट नहीं आया.
मयंक को लगेगी करोड़ों की चपत
एक समय अपनी तूफानी स्पीड के लिए चर्चा में आए मयंक यादव को लखनऊ ने 11 करोड़ रुपये में रिटेन किया था, लेकिन वह दो ही मैच खेलकर बाहर हो गए. जाहिर है कि अब उन्हें अनुबंध की पूरी राशि नहीं मिलेगी. अब उनके अनुबंध का भुगतान 'प्रो रेटा' (आनुपातिक रूप से) नियम के आधार पर होगा. अनुबंध के 11 करोड़ से मयंक को सिर्फ 1 करोड़ और 57 लाख रुपये ही मिल पाएंगे. मतलब इस पेसर को चोट के कारण करीब 9 करोड़ और 43 लाख रुपये का नुकसान झेलना होगा. हालांकि, उन्हें 2 मैच खेलने के लिए अलग से 15 लाख रुपये मैच फीस भी मिलेगी
लगातार चोट पर चोट !
मयंक यादव का चोटों का अच्छा खासा इतिहास रहा है. और पिछले दो साल के भीतर यादव को पांच स्ट्रेस फ्रैक्चर हो चुका है. निश्चित तौर पर यह लखनऊ के लिए बहुत ही चिंता की बात है और उन्हें आगे भविष्य में बहुत ही सावधानी से उनका इस्तेमाल करना होगा. पिछले साल भी मयंक चोट के कारण सिर्फ चार ही मैच खेलकर चोट के कारण बाहर हो गए थे. कुल मिलाकर यह चोट मयंक के लिए क्रिकेट के साथ-साथ मोटा आर्थिक नुकसान लेकर भी आई है.
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