
भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) का मानना है कि आयुष म्हात्रे,वैभव सूर्यवंशी (Vaibhav Suryavanshi), प्रियांश आर्य और प्रभसिमरन सिंह का भविष्य में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलना तय है. महज 17 वर्षीय म्हात्रे को चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) ने चोटिल कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ की जगह टीम में शामिल किया था और उन्होंने मुंबई इंडियंस (MI) और सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) के खिलाफ 30 और 32 रन बनाते हुए अपने बोल्ड स्ट्रोकप्ले से प्रशंसकों और विशेषज्ञों को प्रभावित किया. शास्त्री ने आईसीसी रिव्यू में कहा, 'मुंबई में दूसरी रात मुंबई इंडियंस के खिलाफ आयुष म्हात्रे ने जो शॉट खेले, वे तीन शॉट...जिस तरह से उन्होंने शानदार शुरुआत की, एक 17 वर्षीय के लिए अविश्वसनीय शॉट, एक स्टार-स्टडेड मुंबई इंडियंस लाइन-अप के खिलाफ और उस अंदाज में खुद को अभिव्यक्त करने के लिए, उसने सभी का ध्यान आकर्षित किया.' शास्त्री ने आईसीसी रिव्यू शो के नवीनतम एपिसोड में कहा,'मुझे लगता है कि आयुष म्हात्रे का भविष्य है. जब मैं उसे देखता हूं, तो उसके द्वारा खेले गए कुछ शॉट्स, मुझे लगता है कि अगर उसे सही तरीके से संभाला जाए और सही तरह के लोगों के साथ हो, तो वह ऐसा खिलाड़ी है जो बहुत आगे तक जा सकता है.'
'वह अब जल्द ही...', 14 साल के वैभव सूर्यवंशी को लेकर माइकल वॉन ने की भविष्यवाणी
दूसरी ओर, 14 वर्षीय सूर्यवंशी, जो आईपीएल में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी हैं, ने राजस्थान रॉयल्स (आरआर) के लिए 34 और 16 के स्कोर से प्रभावित किया, जिसमें आईपीएल में अपनी पहली ही गेंद पर शार्दुल ठाकुर को छक्का लगाना भी शामिल है. शास्त्री ने कहा, 'मुझे लगता है कि उसने जो पहला शॉट खेला. उसने सभी की सांसें रोक दीं, लेकिन वह युवा है. इसलिए मैं कहूंगा कि उसे थोड़ा खेलने दे क्योंकि इस उम्र में असफलता भी निश्चित है. यह इस पर निर्भर करता है कि वह असफलता को कैसे संभालता है.'
पंजाब किंग्स (PBKS) के लिए टूर्नामेंट की शुरुआत से ही आर्य और प्रभसिमरन शानदार फॉर्म में हैं, उन्होंने आठ-आठ मैचों में क्रमशः 254 और 209 रन बनाए हैं. शास्त्री ने कहा,'पंजाब के दो सलामी बल्लेबाज प्रियांश आर्य और प्रभसिमरन सिंह भी धमाकेदार प्रदर्शन करते हैं. ऐसा लगता है कि ये युवा खिलाड़ी जो अब आए हैं, जिनमें 14 और 17 साल की उम्र के खिलाड़ी शामिल हैं और पहले छह ओवरों में ही हिट कर देते हैं.'
युवा भारतीय खिलाड़ियों को अपना कौशल दिखाने के लिए एक मंच देने के लिए आईपीएल की प्रशंसा करते हुए शास्त्री ने सावधानी बरतने की बात भी कही. पूर्व दिग्गज बोले, 'लोग नई चीजें लेकर आएंगे. उस पर बहुत सारी शॉर्ट स्टफ फेंकी जाएंगी. जब आप किसी की पहली गेंद पर छक्का खाते हैं, तो आप कोई दया नहीं दिखाते. फिर आपको इस बात की परवाह नहीं है कि वह 14 साल का है या 12 साल का, या 20 साल का. मेनू वही है जो आप परोसते हैं. इसलिए, उसे इसकी आदत डालनी होगी और एक बार जब हम उसे संभालते हुए देखेंगे तो आप उचित निर्णय ले पाएंगे.'
भारत में पहले से ही शुभमन गिल, बी साई सुदर्शन और अभिषेक शर्मा जैसे प्रतिभाशाली खिलाड़ी हैं. शास्त्री ने यह कहते हुए हस्ताक्षर किए कि अजीत अगरकर की अगुवाई वाली चयन समिति को खिलाड़ियों का चयन तब करना होगा, जब वे शानदार फॉर्म में हों. उन्होंने कहा, 'यह सिर्फ सफेद गेंद वाले क्रिकेट में दिखता है कि भारत में प्रतिभाओं की भरमार है. यह चयनकर्ताओं के लिए एक बड़ा सिरदर्द है, लेकिन जब आपको लगता है कि कोई व्यक्ति शानदार है, तो उसे मौका दें क्योंकि आप जानते हैं कि उसे सिर्फ देखना ही बहुत महत्वपूर्ण नहीं है.'
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