कोच अनिल कुंबले के साथ उमेश यादव (फाइल फोटो).
नई दिल्ली:
टेस्ट सीरीज़ शुरू होने से पहले ऑस्ट्रेलियाई टीम मैनेजमेंट आश्वस्त नज़र आ रही थी कि उन्हें सबसे बड़ा ख़तरा भारतीय स्पिनर्स से ही है. लेकिन पहले दिन भारतीय पेस-किंग उमेश यादव ने मेहमान टीम की कमर तोड़ दी. पहले दिन की कामयाबी के बाद उमेश ने इसका श्रेय कोच अनिल कुंबले और टीम मैनेजमेंट को दिया. उमेश कहते हैं, "मुझे लगता है मैंने जो पिछले छह महीने संजय भाई (संजय बांगड़) और अनिल भाई (अनिल कुंबले) के साथ मेहनत की उसी का नतीजा मिल रहा है. ऐसी पिच पर संजय भाई और अनिल भाई के साथ प्लान बनाया है कि ऐसी लाइन लेंथ पर गेंद डालूं जिसमें बैड बॉल या बाउंड्री बॉल की गुंजाइश कम हो."
टर्निंग ट्रैक पर 2.66 की इकॉनमी के साथ गेंदबाज़ी करने वाले उमेश कहते हैं कि डेविड वॉर्नर के ख़िलाफ़ गेंदबाज़ी करते वक्त उन्हें गेंद थोड़ी देर से मिली. लेकिन गेंद रिवर्स कर रही थी और उनका प्लान था कि वो वॉर्नर को बल्ला खोलने का मौक़ा ना दें साथ ही लेंथ गेंद डालते रहें. उनकी ये तरकीब काम आई और वॉर्नर जैसे ख़तरनाक बल्लेबाज़ 77 गेंदों पर 38 रन बनाकर आउट हो गए.
उमेश यादव की एक तेज़ गेंद पर विकेट के पीछे ऋद्धिमान साहा का हवा में कैच लपकना..शायद पहले दिन के खेल की सबसे शानदार तस्वीर रही. स्टीव ओ कीफ़ के लिए उमेश यादव और ऋद्धिमान साहा की जोड़ी सुपरमैन साबित हुई. उमेश ने साहा के इस कैच के लिए मैच के बाद उनकी खूब तारीफ़ की. मैच के पहले ही दिन विदर्भ के उमेश कुमार तिलक यादव हैट्रिक की रेस में भी नज़र आए. स्टीव ओ कीफ़ और नैथन लायन उमेश की स्पीड के आगे अपना ख़ाता खोलने में नाकाम रहे.
जिस पिच पर माना जा रहा था कि स्पिनर्स अपना जलवा बिखेरेंगे वहां उमेश यादव ने ही मेहमान पारी में सेंध लगाई. सीज़न में ख़तरनाक फ़ॉर्म में दिख रहे डेविड वॉर्नर उमेश की पारी में पहला शिकार बने तो विकेट कीपर मैथ्यू वेड का विकेट लेकर उमेश ने पारी में चार विकेट अपने नाम कर लिए.
उल्लेखनीय है कि 28वां टेस्ट खेल रहे उमेश यादव ने टेस्ट की एक पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा सिर्फ़ एक बार किया है. 5 साल पहले ऑस्ट्रेलिया के ही ख़िलाफ़ पर्थ टेस्ट में. 29 साल के उमेश को बेशक सुपरस्टार का दर्जा नहीं हासिल हो, लेकिन दुनिया के हर कोने में उन्होंने कामयाबी ज़रूर हासिल की है. पर्थ, 2012 में उमेश ने 93 रन देकर 5 विकेट झटके तो पुणे, 2017 में अब तक उनके नाम 32 रन देकर 4 विकेट हैं.
नॉर्थ साउंड, 2016 में उन्होंने वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ 41 रन देकर 4 विकेट झटके तो मेलबर्न, 2011 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ वो 70 रन देकर 4 विकेट झटक चुके हैं. कोलकाता, 2011 में वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ 80 रन देकर 4 विकेट लेने का भी कारनामा किया है.
पहले दिन 3 से कम की इकॉनमी के साथ गेंदबाज़ी करने वाले उमेश के पास अब भी इस पारी में 5 विकेट लेने का मौक़ा है. लेकिन टीम के लिए पहली पारी में वो अपना रोल बखूबी अदा कर चुके हैं.
टर्निंग ट्रैक पर 2.66 की इकॉनमी के साथ गेंदबाज़ी करने वाले उमेश कहते हैं कि डेविड वॉर्नर के ख़िलाफ़ गेंदबाज़ी करते वक्त उन्हें गेंद थोड़ी देर से मिली. लेकिन गेंद रिवर्स कर रही थी और उनका प्लान था कि वो वॉर्नर को बल्ला खोलने का मौक़ा ना दें साथ ही लेंथ गेंद डालते रहें. उनकी ये तरकीब काम आई और वॉर्नर जैसे ख़तरनाक बल्लेबाज़ 77 गेंदों पर 38 रन बनाकर आउट हो गए.
उमेश यादव की एक तेज़ गेंद पर विकेट के पीछे ऋद्धिमान साहा का हवा में कैच लपकना..शायद पहले दिन के खेल की सबसे शानदार तस्वीर रही. स्टीव ओ कीफ़ के लिए उमेश यादव और ऋद्धिमान साहा की जोड़ी सुपरमैन साबित हुई. उमेश ने साहा के इस कैच के लिए मैच के बाद उनकी खूब तारीफ़ की. मैच के पहले ही दिन विदर्भ के उमेश कुमार तिलक यादव हैट्रिक की रेस में भी नज़र आए. स्टीव ओ कीफ़ और नैथन लायन उमेश की स्पीड के आगे अपना ख़ाता खोलने में नाकाम रहे.
जिस पिच पर माना जा रहा था कि स्पिनर्स अपना जलवा बिखेरेंगे वहां उमेश यादव ने ही मेहमान पारी में सेंध लगाई. सीज़न में ख़तरनाक फ़ॉर्म में दिख रहे डेविड वॉर्नर उमेश की पारी में पहला शिकार बने तो विकेट कीपर मैथ्यू वेड का विकेट लेकर उमेश ने पारी में चार विकेट अपने नाम कर लिए.
उल्लेखनीय है कि 28वां टेस्ट खेल रहे उमेश यादव ने टेस्ट की एक पारी में 5 विकेट लेने का कारनामा सिर्फ़ एक बार किया है. 5 साल पहले ऑस्ट्रेलिया के ही ख़िलाफ़ पर्थ टेस्ट में. 29 साल के उमेश को बेशक सुपरस्टार का दर्जा नहीं हासिल हो, लेकिन दुनिया के हर कोने में उन्होंने कामयाबी ज़रूर हासिल की है. पर्थ, 2012 में उमेश ने 93 रन देकर 5 विकेट झटके तो पुणे, 2017 में अब तक उनके नाम 32 रन देकर 4 विकेट हैं.
नॉर्थ साउंड, 2016 में उन्होंने वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ 41 रन देकर 4 विकेट झटके तो मेलबर्न, 2011 में ऑस्ट्रेलिया के ख़िलाफ़ वो 70 रन देकर 4 विकेट झटक चुके हैं. कोलकाता, 2011 में वेस्ट इंडीज़ के ख़िलाफ़ 80 रन देकर 4 विकेट लेने का भी कारनामा किया है.
पहले दिन 3 से कम की इकॉनमी के साथ गेंदबाज़ी करने वाले उमेश के पास अब भी इस पारी में 5 विकेट लेने का मौक़ा है. लेकिन टीम के लिए पहली पारी में वो अपना रोल बखूबी अदा कर चुके हैं.
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