
भारतीय क्रिकेट का इतिहास (Indian Cricket History) काफी बड़ा है. अबतक कई ऐसे दिग्गज भारतीय क्रिकेटर हुए हैं जिसने विश्व लेवल पर नाम कमाया है. वहीं भारतीय क्रिकेट के इतिहास में दो ऐसे क्रिकेटर भी हैं जिन्होंने 2 इंटरनेशल खेल में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है. मॉर्ड्न क्रिकेट की बात करें तो ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेटर एलिसा पेरी (Ellyse Perry) ऐसी क्रिकेटर हैं जिन्होंने 2 खेल में अपने देश का प्रतिनिधित्व किया है.एलिसा पेरी (Ellyse Perry) अपने देश के लिए क्रिकेट के अलावा फुटबॉल भी खेला है.
Cotar Ramaswami. He played 2 Tests for India. Ramaswami left his home in Adyar on the morning of 15 October 1985 and never returned. #Trivia
— PIYUSH ???????? (@writetopiyush) March 30, 2017
कोटर रामास्वामी (Cotar Ramaswami)
भारत के लिए 2 टेस्ट मैच खेलने वाले कोटर रामास्वामी (Cotar Ramaswami) ने भारतीय टीम के लिए टेनिस भी खेला है. कोटर रामास्वामी साल 1922 में डेविस कप में भारतीय टीम की ओर से खेले थे. बता दें कि रामास्वामी ने अपने क्रिकेट करियर में 2 टेस्ट मैचों में कुल 170 रन बनाए जिसमें 1 अर्धशतक शामिल रहा, इसके अलावा उन्होंने 53 फर्स्ट क्लास मैच खेलते हुए 2400 रन बनाए. फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उनके नाम 2 शतक और 12 अर्धशतक शामिल है. रामास्वामी को साउथ क्रिकेट का जनक भी माना जाता है. बता दें रामास्वामी का जन्म 16 जून 1896 में मद्रास में हुआ था और उनका निधन जनवरी 1990 में हुआ.
Today in 1896, Cotar Ramaswami was born, he played 2 Tests for India in 1936 & represented India in Davis Cup (1922) pic.twitter.com/TXCO78u0zS
— Cricketopia (@CricketopiaCom) June 16, 2016
साल 1936 के इंग्लैंड दौरे में रामास्वामी भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य रहे थे. जिस समय रामास्वामी ने अपना पहला टेस्ट मैच खेला उस समय उनकी उम्र 40 साल थी. पहले टेस्ट मैच में उन्होंने पहली पारी में 40 और दूसरी पारी में 60 रन बनाए. उनकी पारी के दम पर ही भारतीय टीम टेस्ट मैच ड्रा कराने में सफल रही थी.
Chuni Goswami is unique having played both sports at the top level.
— Mohandas Menon (@mohanstatsman) May 2, 2020
There is Cota Ramaswami who played in 2 Tests in 1936 and before that had appeared in the Davis Cup in 1922.
MJ Gopalan 1 Test in 1933/34 and was part of an Indian a hockey squad that toured N Zealand in 1935
एमजे गोपालन (M. J. Gopalan)
मोरप्पकम गोपालन (M. J. Gopalan) भारत के लिए 1 टेस्ट मैच खेले और साथ ही 78 फर्स्ट क्लास मैच खेलने वाले क्रिकेटर हैं. उन्होंने अपना डेब्यू टेस्ट मैच साल 1934 में कोलकाता में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था. पहले टेस्ट में 18 रन बनाए और 1 विकेट लेने में सफल रहे. आपको बता दें कि भारतीय क्रिकेट टीम में डेब्यू करने से पहले एमजे गोपालन हॉकी भी खेला करते थे. भारतीय हॉकी टीम में (Indian Hockey) में गोपालन ने खुद को सफल सेंटर हाफ के रूप में स्थापित कर लिया था. साल 1936 में गोपालन को बर्लिन ओलंपिक (Berlin Olympic) के लिए भारतीय हॉकी टीम में शामिल किया गया था तो वहीं दूसरी ओर उनका चयन इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए भारतीय क्रिकेट टीम (Indian cricket Team) में भी हुआ. काफी सोचने के बाद आखिर में गोपालनन ने क्रिकेट खेलना उचित समझा. हालाकि इंग्लैंड दौरे पर उनको प्लेइंग इलेवन में शामिल नहीं किया गया जो उनके लिए निराश करने वाला रहा.
#BirthAnniversary of a giant of Madras cricket, MJ Gopalan
— North Stand Gang - Wankhede (@NorthStandGang) June 6, 2020
Bowled the first ball in Ranji Trophy, captained Madras for many years, was a Test selector after retiring
Was a wizard at hockey too#DidYouKnow: For many years, Madras and Ceylon competed annually for the Gopalan Trophy pic.twitter.com/ogCELY5Llt
#BirthAnniversary of a giant of Madras cricket, MJ Gopalan
— North Stand Gang - Wankhede (@NorthStandGang) June 6, 2020
Bowled the first ball in Ranji Trophy, captained Madras for many years, was a Test selector after retiring
Was a wizard at hockey too#DidYouKnow: For many years, Madras and Ceylon competed annually for the Gopalan Trophy pic.twitter.com/ogCELY5Llt
बता दें कि एमजे गोपालन (M. J. Gopalan) का जन्म 6 जून 1909 को चेन्नई में हुआ था तो वहीं 21 दिसंबर 2003 को उनका निधन हुआ. गोपालन भारत सरकार के द्वारा 1964 में पद्म श्री से भी सम्मानित किए जा चुके हैं. मोरप्पकम गोपालन को भले ही एक टेस्ट मैच खेलने का मौका मिला लेकिन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में उन्होंने कामयाबी के झंडे गाड़े. गोपालन ने 78 फर्स्ट क्लास मैच खेले और इस दौरान 2916 रन बनाए जिसमें 1 शतक और 17 अर्धशतक शामिल रहा. इसके अलावा 194 विकेट भी लेने में सफल रहे हैं. एमजे गोपालन ऱणजी ट्रॉफी के इतिहास में ंपहली गेंद करने वाले गेंदबाज हैं.
चूनी गोस्वामी (Chuni Goswami) भी ऐसे खिलाड़ी रहे जिन्हें क्रिकेट में फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेला और भारतीय फुटबॉल टीम में शामिल हुए. हालांकि Chuni Goswami (चूनी गोस्वामी) भारत के लिए इंटरनेशनल लेवल पर क्रिकेट नहीं खेल पाए. चूनी गोस्वामी का हाल ही में निधन हुआ.
VIDEO: कुछ दिन पहले विराट ने करियर को लेकर ब़ड़ी बात कही थी.
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