यह ख़बर 23 अगस्त, 2012 को प्रकाशित हुई थी

हैदराबाद टेस्ट : पुजारा ने 'दीवार' बनकर भारत को दी मजबूती

खास बातें

  • चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 119) के करियर के पहले शतक और विराट कोहली (58) के शानदार अर्द्धशतक की बदौलत न्यूजीलैंड के साथ जारी पहले टेस्ट मैच के पहले दिन खेल खत्म होने तक अपनी पहली पारी में पांच विकेट के नुकसान पर 307 रन बना लिए।
हैदराबाद:

भारतीय क्रिकेट टीम ने गुजरात के 24 साल के कलात्मक युवा बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा (नाबाद 119) के करियर के पहले शतक और विराट कोहली (58) के शानदार अर्द्धशतक की बदौलत न्यूजीलैंड के साथ राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में जारी पहले टेस्ट मैच के पहले दिन गुरुवार का खेल खत्म होने तक अपनी पहली पारी में पांच विकेट के नुकसान पर 307 रन बना लिए।

खराब रोशनी के कारण दिन का खेल तीन ओवर पहले ही समाप्त कर दिया गया। 10वें ओवर में गौतम गंभीर का विकेट गिरने के बाद विकेट पर आए पुजारा ने तीसरे क्रम पर लम्बे समय से खेलते आ रहे राहुल द्रविड़ की तरह 'दीवार' बनकर अपनी कलात्मक शैली और संयम का जोरदार परिचय दिया और पूरे दिन बल्लेबाजी की। वह 226 गेंदों पर 15 चौके और एक छक्का लगाकर नाबाद लौटे।

कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने खेल खत्म होने पर मैदान से बाहर जाते वक्त पुजारा की पीठ थपथपाई। धोनी 29 रन पर नाबाद रहे। धोनी ने अपनी 37 गेंदों की पारी में दो चौके और एक छक्का जड़ा। धोनी तथा पुजारा ने छठे विकेट के लिए 47 रन जोड़कर भारत के कुल योग पर 300 के पार पहुंचाया।

इससे पहले, भारत ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने का फैसला किया। भारत की ओर से पारी की शुरुआत गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग ने की। दोनों बल्लेबाजों ने संभलकर खेलते हुए पहले विकेट के लिए 49 रन जोड़े।

भारत का पहला विकेट गंभीर के रूप में गिरा, जिन्हें ट्रेंट बोउल्ट ने विकेटकीपर क्रूगर वान वैक के हाथों कैच कराया। गंभीर ने 36 गेंदों पर चार चौकों की मदद से 22 रन बनाए।

इसके बाद 77 रन के कुल योग पर सहवाग भी अपना संयम खो बैठे और 47 रन बनाकर आउट हुए। सहवाग ने अपनी छोटी किंतु आकर्षक पारी में 41 गेंदों का सामना करते हुए नौ चौके लगाए और भारत के रन रेट को बेहतर बनाए रखा।

सहवाग के आउट होने के बाद पुजारा ने सचिन तेंदुलकर (19) के साथ स्कोर को 125 तक पहुंचाया लेकिन इस दौरान भारतीय टीम का रन रेट काफी नीचे चला गया। भारत भोजनकाल तक दो विकेट पर 97 रन ही बना सका था।

मास्टर ब्लास्टर सचिन को 19 रन के निजी योग पर बोउल्ट ने बोल्ड किया। तेंदुलकर ने 62 गेंदों पर दो चौके लगाए। उन्होंने पुजारा के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 48 रन जोड़े।

सचिन के पेवेलियन लौटने के बाद कोहली ने दूसरे छोर पर पुजारा का अच्छा साथ दिया और 107 गेंदों पर आठ चौकों की मदद से 58 रन जोड़े। कोहली और पुजारा ने चौथे विकेट के लिए 3.75 के औसत से 125 रन जोड़े। यह साझेदारी भारत के लिए काफी उपयोगी रही।

कोहली ने पुजारा का काफी देर तक साथ दिया लेकिन वह उनके करियर के पहले शतक की बधाई और शाबाशी देने के लिए विकेट पर उनके साथ न रह सके। कोहली का विकेट 250 रन के कुल योग पर गिरा।

इसी बीच, पुजारा ने अपने करियर का पहला शतक पूरा किया। राहुल द्रविड़ के संन्यास के बाद उनके स्थान पर टीम में शामिल किए गए पुजारा ने इस मौके को दोनों हाथों से लपका और 169 गेंदों पर 14 चौकों और एक छक्के की मदद से सैकड़ा जड़ा।

पुजारा के साथ दूसरे छोर पर खड़े सुरेश रैना (3) ने उन्हें बधाई दी और उनकी हौसलाअफजाई भी की। पेवेलियन में भारतीय खिलाड़ियों ने खड़े होकर तालियां बजाई और अपने इस युवा साथी का अभिवादन स्वीकार किया। न्यूजीलैंड की ओर से बोउल्ट ने दो जबकि ब्रैसवेल, क्रिस मार्टिन तथा जीतन पटेल ने एक-एक विकेट झटका है।

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उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम लम्बे समय बाद राहुल द्रविड़ और वीवीएस लक्ष्मण के बगैर टेस्ट मैच खेल रही है। द्रविड़ की जगह पुजारा और लक्ष्मण की जगह एस बद्रीनाथ को टीम में शामिल किया गया लेकिन बद्रीनाथ इस मैच के लिए अंतिम एकादश में जगह नहीं पा सके।