विराट कोहली (फाइल फोटो)
सिडनी:
ऑस्ट्रेलिया के तूफानी बल्लेबाज ग्लेन मैक्सवेल ने उन रिपोर्ट को खारिज किया है जिसमें उनकी ओर से भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान विराट कोहली की आलोचना की गई है। मैक्सवेल के अनुसार, ये खबरें पूरी तरह गलत हैं। सच्चाई तो यह है कि ऑस्ट्रेलियाई टीम विराट का सम्मान करती है और उनकी बल्लेबाजी की क्षमता हमें 'डराती' है।
मेरे कथन को संदर्भ से अलग पेश किया गया
मैक्सेवल ने इस मामले में सोशल मीडिया पर अपनी सफाई दी। अपने ट्वटिर हेंडल पर उन्होंने लिखा, 'मेरे कथन को संदर्भ से अलग पेश किया गया। मैंने विराट की इस बात के लिए प्रशंसा की थी कि उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की और अपनी टीम को जीतने की स्थिति में लेकर आए।'
गेंद को शानदार तरीके से हिट करते हैं
यही नहीं, मैक्सवेल ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से भी बात कर कोहली पर अपने बयान को लेकर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि मुझसे यह अनुमान लगाने को कहा गया था कि सीरीज में बल्लेबाजी के लिहाज से कौन वर्चस्व स्थापित करेगा। इस पर मैंने कहा था 'मुझे नहीं लगता कि दुनिया में इस समय कोई भी विराट से बेहतर तरीके से गेंद को हिट करता है।' उन्होंने कहा कि विराट जो कुछ फील्ड में करते हैं, उससे हममें से से ज्यादा को डर पैदा होता है। केनबरा में जिस तरह से वे खेल को इस तरह से हमसे दूर ले जा रहे थे, उससे हम उन्हें रोकने में खुद को असहाय सा महसूस कर रहे थे। लेकिन कुछ रिपोर्टिंग को देखकर मुझे ऐसा लगा जैसे मैं खेल के सर्वश्रेष्ठ खिलाडि़यों में से एक को निशाना बना रहा हूं। यह एकदम गलत है।
मेरे कथन को संदर्भ से अलग पेश किया गया
मैक्सेवल ने इस मामले में सोशल मीडिया पर अपनी सफाई दी। अपने ट्वटिर हेंडल पर उन्होंने लिखा, 'मेरे कथन को संदर्भ से अलग पेश किया गया। मैंने विराट की इस बात के लिए प्रशंसा की थी कि उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की और अपनी टीम को जीतने की स्थिति में लेकर आए।'
गेंद को शानदार तरीके से हिट करते हैं
यही नहीं, मैक्सवेल ने क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया से भी बात कर कोहली पर अपने बयान को लेकर स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि मुझसे यह अनुमान लगाने को कहा गया था कि सीरीज में बल्लेबाजी के लिहाज से कौन वर्चस्व स्थापित करेगा। इस पर मैंने कहा था 'मुझे नहीं लगता कि दुनिया में इस समय कोई भी विराट से बेहतर तरीके से गेंद को हिट करता है।' उन्होंने कहा कि विराट जो कुछ फील्ड में करते हैं, उससे हममें से से ज्यादा को डर पैदा होता है। केनबरा में जिस तरह से वे खेल को इस तरह से हमसे दूर ले जा रहे थे, उससे हम उन्हें रोकने में खुद को असहाय सा महसूस कर रहे थे। लेकिन कुछ रिपोर्टिंग को देखकर मुझे ऐसा लगा जैसे मैं खेल के सर्वश्रेष्ठ खिलाडि़यों में से एक को निशाना बना रहा हूं। यह एकदम गलत है।
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