
- दक्षिण अफ्रीकियों के प्लान में फंस गए भारतीय दिग्गज
- सभी बल्लेबाज 'एक ही रोग' के हुए शिकार
- क्या पहली पारी की बेहाली से ले पाएंगे सबक?
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नई दिल्ली:
केपटाउन में भारत की पहली पारी में बल्लेबाजों की एक खास क्षेत्र में परेशानी फिर से उभर कर सामने आई. टीम इंडिया के ज्यादातर दिग्गज बल्लेबाजों को दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने पूरे प्लान के साथ इसी क्षेत्र में फंसाया. यह क्षेत्र ऑफ साइड से बाहर का था. केपटाउन टेस्ट की पही पारी में कड़े इम्तिहान में विराट कोहली, मुरली विजय से लेकर टीम इंडिया की अगली दीवार कहे जा रहे चेतेश्वर पुजारा भी इसी ऑफ साइड के 'करंट' में फंस गए.
फिर भी, कई एक्सपर्ट्स भारतीय बल्लेबाजी को लेकर बहुत ज़्यादा मायूस नहीं. पूर्व टेस्ट क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने ट्वीट किया है, "हम भारतीय बल्लेबाजी की ज्यादा आलोचना नहीं कर सकते. इन्होंने द.अफ़्रीका में बस हफ्ते भर वक्त बिताया है. इन हालात का सामना करने के लिए खुद को तैयार करना आसान नहीं है. आपको वक्त चाहिए. वो ये भी कहते हैं, "दक्षिण अफ्रीका की पिचों पर पेस और उछाल तो है ही, साथ ही मूवमेंट भी है."
यह भी पढ़ें : IND VS SA: ..पर हार्दिक पंड्या 'इस भारतीय' के 25 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने से चूक गए.
मैच शुरू होने से पहले मेजबान कप्तान फैफ डू प्लेसिस ने एलान किया था कि वो दो साल पहले भारत में खेली गई सीरीज का बदला लेने का इरादा रखते हैं. और इसके लिए उनके मुताबिक मनमाफिक पिच मिली है. दक्षिण अफ्रीकी पेसर्स शुरुआत से ही सभी भारतीय बल्लेबाज़ों को कड़ा इम्तिहान लेते रहे हैं. मेजबान कप्तान का यह बयान इस दक्षिण अफ्रीकी दौरे की पहली ही पारी में दो सौ फीसदी सही साबित हुआ. सभी मेजबान गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों का कड़ा इम्तिहान लिया. मुरली विजय से लेकर विकेटकीपर ऋिद्धिमान साहा तक दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के ऑफ स्टंप
के बाहर फैलाए गए जाल में फंस गए.
VIDEO : प्रेस कॉन्फ्रैंस में विराट कोहली की बात सही निकली कि दक्षिण अफ्रीकी दौरा चुनौतीपूर्ण है.
केपटाउन में पहली पारी में विकेटों की पतझड़ के बाद भारतीय बल्लेबाजों को यह अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा कि मेजबान गेंदबाजों ने उन्हें घेरने के लिए कितना कड़ा होमवर्क किया है. और कितना सटीक प्लान बनाया है. अब देखने की बात यह होगी कि दिग्गज भारतीय बल्लेबाज पहली पारी से कितना सबक लेते हैं. और कितनी जल्द उठती हुई गेंदों से निपटने के लिए खुद को कितनी जल्दी तैयार करते हैं.
Can’t be overly critical of Indian batting. They have been in SA for just over a week. It’s almost an impossibility to develop instincts to counter such conditions. You need time.#SAvIND #SonyTen1
— Sanjay Manjrekar (@sanjaymanjrekar) January 5, 2018
फिर भी, कई एक्सपर्ट्स भारतीय बल्लेबाजी को लेकर बहुत ज़्यादा मायूस नहीं. पूर्व टेस्ट क्रिकेटर संजय मांजरेकर ने ट्वीट किया है, "हम भारतीय बल्लेबाजी की ज्यादा आलोचना नहीं कर सकते. इन्होंने द.अफ़्रीका में बस हफ्ते भर वक्त बिताया है. इन हालात का सामना करने के लिए खुद को तैयार करना आसान नहीं है. आपको वक्त चाहिए. वो ये भी कहते हैं, "दक्षिण अफ्रीका की पिचों पर पेस और उछाल तो है ही, साथ ही मूवमेंट भी है."
यह भी पढ़ें : IND VS SA: ..पर हार्दिक पंड्या 'इस भारतीय' के 25 साल पुराने रिकॉर्ड को तोड़ने से चूक गए.
मैच शुरू होने से पहले मेजबान कप्तान फैफ डू प्लेसिस ने एलान किया था कि वो दो साल पहले भारत में खेली गई सीरीज का बदला लेने का इरादा रखते हैं. और इसके लिए उनके मुताबिक मनमाफिक पिच मिली है. दक्षिण अफ्रीकी पेसर्स शुरुआत से ही सभी भारतीय बल्लेबाज़ों को कड़ा इम्तिहान लेते रहे हैं. मेजबान कप्तान का यह बयान इस दक्षिण अफ्रीकी दौरे की पहली ही पारी में दो सौ फीसदी सही साबित हुआ. सभी मेजबान गेंदबाजों ने भारतीय बल्लेबाजों का कड़ा इम्तिहान लिया. मुरली विजय से लेकर विकेटकीपर ऋिद्धिमान साहा तक दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों के ऑफ स्टंप
के बाहर फैलाए गए जाल में फंस गए.
VIDEO : प्रेस कॉन्फ्रैंस में विराट कोहली की बात सही निकली कि दक्षिण अफ्रीकी दौरा चुनौतीपूर्ण है.
केपटाउन में पहली पारी में विकेटों की पतझड़ के बाद भारतीय बल्लेबाजों को यह अच्छी तरह से समझ में आ गया होगा कि मेजबान गेंदबाजों ने उन्हें घेरने के लिए कितना कड़ा होमवर्क किया है. और कितना सटीक प्लान बनाया है. अब देखने की बात यह होगी कि दिग्गज भारतीय बल्लेबाज पहली पारी से कितना सबक लेते हैं. और कितनी जल्द उठती हुई गेंदों से निपटने के लिए खुद को कितनी जल्दी तैयार करते हैं.
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