महेंद्र सिंह धोनी का फाइल फोटो
नई दिल्ली:
मेजबान दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ छठे वनडे में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के चाहने वाले ही नहीं, बल्कि तमाम करोड़ों भारतीय क्रिकेटप्रेमियों को उनकी बैटिंग का बेसब्री से इंतजार है. वजह यह है कि महेंद्र सिंह धोनी इस मैच में तीन रिकॉर्ड बनाने की कगार पर खड़े हैं. लेकिन उनके चाहने वालों की नजरें किसी और बात पर ही लगी हुई हैं. वैसे बता दें कि विकेट के पीछे और आगे दोनों ही क्षेत्र में धोनी के निशाने पर ये रिकॉर्ड हैं. मतलब माही के लिए छठा वनडे विकेटकीपिंग के साथ-साथ बैटिंग में भी रिकॉर्ड बनाने का मौका लेकर आया है.
आपको बता दें कि अगर भारतीय क्रिकेट इतिहास में वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने की बात आती है, तो यह रिकॉर्ड के नाम है, जिन्होंने 18,426 रन बनाए हैं, तो सौरव गांगुली 11,221 रनों के साथ दूसरे और 10,768 रनों के साथ राहुल द्रविड़ तीसरे नंबर पर हैं. लेकिन अब धोनी एक खास मामले में इन तीनों को ही पटखनी देने और छठे वनडे में नए आयाम स्थापित करने के लिए तैयार हैं.
यह भी पढ़ें : साउथ अफ्रीका के लिए निकले सुरेश रैना, इस पाकिस्तानी खिलाड़ी ने कहा कुछ ऐसा
अगर धोनी को पिच पर टिकने का पर्याप्त समय या अच्छे खासे ओवर खेलने को मिलते हैं, तो माही वनडे में दस हजार रन सेंचुरियन में ही पूरे कर लेंगे. धोनी के फिलहाल 314 वनडे मैचों में 9967 रन हैं. और उन्हें अपने दस हजार रन पूरे करने के लिए सिर्फ 33 रन की दरकार है. दस हजार क्लब में शामिल होते ही माही औसत के मामले में टीम इंडिया के तीनों दिग्गजों से काफी आगे हो जाएंगे. इसके अलावा धोनी अपने 300 कैच से 4 कैच दूर हैं, तो भारत दक्षिण अफ्रीका सीरीज में मेजबान पूर्व स्टंपर मार्क बाउचर के सर्वाधिक 42 शिकार (40 कैच, 2 स्टंम्स) को पीछे छोड़ने के लिए उन्हें (29 कैच, 10 स्टंप्स) से आगे निकलने के लिए सिर्फ 4 शिकार और करने की जरुरत है
VIDEO : जब इसी मैदान सेंचुरियन में टेस्ट में विराट कोहली ने शतक बनाया था.
आ
आपको बता दें कि जब सचिन तेंदुलकर ने अपने दस हजार रन पूरे किए थे, तो उनका औसत 43 के आस-पास का था, जबकि सौरव गांगुली का 42 और इसी उपलब्धि के समय राहुल द्रविड़ का औसत 41.00 के आस पास था, जबकि धोनी का फिलहाल औसत 51.37 का है. मतलब यह कि दस हजारी बनते ही धोनी इस मामले में औसत के लिहाज से तीनों महान दिग्गजों को पीछे छोड़ देंगे
वैसे इस वनडे सीरीज के एक-दो मैचों को छोड़ दिया जाए, तो धोनी को ज्यादा पिच पर समय गुजारने का मौका नहीं मिला. यही वजह रही कि भारतीय स्टंपर 5 मैचों की 4 पारियों में 34.50 के औसत से 69 रन ही बना सके. धोनी दो बार नाबाद रहे और उनका सर्वाधिक स्कोर नाबाद 42 रन रहा.Captain @imVkohli wins the toss and elects to bowl first in the 6th ODI #SAvIND pic.twitter.com/Blj3xyuTpt
— BCCI (@BCCI) February 16, 2018
आपको बता दें कि अगर भारतीय क्रिकेट इतिहास में वनडे में सबसे ज्यादा रन बनाने की बात आती है, तो यह रिकॉर्ड के नाम है, जिन्होंने 18,426 रन बनाए हैं, तो सौरव गांगुली 11,221 रनों के साथ दूसरे और 10,768 रनों के साथ राहुल द्रविड़ तीसरे नंबर पर हैं. लेकिन अब धोनी एक खास मामले में इन तीनों को ही पटखनी देने और छठे वनडे में नए आयाम स्थापित करने के लिए तैयार हैं.
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अगर धोनी को पिच पर टिकने का पर्याप्त समय या अच्छे खासे ओवर खेलने को मिलते हैं, तो माही वनडे में दस हजार रन सेंचुरियन में ही पूरे कर लेंगे. धोनी के फिलहाल 314 वनडे मैचों में 9967 रन हैं. और उन्हें अपने दस हजार रन पूरे करने के लिए सिर्फ 33 रन की दरकार है. दस हजार क्लब में शामिल होते ही माही औसत के मामले में टीम इंडिया के तीनों दिग्गजों से काफी आगे हो जाएंगे. इसके अलावा धोनी अपने 300 कैच से 4 कैच दूर हैं, तो भारत दक्षिण अफ्रीका सीरीज में मेजबान पूर्व स्टंपर मार्क बाउचर के सर्वाधिक 42 शिकार (40 कैच, 2 स्टंम्स) को पीछे छोड़ने के लिए उन्हें (29 कैच, 10 स्टंप्स) से आगे निकलने के लिए सिर्फ 4 शिकार और करने की जरुरत है
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आपको बता दें कि जब सचिन तेंदुलकर ने अपने दस हजार रन पूरे किए थे, तो उनका औसत 43 के आस-पास का था, जबकि सौरव गांगुली का 42 और इसी उपलब्धि के समय राहुल द्रविड़ का औसत 41.00 के आस पास था, जबकि धोनी का फिलहाल औसत 51.37 का है. मतलब यह कि दस हजारी बनते ही धोनी इस मामले में औसत के लिहाज से तीनों महान दिग्गजों को पीछे छोड़ देंगे
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