
हेडिग्ले में भारत और इंग्लैंड के बीच पहले टेस्ट में इंग्लैंड की पहली पारी में भले ही भारतीय पेसर प्रसिद्ध कृष्णा तीन विकेट लेने में सफल रहे लेकिन दूसरे दिन उनकी खराब बॉलिंग को लेकर एक वर्ग खासा नाराज था. तीसरे दिन वह तीन विकेट लेने में कामयाब रहे, लेकिन उन्होंने फेंके 20 ओवरों में 6.40 प्रति ओवर की दर से रन खर्च किए. कृष्णा की यह दर आलचोकों को इसलिए और भी ज्यादा चिढ़ा रही है क्योंकि बुमराह ने सिर्फ 3.40 रन प्रति ओवर दिए. लेकिन प्रसिद्ध के साथ-साथ शार्दूल भी खासे महंगे रहे. इंग्लिश बल्लेबाजों ने कृष्णा के खिलाफ खुलकर शॉट लगाए. बहरहाल, पूर्व बल्लेबाज संजय मांजरेकर का मानना है कि हेडिंग्ले में उन्हें खेलाने का भारत का फैसला सही था और समय के साथ यह तेज गेंदबाज बेहतर होता जाएगा.
मांजरेकर ने कहा, 'अगर आप इस टेस्ट मैच में प्रसिद्ध कृष्णा को दक्षिण अफ्रीका में भारत के लिए खेले गए टेस्ट के मुकाबले देखें, तो मुझे लगता है कि वह सबसे अच्छे हैं. हालांकि, शनिवार को उन्हें विकेट नहीं मिले. फिर भी वह भारत के दूसरे नंबर के तेज गेंदबाज हैं. वह सिराज से बेहतर थे. निश्चित रूप से शार्दुल ठाकुर से ज्यादा शक्तिशाली.' उन्होंने कहा, 'इसलिए भारत ने सही विकल्प चुना और उन्हें चुना. यह प्रसिद्ध कृष्णा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन कर रहे हैं. समय के साथ अगर उन्हें कुछ विकेट मिल जाते हैं और उनका आत्मविश्वास बढ़ता है, तो वह और बेहतर हो सकते हैं. मैं प्रसिद्ध कृष्णा की गेंदबाजी के तरीके की आलोचना नहीं करूंगा - उन्होंने अपनी क्षमता के अनुसार वह सब कुछ किया जो वह कर सकते थे.'
प्रसिद्ध ने ज्यादा बाउंड्रियां दीं: दासगुप्ता
वहीं, भारत के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज दीप दासगुप्ता ने भी प्रसिद्ध के महंगे प्रदर्शन पर विचार करते हुए कहा कि तेज गेंदबाज ने इंग्लैंड के विस्फोटक बल्लेबाजों को बहुत ज़्यादा बाउंड्री बॉल फेंकी हैं. उन्होंने कहा, 'प्रसिद्ध के साथ मेरी एकमात्र चिंता हेडिंग्ले की सपाट पिच पर निरंतरता है. आपको बार-बार सही चैनल पर गेंदबाजी करनी होती है. और मुझे लगता है कि यहीं पर प्रसिद्ध ने कुछ ज्यादा बाउंड्री गेंदें दी हैं.'
दासगुप्ता बोले, 'यही चुनौती रही है. उसने अच्छी गेंदें फेंकी हैं, लेकिन लगातार नहीं. हमने हमेशा प्रसिद्ध की स्वाभाविक लंबाई के बारे में बात की है, और खासकर बल्लेबाजों के खिलाफ, जो अपने शॉट खेलना पसंद करते हैं और उनके पास कई विकल्प उपलब्ध होते हैं. यह थोड़ा मुश्किल हो जाता है. इसलिए, कभी-कभी आप उसे रन लुटाते हुए देखेंगे. यही कारण है कि आप इस तरह की इकॉनमी रेट देखते हैं.'
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