इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट (Joe Root) 34वें साल में चल रहे हैं, लेकिन महानता का दर्जा पहले ही हासिल कर चुके हैं. और यहां से तो सवाल यही है यहां से उनकी महानता का स्तर कितना ऊंचा जाता है. और भारत के खिलाफ रांची (Ranchi) के जेएससीए इंटरनेशनल स्टेडियम (JSCA International Stadium) में शुरू हुए चौथे टेस्ट के पहले दिन इंग्लिश पूर्व कप्तान ने इसी दिशा में एक कदम और आगे बढ़ाया, जब उन्होंने अपने करियर का 31वां शतक जड़ दिया. संकट के समय जो. रूट (Joe Root) ने एक बेहतरीन पारी खेली, जब इंग्लैंड ने अपने पांच विकेट 112 रन पर गंवा दिए थे. और अगर मेहमान टीम पहले दिन अंग्रेज तीन सौ आंकड़ा पार करने में सफल रहे, तो इसके पीछे रूट को 229 गेंदों पर 9 चौकों से बनाए गए 106 रन रहे. बहरहाल, इस शतकीय पारी के साथ ही रूट ने सुपर से ऊपर रिकॉर्ड अपनी झोली में जमा कर लिया.
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और जो रूट का यह कारनामा अपने आप में बताने के लिए काफ है कि वह कितने बड़े बल्लेबाज हैं क्योंकि उन्होंने गैरी सोबर्स और विव रिचर्ड्स जैसे बल्लेबाजों को पीछे छोड़ा है. दरअसल अब पूर्व इंग्लिश कप्तान भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा शतक जड़ने वाले विदेशी बललेबाज बन गए हैं.
रूट बन गए किंग !
नाबाद 106 रन की पारी के बाद जो. रूट भारत के खिलाफ सबसे ज्यादा शतक बनाने वाले बल्लेबाज बन गए हैं. यह उनका भारत के खिलाफ दसवां शतक रहा, जो 52 पारियों में आया, तो वहीं ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ इस मामले में 37 पारियों में 9 शतक बनाकर दूसरे नंबर पर हैं. और निश्चित तौर पर रूट की उम्र को देखते हुए वह भारत के खिलाफ अभी और कई शतक बना सकते हैं.
तीन बल्लेबाज संयक्त रूप से तीसरे नंबर पर
तीन बल्लेबाज इतिहास में ऐसे हैं, जिन्होंने भारत के खिलाफ समान शतक जड़े हैं. और ये तीनों ही बेजोड़ और सर्वकालिक महान में शामिल हैं. इनमें रिकी पोंटिंग ( 7 शतक, 51 पारी), विव रिचर्ड्स (8 शतक, 41 पारी) और सर गैरी सोबर्स (8 शतक, 30 पारी). मतलब अगर पारियों को पैमाना बनाया जाए, तो सोबर्स तीसरे, रिचर्ड्स चौथे और रिकी पोंटिंग पांचवें नंबर पर हैं.
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