बीसीसीआई की क्रिकेट प्रशासकीय कमेटी (सीओए) के दोनों सदस्यों विनोद राय और डायना एडुल्जी के बीच मतभेद अपने चरम पर पहुंच गए हैं, लेकिन राय के निर्देश के बाद बोर्ड ने इस मामले में बड़ा फैसला लेते हुए हाल ही में महिला टीम के कोच पद के लिए इंटरव्यू देने वाले पूर्व भारतीय क्रिकेटर डब्ल्यूवी रमन को दो साल का अनुबंध प्रदान कर दिया है. सूत्रों की मानें, तो बोर्ड रमन को सालाना बहुत ही मोटा वेतन प्रदान करने जा रहा है. और इस वेतन में बढ़ोतरी वीमेन टीम के प्रदर्शन पर निर्भर करेगी.
सूत्रों के अनुसार बोर्ड ने रमन को शुक्रवार को अनुबंध से जुड़े कानूनी दस्तावेज सौंपे. कुछ दिन पहले ही रमन की नियुक्ति को डायना एडुल्जी ने असंवैधानिक करार दिया था. एडुल्जी का कहना है की सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार कोच की नियुक्ति का अधिकार क्रिकेट सलाहकार कमेटी (सीएसी) के पास है, लेकिन रमन की नियुक्ति एक अलग कमेटी बनाकर की गई. और कपिल देव की अध्यक्षता में यह कमेटी असंवैधानिक थी.
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अपने समय के प्रसिद्ध लेफ्टी बल्लेबाज और घरेलू क्रिकेट में ढेरों रन बनाने वाले डब्ल्यूवी रमन राहुल अंडर-19 टीम के कोच रहे हैं. और राहुल द्रविड़ की अनुपस्थित में भी उन्होंने अहम योगदान दिया है. इसके अलावा वह एनसीए में भी बैटिंग कोच रहे हैं. और उनके योगदान को बीसीसीआई सहित सभी दिग्गज क्रिकेटरों ने स्वीकार किया है. बहरहाल रमन का मोटा वेतन क्रिकेट गलियारे में चर्चा का विषय बना हुआ है. बीसीसीआई रमन को हर साल अनिवार्य तौर पर 1.75 करोड़ रुपये का भुगतान करेगा.
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पिछले तीन साल से एनसीए के साथ जुड़े रमन को बोर्ड दूसरे साले दो करोड़ सालाना वेतन देगा, लेकिन यह राशि उनके पहले साल के प्रदर्शन पर निर्भर करेगी. वैसे पुरुष टीम के कोच रवि शास्त्री की तुलना में यह वेतन काफी कम है. रवि शास्त्री का मासिक वेतन करीब 65 लाख रुपये महीना है.