हैदराबाद:
चेन्नई टेस्ट जीतने के बाद आत्मविश्वास से भरी भारतीय टीम उप्पल स्थित राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में शनिवार से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट मैच में भी अपने शानदार प्रदर्शन को दोहराना चाहेगी।
वैसे भारतीय टीम पहला टेस्ट मैच चौथे दिन ही जीतने के करीब थी, लेकिन मोएसिस हेनरिक्स और नेथन लियोन अंतिम विकेट के लिए जमकर बल्लेबाजी करते हुए मैच को पांचवे दिन तक खींच ले गए। भारत ने हालांकि पांचवें दिन मैच को खत्म करने में अधिक देर नहीं लगाई।
यह भारतीय क्रिकेट इतिहास में तीसरी मौका था, जब स्पिन गेंदबाजों ने एक मैच में 20 विकेट झटके थे। हैदराबाद में भी बिना खास की पिच होने से मेजबान टीम दोबारा से पहले मैच का प्रदर्शन दोहरा सकती है।
वैसे भारतीय टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के टीम में बदलाव करने की सम्भावना नहीं है, लेकिन ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को लेकर संदेह बना हुआ है। चेन्नई टेस्ट हरभजन का 100वां टेस्ट मैच था, लेकिन वह इसमें अपना प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर सके।
हरभजन मैच के दौरान संघर्ष करते नजर आए, जिसके परिणामस्वरूप धोनी को हरफनमौला खिलाड़ी रविन्द्र जडेजा को गेंद थमानी पड़ी। इस मैच में हरभजन को केवल तीन विकेट ही मिले।
वैसे इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट शृंखला के चार मैचों में 20 विकेट हासिल करने वाले प्रज्ञान ओझा को हरभजन की जगह टीम में शामिल किया जा सकता है। ओझा ने अगस्त में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए दो टेस्ट मैचों में भी 13 विकेट हासिल किए थे।
अंतिम-11 में स्पिन गेंदबाजों को जगह देना टीम प्रबंधन के लिए माथापच्ची का काम होगा। धोनी भी टीम में चार स्पिन गेंदबाजों को शामिल कर सकते हैं। पहले मैच में दोनों तेज गेंदबाज इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में असफल रहे थे।
हालांकि वीरेन्द्र सहवाग और मुरली विजय की सलामी जोड़ी के विफल रहने के बावजूद धोनी के इसमें बदलाव करने की सम्भावना नहीं है।
वहीं कंगारूओं के कप्तान माइकल क्लार्क ने उम्मीद जताई है कि महान स्पिन गेंदबाज शेन वार्न द्वारा दिए गए सुझाव टीम के मुख्य स्पिन गेंदबाज नेथन लियोन के लिए उपयोगी साबित होंगे। लियोन ने पहले मैच में सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और वीरेन्द्र सहवाग के विकेट हासिल करने में सफलता जरूर हासिल की थी, लेकिन अकेली पहली पारी में ही उन्होंने 215 रन लटाए थे।
क्लार्क ने कहा, "लयान और वार्न के बीच अच्छी बातचीत हुई और हमने थोड़ा वक्त साथ ही गुजारा। लयान रोजाना कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उनके प्रदर्शन में सुधार आ रहा है।" उन्होंने ने यह भी कहा, "मुझे नहीं लगता कि यह पिच चेन्नई से अधिक मुश्किल होगी। वह वास्तव में कठिन पिच थी, इसलिए मुझे लगता है कि हम सबसे कठिन परिस्थितियों का सामना कर चुके हैं। मैच के आगे बढ़ने के साथ-साथ पिच खराब होती जाएगी। यह हमारे तेज गेंदबाजों के लिए सकारात्मक संकेत है, लेकिन स्पिन गेंदबाजी पहले दिन से ही बड़ी भूमिका निभाएगी।"
टीमें :
ऑस्ट्रेलिया (सम्भावित) : एड कोवान, डेविड वार्नर, फिल ह्यूज, शेन वॉटसन, माइकल क्लार्क (कप्तान), मैथ्यू वेड (विकेटकीपर), मोएसिस हेनरिक्स, मिशेल स्टार्क, जेम्स पैटिनसन, पीटर सिडल, नेथन लियोन।
भारत (सम्भावित) : वीरेन्द्र सहवाग, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, महेन्द्र सिंह धोनी (कप्तान/विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, हरभजन सिंह, भुवनेश्वर कुमार, इशांत शर्मा।
वैसे भारतीय टीम पहला टेस्ट मैच चौथे दिन ही जीतने के करीब थी, लेकिन मोएसिस हेनरिक्स और नेथन लियोन अंतिम विकेट के लिए जमकर बल्लेबाजी करते हुए मैच को पांचवे दिन तक खींच ले गए। भारत ने हालांकि पांचवें दिन मैच को खत्म करने में अधिक देर नहीं लगाई।
यह भारतीय क्रिकेट इतिहास में तीसरी मौका था, जब स्पिन गेंदबाजों ने एक मैच में 20 विकेट झटके थे। हैदराबाद में भी बिना खास की पिच होने से मेजबान टीम दोबारा से पहले मैच का प्रदर्शन दोहरा सकती है।
वैसे भारतीय टीम के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी के टीम में बदलाव करने की सम्भावना नहीं है, लेकिन ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह को लेकर संदेह बना हुआ है। चेन्नई टेस्ट हरभजन का 100वां टेस्ट मैच था, लेकिन वह इसमें अपना प्रभावशाली प्रदर्शन नहीं कर सके।
हरभजन मैच के दौरान संघर्ष करते नजर आए, जिसके परिणामस्वरूप धोनी को हरफनमौला खिलाड़ी रविन्द्र जडेजा को गेंद थमानी पड़ी। इस मैच में हरभजन को केवल तीन विकेट ही मिले।
वैसे इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट शृंखला के चार मैचों में 20 विकेट हासिल करने वाले प्रज्ञान ओझा को हरभजन की जगह टीम में शामिल किया जा सकता है। ओझा ने अगस्त में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए दो टेस्ट मैचों में भी 13 विकेट हासिल किए थे।
अंतिम-11 में स्पिन गेंदबाजों को जगह देना टीम प्रबंधन के लिए माथापच्ची का काम होगा। धोनी भी टीम में चार स्पिन गेंदबाजों को शामिल कर सकते हैं। पहले मैच में दोनों तेज गेंदबाज इशांत शर्मा और भुवनेश्वर कुमार आस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों पर दबाव बनाने में असफल रहे थे।
हालांकि वीरेन्द्र सहवाग और मुरली विजय की सलामी जोड़ी के विफल रहने के बावजूद धोनी के इसमें बदलाव करने की सम्भावना नहीं है।
वहीं कंगारूओं के कप्तान माइकल क्लार्क ने उम्मीद जताई है कि महान स्पिन गेंदबाज शेन वार्न द्वारा दिए गए सुझाव टीम के मुख्य स्पिन गेंदबाज नेथन लियोन के लिए उपयोगी साबित होंगे। लियोन ने पहले मैच में सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली और वीरेन्द्र सहवाग के विकेट हासिल करने में सफलता जरूर हासिल की थी, लेकिन अकेली पहली पारी में ही उन्होंने 215 रन लटाए थे।
क्लार्क ने कहा, "लयान और वार्न के बीच अच्छी बातचीत हुई और हमने थोड़ा वक्त साथ ही गुजारा। लयान रोजाना कड़ी मेहनत कर रहे हैं और उनके प्रदर्शन में सुधार आ रहा है।" उन्होंने ने यह भी कहा, "मुझे नहीं लगता कि यह पिच चेन्नई से अधिक मुश्किल होगी। वह वास्तव में कठिन पिच थी, इसलिए मुझे लगता है कि हम सबसे कठिन परिस्थितियों का सामना कर चुके हैं। मैच के आगे बढ़ने के साथ-साथ पिच खराब होती जाएगी। यह हमारे तेज गेंदबाजों के लिए सकारात्मक संकेत है, लेकिन स्पिन गेंदबाजी पहले दिन से ही बड़ी भूमिका निभाएगी।"
टीमें :
ऑस्ट्रेलिया (सम्भावित) : एड कोवान, डेविड वार्नर, फिल ह्यूज, शेन वॉटसन, माइकल क्लार्क (कप्तान), मैथ्यू वेड (विकेटकीपर), मोएसिस हेनरिक्स, मिशेल स्टार्क, जेम्स पैटिनसन, पीटर सिडल, नेथन लियोन।
भारत (सम्भावित) : वीरेन्द्र सहवाग, मुरली विजय, चेतेश्वर पुजारा, सचिन तेंदुलकर, विराट कोहली, महेन्द्र सिंह धोनी (कप्तान/विकेटकीपर), रविचंद्रन अश्विन, हरभजन सिंह, भुवनेश्वर कुमार, इशांत शर्मा।
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