केदार जाधव इंग्लैंड के खिलाफ वनडे में मैन ऑफ द सीरीज रहे (फाइल फोटो)
पुणे:
इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में धमाकेदार प्रदर्शन के बाद महाराष्ट्र के केदार जाधव भारतीय क्रिकेटप्रेमियों के चहेते खिलाड़ी बन गए हैं. खुद जाधव ने माना है कि यह सीरीज उनके करियर का टर्निंग प्वाइंट रही है और इसने उनके करियर को नई दिशा दी है. इस सीरीज में 232 रन बनाते हुए जाधव ने मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार जीता.जाधव ने कहा, ‘इंग्लैंड के खिलाफ पुणे के पहले वनडे मैच में शतक जमाने के बाद मैंने सोचा कि अगर मैं यही प्रदर्शन जारी रखता हूं तो मैन ऑफ सीरीज बन सकता हूं.’पहले वनडे में 76 गेंद में 120 रन बनाकर भारत की जीत में अहम भूमिका निभाने वाले जाधव ने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि इंग्लैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज मेरे करियर की दिशा बदलने वाली रही.’
जाधव ने कहा कि इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के प्रदर्शन से उनका मनोबल बढ़ा. जाधव ने कहा, ‘हालांकि उस सीरीज में मैंने बड़ी पारियां नहीं खेलीं लेकिन मैंने जो भी रन बनाए उसने मुझे काफी आत्मविश्वास दिया. इंग्लैंड सीरीज से पहले मुझे पूरा विश्वास था कि मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगा और मुझे लगता है कि किसी भी खिलाड़ी के लिए यह अहसास सबसे महत्वपूर्ण है.’ करियर में देर से भारत की ओर से खेलने का मौका मिलने के बारे में पूछने पर जाधव ने कहा, ‘मुझे देरी से मौका मिला क्योंकि मैं पर्याप्त रूप से परिपक्व नहीं था, मेरे खेल में कमियां थी. जैसे ही मैं संपूर्ण खिलाड़ी बना तो मुझे मौका मिल गया और मुझे खुशी है कि मैं इसका फायदा उठा पाया.’
कप्तान विराट कोहली के उन पर विश्वास के बारे में पूछने पर जाधव ने कहा, ‘उन्होंने हमेशा मुझे मेरा स्वाभाविक खेल खेलने के लिए प्रेरित किया. कोहली को मैच के लिए तैयारी करते हुए और खेलते हुए देखकर ही काफी प्रेरणा मिलती है.’जाधव ने दबाव में महेंद्र सिंह धोनी के धैर्य की भी तारीफ की और कहा कि इस पूर्व कप्तान की मौजूदगी में उनके परिपक्वता के स्तर में इजाफा हुआ. उन्होंने कहा, ‘वह दबाव से निपटता है, चुनौती का सामना करता है और बहुत ही धर्यपूर्ण तरीके से स्थिति से निपटता है.’ जाधव ने कहा कि कोहली और धोनी की नेतृत्व करने की शैली अलग है लेकिन इसके बाद दोनों में अधिक अंतर नहीं है और दोनों विश्व स्तर के कप्तान हैं. इस सवालपर कि क्या इंग्लैंड के खिलाफ प्रदर्शन से टीम में उनकी जगह पक्की होगी, जाधव ने कहा कि वह वर्तमान में जीते हैं और अतीत की विफलता या सफलता को लेकर चिंतित नहीं होते. (भाषा से भी इनपुट)
जाधव ने कहा कि इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के प्रदर्शन से उनका मनोबल बढ़ा. जाधव ने कहा, ‘हालांकि उस सीरीज में मैंने बड़ी पारियां नहीं खेलीं लेकिन मैंने जो भी रन बनाए उसने मुझे काफी आत्मविश्वास दिया. इंग्लैंड सीरीज से पहले मुझे पूरा विश्वास था कि मैं अच्छा प्रदर्शन करूंगा और मुझे लगता है कि किसी भी खिलाड़ी के लिए यह अहसास सबसे महत्वपूर्ण है.’ करियर में देर से भारत की ओर से खेलने का मौका मिलने के बारे में पूछने पर जाधव ने कहा, ‘मुझे देरी से मौका मिला क्योंकि मैं पर्याप्त रूप से परिपक्व नहीं था, मेरे खेल में कमियां थी. जैसे ही मैं संपूर्ण खिलाड़ी बना तो मुझे मौका मिल गया और मुझे खुशी है कि मैं इसका फायदा उठा पाया.’
कप्तान विराट कोहली के उन पर विश्वास के बारे में पूछने पर जाधव ने कहा, ‘उन्होंने हमेशा मुझे मेरा स्वाभाविक खेल खेलने के लिए प्रेरित किया. कोहली को मैच के लिए तैयारी करते हुए और खेलते हुए देखकर ही काफी प्रेरणा मिलती है.’जाधव ने दबाव में महेंद्र सिंह धोनी के धैर्य की भी तारीफ की और कहा कि इस पूर्व कप्तान की मौजूदगी में उनके परिपक्वता के स्तर में इजाफा हुआ. उन्होंने कहा, ‘वह दबाव से निपटता है, चुनौती का सामना करता है और बहुत ही धर्यपूर्ण तरीके से स्थिति से निपटता है.’ जाधव ने कहा कि कोहली और धोनी की नेतृत्व करने की शैली अलग है लेकिन इसके बाद दोनों में अधिक अंतर नहीं है और दोनों विश्व स्तर के कप्तान हैं. इस सवालपर कि क्या इंग्लैंड के खिलाफ प्रदर्शन से टीम में उनकी जगह पक्की होगी, जाधव ने कहा कि वह वर्तमान में जीते हैं और अतीत की विफलता या सफलता को लेकर चिंतित नहीं होते. (भाषा से भी इनपुट)
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