नई दिल्ली:
इंग्लैंड के खिलाफ ओवल में खेला जा रहा ऐशेज़ सीरीज का अंतिम टेस्ट ऑस्ट्रेलियाई कप्तान माइकल क्लार्क के टेस्ट करियर का अंतिम मैच है।
लिहाजा टेस्ट की पहली पारी में जब क्लार्क बल्लेबाजी के लिए उतरे तो पूरे ओवल मैदान में मौजूद दर्शक उनके सम्मान में खड़े हो गए। गॉर्ड ऑफऑनर के बाद क्रीज तक पहुंचे क्लार्क जब तक संभलते उससे पहले आउट होते-होते बचे। वह पहली ही गेंद को लेग स्लिप पर खेल कर क्रीज से बाहर निकल आए थे, वो तो थ्रो विकेट पर नहीं लगा वरना वे आउट ही थे। हालांकि इसके बाद भी वे विकेट पर लंबे समय तक टिक नहीं पाए।
वे महज 15 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इस पूरी सीरीज के दौरान क्लार्क बल्ले से संघर्ष करते नजर आए। करियर के 115 वें टेस्ट के दौरान क्लार्क की बल्लेबाजी का औसत 49 से ज्यादा का है लेकिन इस सीरीज़ के दौरान वे महज 17 के औसत से रन बना पाए। हालांकि टेस्ट शुरू होने से कुछ समय पहले ही क्लार्क ने इस मुकाबले को टेस्ट ऑफ करेक्टर बताया है। ऐसे में देखना होगा कि दूसरी पारी में वे बल्ले से यादगार प्रदर्शन कर पाते हैं या नही?
दूसरी ओर उनकी टीम ने ओवल टेस्ट में इंग्लैंड के तेज गेदबाजों के हौव्वे को हावी होने का मौका नहीं दिया। डेविड वॉर्रनर और स्टीवन स्मिथ ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।
वैसे क्लार्क का खुद का इरादा इग्लैंड के खिलॉफ दूसरी पारी में बल्ले से धमाल मचाने का होगा। वे अपने करियर की अंतिम पारी को यादगार और खास बनाने का कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे़।
लिहाजा टेस्ट की पहली पारी में जब क्लार्क बल्लेबाजी के लिए उतरे तो पूरे ओवल मैदान में मौजूद दर्शक उनके सम्मान में खड़े हो गए। गॉर्ड ऑफऑनर के बाद क्रीज तक पहुंचे क्लार्क जब तक संभलते उससे पहले आउट होते-होते बचे। वह पहली ही गेंद को लेग स्लिप पर खेल कर क्रीज से बाहर निकल आए थे, वो तो थ्रो विकेट पर नहीं लगा वरना वे आउट ही थे। हालांकि इसके बाद भी वे विकेट पर लंबे समय तक टिक नहीं पाए।
वे महज 15 रन बनाकर पवेलियन लौट गए। इस पूरी सीरीज के दौरान क्लार्क बल्ले से संघर्ष करते नजर आए। करियर के 115 वें टेस्ट के दौरान क्लार्क की बल्लेबाजी का औसत 49 से ज्यादा का है लेकिन इस सीरीज़ के दौरान वे महज 17 के औसत से रन बना पाए। हालांकि टेस्ट शुरू होने से कुछ समय पहले ही क्लार्क ने इस मुकाबले को टेस्ट ऑफ करेक्टर बताया है। ऐसे में देखना होगा कि दूसरी पारी में वे बल्ले से यादगार प्रदर्शन कर पाते हैं या नही?
दूसरी ओर उनकी टीम ने ओवल टेस्ट में इंग्लैंड के तेज गेदबाजों के हौव्वे को हावी होने का मौका नहीं दिया। डेविड वॉर्रनर और स्टीवन स्मिथ ने ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया।
वैसे क्लार्क का खुद का इरादा इग्लैंड के खिलॉफ दूसरी पारी में बल्ले से धमाल मचाने का होगा। वे अपने करियर की अंतिम पारी को यादगार और खास बनाने का कोई कसर नहीं छोड़ना चाहेंगे़।
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