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This Article is From Feb 03, 2022

अंजिक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के लिए 'संजीवनी' का काम कर सकती है रणजी ट्रॉफी, इस बार फेल तो मतलब..

दोनों बल्लेबाजों ने पहले ही अपनी अपनी मुंबई और सौराष्ट्र की टीमों के साथ ट्रेनिंग शुरू कर दी है और दोनों ही उम्मीद के अनुरूप बड़ा स्कोर बनाना चाहेंगे.

अंजिक्य रहाणे और चेतेश्वर पुजारा के लिए 'संजीवनी' का काम कर सकती है रणजी ट्रॉफी, इस बार फेल तो मतलब..
"रहाणे मुंबई के नेट्स में कड़ी मेहनत कर रहे हैं"
नई दिल्ली:

रणजी ट्राफी (Ranji Trophy) के 10 फरवरी से शुरू होने से अनुभवी क्रिकेटर चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) और अजिंक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) को अपना टेस्ट करियर फिर से पटरी पर लाने का मौका मिल जायेगा क्योंकि श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला भी मार्च के पहले हफ्ते से खेली जायेगी. श्रीलंका के खिलाफ टी20 मैच 25 फरवरी से शुरू हो रहे हैं जिससे इन दोनों अनुभवी क्रिकेटरों के पास रणजी ट्राफी में बड़ा शतक जड़कर आत्मविश्वास बढ़ाने का मौका होगा और शायद उनके प्रदर्शन से वे भारतीय टीम में अपना स्थान सुनिश्चित कर सकें. 

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लगातार  इन दोनों बल्लेबाजों की  फॉर्म को लेकर चर्चा हो रही है. दोनों खिलाड़ियों पर शतक बनाने का बहुत दबाव बन चुका है. एलीट ग्रुप मैच 16 फरवरी से शुरू होंगे जबकि प्लेट ग्रुप मैच 10 फरवरी से खेले जायेंगे. आलोचनाओं से घिरे दोनों सीनियर खिलाड़ियों को चयनकर्ताओं का भरोसा हासिल करने में कम से कम दो मैच तो मिलेंगे. दोनों बल्लेबाजों ने पहले ही अपनी अपनी मुंबई और सौराष्ट्र की टीमों के साथ ट्रेनिंग शुरू कर दी है और दोनों ही उम्मीद के अनुरूप बड़ा स्कोर बनाना चाहेंगे. बल्कि अगर वे अहमदाबाद में सौराष्ट्र और मुंबई के बीच होने वाले मैच के लिये टीम का हिस्सा होंगे तो दोनों एक दूसरे के खिलाफ खेलेंगे. मुंबई के कोच अमोल मजूमदार ने पीटीआई से कहा, ‘‘अजिंक्य निश्चित रूप से तैयार हैं. हम कई बार मिल चुके हैं, वह मुंबई टीम के साथ अभ्यास कर रहा है. उसने दो सत्र कर लिये हैं. वह अच्छी फॉर्म में लग रहा है. ''

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उन्होंने कहा, ‘‘हमें भविष्य में ज्यादा देखने की जरूरत नहीं है लेकिन हमारे सामने अभी रणजी ट्राफी है. दोनों को एक बड़ी पारी की जरूरत है. मुझे लगता है कि यह बस आत्मविश्वास का सवाल है. कभी कभार बल्लेबाजी कुछ नहीं बस आत्मविश्वास होती है. आप किसी भी तरह इस आत्मविश्वास को वापस ला सकते हो. ऐसा तभी होगा जब आप एक बड़ा शतक जड़ोगे. भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के अध्यक्ष सौरव गांगुली को भी पुजारा और रहाणे से इस घरेलू प्रतियोगिता में रन जोड़ने की उम्मीद है.

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रहाणे मुंबई के नेट में कड़ी मेहनत कर रहे हैं तो पुजारा ने गुरूवार को गत चैम्पियन सौराष्ट्र के साथ राजकोट में एससीए स्टेडियम में पहले सत्र में हिस्सा लिया. पुजारा ने फिटनेस ट्रेनिंग के अलावा नेट में 90 मिनट तक बल्लेबाजी की. उन्होंने तेज गेंदबाजों से विशेष रूप से रिवर्स स्विंग गेंदबाजी करने को कहा. सौराष्ट के कोच नीरज ओडेद्रा ने कहा, ‘‘पुजारा अन्य बल्लेबाजों की तरह नहीं है. जब वह नेट में जाता है तो उसकी हमेशा एक विशेष योजना होती है. वह बहुत ही विशेष तरीके से ट्रेनिंग करता है. आज वह रिवर्स स्विंग के खिलाफ अभ्यास करना चाहता था जिसका श्रीलंका श्रृंखला में उसे सामना करना पड़ सकता है. ''

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