भारतीय महिला टीम की फाइल फोटो
नई दिल्ली: पिछले कुछ साल में अंतरराष्ट्रीय पटल पर अपनी चमक छोड़ने वाली टीम इंडिया और पहली वीमेंस प्रीमियर (WPL) की लोकप्रियता के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने देश की टीम के लिए एक बड़ा फैसला लिया है. अब से भारतीय महिला क्रिकेट टीम के सहयोगी स्टाफ को अब से दीर्घकालीन अनुबंध मिलेंगे क्योंकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) ने तदर्थ रूप से उनकी नियुक्ति करने के चलन को खत्म करने का फैसला किया है. बीसीसीआई के संविधान के अनुसार मुख्य कोच का चयन क्रिकेट सलाहकार समिति को करना होता है, जबकि चयनकर्ता सहयोगी स्टाफ को चुनते हैं. हालांकि महिला क्रिकेट टीम के सहयोगी स्टॉफ (बल्लेबाजी, क्षेत्ररक्षण और गेंदबाजी कोच) के मामले में अतीत में बीसीसीआई ने इन नियमों का कड़ाई से पालन नहीं किया है और कोच की नियुक्ति राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी से अस्थाई रूप से करता रहा है.