
Ban vs Ind 1st ODI: टी20 विश्व कप के बाद अब भारतीय टीम वनडे सीरीज जीत जख्मों को कुछ कम करने का प्रयास करेगी.
खास बातें
- बांग्लादेश के खिलाफ वनडे सीरीज रविवार से
- टीम इंडिया के सामने कई चुनौतियां
- तीन मैचोें की सीरीज खेलेगा भारत
भारत के शीर्ष बल्ल्लेबाजी क्रम का उद्देश्य बांग्लादेश के खिलाफ रविवार को यहां शुरू हो रही तीन मैचों की वनडे श्रृंखला में परिवर्तन लाने के साथ और अधिक जज्बा दिखाने का होगा जिसमें अनुभवी शिखर धवन और प्रतिभाशाली केएल राहुल के बीच सलामी बल्लेबाज स्थान के लिए द्वंद्व की स्थिति होगी. अगर निरंतर अच्छा प्रदर्शन कर रहे युवा शुबमन गिल (इस श्रृंखला के लिये आराम दिया गया) भी इस टीम में शामिल हो जायें तो कोच राहुल द्रविड़ के लिए भारतीय शीर्ष क्रम की पहेली को सुलझाना मुश्किल होगा. अगले एक साल में ध्यान सिफ वनडे पर लगा होगा और 50 ओवर में भारत के रवैये में बड़े बदलाव की जरूरत है.
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कभी कभार ज्यादा विकल्प होना भी वास्तव में अच्छा सिरदर्द नहीं होता क्योंकि इससे ज्यादा भम्र की स्थिति उत्पन्न होती है. जब एक ही तरह के कौशल में कई विकल्प होते हैं तो कोच हर किसी को बराबरी के मौके देने का प्रयास करता है, लेकिन इससे संतुलित लाइन अप नहीं बन पाती और जब कोई बड़ा टूर्नामेंट करीब ही हो तो यह आदर्श स्थिति नहीं है. इस समय भारत की सफेद गेंद की टीम इसी दौर से गुजर रही है.
कुछ साल पहले रोहित शर्मा और शिखर धवन भारत के वनडे में सलामी जोड़ीदार के रूप में पसंदीदा जोड़ी होती थी जिस पर बमुश्किल ही कोई सवाल पूछा जाता था या फिर उनके स्थान पर बहस की जाती थी, लेकिन धवन के पावरप्ले में धीमे खेल और गिल के आने से संभावनायें पैदा होनी ही थीं. केएल राहुल शीर्ष क्रम में बल्लेबाजी करना पसंद करते हैं और उन्हें इसमें सफलता भी मिली है, लेकिन पूर्व कोच रवि शास्त्री के कार्यकाल के दौरान उन्होंने मध्यक्रम में कुछ मैच खेले. लेकिन विडंबना यह है कि इतनी संख्या देखते हुए भी इससे स्पष्ट संकेत नहीं मिल रहा है कि श्रृंखला के लिये रोहित के साथ पारी का आगाज करने के लिये किसे होना चाहिए.
धवन ने 2022 में भारत के लिये 19 वनडे में पारियों का आगाज किया है, जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 75.11 रहा है जो इतना अच्छा नहीं है। जबकि 2016-18 में यह स्ट्राइक रेट 101 हुआ करता था और 2019-21 में यह गिरा लेकिन फिर भी 91 तक ठीक ठाक रहा. राहुल ने 45 वनडे में पांच शतक और 10 अर्धशतक जड़े हैं जिसमें उनका स्ट्राइक रेट 85 से ज्यादा का है और औसत 45 है जिससे वह बेहतर उम्मीदवार लगते हैं. लेकिन अगर टीम प्रबंधन ‘जेट लेग' के बाद धवन को आराम देना चाहते हैं तो राहुल निश्चित रूप से शीर्ष में रोहित के साथ होंगे. धवन न्यूजीलैंड से सीधे मीरपुर में टीम से जुड़े हैं.
मध्यक्रम की बात की जाये तो विराट कोहली का तीसरा नंबर तय है, श्रेयस अय्यर भी भारत के चौथे स्थान पर धीरे धीरे अपनी पैठ बना रहे हैं। इंग्लैंड में वनडे श्रृंखला में प्रदर्शन के बाद ऋषभ पंत लाइन अप में पांचवें स्थान के लिये इशान किशन से आगे ही रहेंगे. टी20 में कई बार सस्ते में आउट होने के बाद पंत को काफी आलोचना झेलनी पड़ी है लेकिन वह 50 ओवर के प्रारूप में पहली पसंद के विकेटकीपर बने रहेंगे. किशन टी20 में पारी का आगाज करना पसंद करते हैं, उन्होंने वनडे में तीसरे या चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए तीन अर्धशतक जड़े हैं. माना जा रहा है कि किशन को ‘फिनिशर' के तौर पर नहीं देखा जा रहा है तो अगर वह खेलते हैं तो उन्हें शीर्ष चार स्थान में ही कहीं फिट किया जाएगा. लेकिन अगर राहुल विकेटकीपिंग करते हैं तो यह पूरा समीकरण ही उलट जाएगा.
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