एशिया कप-2018 में अब तक शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय क्रिकेट टीम को शुक्रवार को यहां होने वाले फाइनल मुकाबले में बांग्लादेश के खिलाफ जीत का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. तमीम इकबाल और शाकिब-अल-हसन जैसे प्रमुख खिलाड़ियों के चोटिल होने से बांग्लादेश की टीम कमजोर हुई है, ऐसे में रोहित शर्मा के नेतृत्व वाली टीम इंडिया, फाइल में अपनी प्रतिद्वंद्वी को कड़ा सबक सिखाकर महाद्वीपीय स्तर पर अपनी बादशाहत कायम रखने की कोशिश करेगी. बांग्लादेश की टीम ने कल हुए सुपर-4 मुकाबले में पाकिस्तान को 37 रन से हराकर फाइनल में स्थान बनाया है. दोनों टीमों की तुलना करें तो भारतीय टीम रिकॉर्ड सातवीं बार खिताब जीतने का प्रबल दावेदार है. दूसरी ओर, बांग्लादेश को उम्मीद होगी कि खिताबी मुकाबले में तीसरी बार भाग्य उसका साथ देगा.मैच भारतीय समयानुसार शाम पांच बजे से शुरू होगा.
फाइनल में भारत-बांग्लादेश के इन दो खिलाड़ियों के बीच होगा अलग तरह का 'मुकाबला'
भारत और बांग्लादेश की प्रतिद्वंद्विता नई नहीं है और इस मुकाबले से उसमें नया अध्याय जुड़ जाएगा. फाइनल से पहले हालांकि बांग्लादेश के लिए अपने प्रमुख खिलाड़ियों का चोटिल होना चिंता का विषय है. सलामी बल्लेबाज तमीम इकबाल हाथ में फ्रैक्चर के कारण पहले ही बाहर हो गए थे और अब आलराउंडर शाकिब अल हसन भी उंगली की चोट की वजह से फाइनल में नहीं खेल पाएंगे. उन्हें ऑपरेशन करवाना पड़ सकता है जिससे वह जिम्बाब्वे के खिलाफ 30 सितंबर से होने वाली घरेलू सीरीज में भी नहीं खेल पाएंगे. भारत के लिए हालांकि यह दूसरी तरह की परीक्षा है. अपने सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज और कप्तान विराट कोहली के बिना एशिया कप जीतना अगले साल होने वाले वर्ल्डकप-2019 से पहले बड़ी उपलब्धि होगी. यही नहीं, इससे टीम का इंग्लैंड के हाथों टेस्ट सीरीज में 1-4 से मिली हार का दर्द भी कम होगा. अफगानिस्तान के खिलाफ टाई रहे सुपर चार मुकाबले में पांच नियमित खिलाड़ियों को विश्राम देने के बाद भारतीय टीम फाइनल में मजबूत टीम के साथ उतरेगी.
मशरफे मुर्तजा ने टूर्नामेंट का सर्वश्रेष्ठ कैच पकड़ा, शोएब मलिक को लौटाया पेवेलियन, VIDEO
कप्तान रोहित शर्मा और शिखर धवन की सफल सलामी जोड़ी शीर्ष क्रम में वापसी करेगी, वहीं जसप्रीत बुमराह, भुवनेश्वर कुमार और युजवेंद्र चहल गेंदबाजी को मजबूती प्रदान करेंगे. अच्छी शुरुआत पर काफी कुछ निर्भर करता है तथा रोहित शर्मा (269 रन) और शिखर धवन (327 रन) ने टूर्नामेंट में अब तक अपनी भूमिका अच्छी तरह से निभाई है. मध्यक्रम भारत के लिए थोड़ा चिंता का विषय है. अंबाती रायुडु ने सभी मैचों में अच्छी शुरुआत की लेकिन वह लंबी पारी नहीं खेल पाए जबकि केदार जाधव और महेंद्र सिंह धोनी को बीच के ओवरों में जूझना पड़ा है. धोनी का बल्लेबाजी में संघर्ष सबसे बड़ी चिंता है क्योंकि बाद में बल्लेबाजी करने पर धीमे विकेट पर 240 से अधिक का स्कोर चुनौतीपूर्ण हो सकता है. भारतीय मध्यक्रम की परीक्षा केवल अफगानिस्तान के खिलाफ मैच में हुई जिसमें वे नहीं चल पाए जबकि केएल राहुल और रायुडु ने पहले विकेट के लिये शतकीय साझेदारी की थी.
धोनी से फिर से बल्लेबाजी में महत्वपूर्ण योगदान की उम्मीद है. उनके फिर से चौथे नंबर पर उतरने की संभावना है. बांग्लादेश का गेंदबाजी आक्रमण 50 ओवरों की क्रिकेट में काफी मजबूत है. उसके तेज गेंदबाज मुस्तफिजुर रहमान, रुबेल हुसैन और मशरफे मुर्तजा किसी भी तरह की बल्लेबाजी की कड़ी परीक्षा लेने में सक्षम हैं. बल्लेबाजी में टीममुशफिकुर रहीम पर काफी निर्भर है जिन्होंने महमुदुल्लाह के साथ मिलकर टीम को कई बार संकट से बाहर निकाला है. बांग्लादेश के बल्लेबाजों के लिए अच्छे फॉर्म में चल रहे बुमराह, कुलदीप यादव और चहल जैसे गेंदबाजों की चुनौती से पार पाना आसान नहीं होगा. रवींद्र जडेजा और भुवनेश्वर भी बांग्लादेशी बल्लेबाजों की कड़ी परीक्षा लेने के लिये तैयार हैं.
वीडियो: जब सचिन तेंदुलकर ने सड़क पर खेला क्रिकेट
दोनों टीमें इस प्रकार हैं...
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), शिखर धवन, अंबाती रायुडू, दिनेश कार्तिक, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), केदार जाधव, रवींद्र जडेजा, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, मनीष पांडे, सिद्धार्थ कौल, केएल राहुल और दीपक चहर.
बांग्लादेश: मशरफे मुर्तजा (कप्तान), मोहम्मद मिथुन, लिटन दास, मुशफिकुर रहीम, अरुफुल हक, महमुदुल्लाह, मोसद्देक हुसैन, नज़मुल हुसैन शानो, मेहदी हसन मिराज, नज़मुल इस्लाम अपू, रुबेल हुसैन, मुस्तफिजुर रहमान, अबू हैदर रोनी, सौम्य सरकार, मोमिनुल हक और इमरुल कायस.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं